- Date : 24/05/2018
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आपकी बेटी आपका गौरव है। तो क्यों न उसके लिए निवेश करें और उसे आप पर गर्व करने का अवसर दें?

बेटी की तरक्की की खुशी माता-पिता के जीवन की बड़ी खुशी है। हालांकि यह बड़ी जिम्मेवारी भी है।
मुमकिन है, आप चाहते हों कि आपकी बेटी डॉक्टर, पायलट या वैज्ञानिक बने। लेकिन ऐसा करने और अपने चुने हुए क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए उसे मजबूत वित्तीय सहारे की जरूरत होगी। उसकी पढ़ाई में वित्तीय सहायता के साथ आप चाहेंगे कि उसकी शादी के लिए भी धन संचय हो।
निवेश के कुछ ऐसे विकल्प जो की निश्चित ही आपकी बेटी का भविष्य सुरक्षित करने में आपकी मदद करेंगे :
1. सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) खाता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य बेटियों को माता-पिता से वित्तीय सहारा दिलवाना है। योजना की लंबी अवधि होने से आप उच्च शिक्षा और शादी के खर्चों के लिए पर्याप्त धन संचित कर सकते हैं।
योजना के तहत खाते में आपको न्यूनतम हजार रुपये और अधिकतम डेढ़ लाख रुपये वार्षिक जमा करनी है। आपको 8.1% ब्याज मिलेगा और बिटिया के 21 वर्ष की होने पर खाता परिपक्व होगा।
आगे बढ़ने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें :
बेटी के 11 वर्ष का होने से पहले खाता खुलना चाहिए।
इस योजना में खाता शुरू करने से 14 वर्ष तक आपको रुपये जमा करने होंगे।
किसी भी वित्तीय वर्ष में जमा की गई पूरी राशि पर आप आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स बेनिफिट भी मिलेगा।
अर्जित ब्याज और परिपक्वता की राशि पूरी तरह कर-मुक्त है।
परिपक्वता पर राशि सीधे आपकी बेटी को मिलेगी।
बेटी के 21 वर्ष की होने पर आप यदि खाता बंद नहीं करवाते और कोई रकम नहीं निकालते हैं तो इसपर ब्याज मिलता रहेगा।
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) खाते प्राधिकृत बैंकों और डाकघरों में खोले जा सकते हैं।
सरकार द्वारा हाल में किए गए कुछ संशोधनों ने SSY खाता खोलना आसान कर दिया है।
अगर आपने लड़की गोद ली है तो आप उसके लिए भी SSY खाता खोल सकते हैं।
आप ऑनलाइन धन जमा कर सकते हैं।
बेटी के 10वीं पास करने या उसके 18 वर्ष की होने पर आप आधी राशि निकाल सकते हैं।
उसके 18 वर्ष की होने पर आप पूरी राशि निकाल सकते हैं।
SSY खाता आप एक डाकघर से दूसरे में निःशुल्क स्थानांतरित करवा सकते हैं। खाते को डाकघर से बैंक में स्थानांतरित करवाने का कुछ शुल्क देय है।
2. बाल योजनाएं
बाल योजनाओं में, आपके नहीं रहने पर, आपकी बेटी को गारंटीशुदा एक निश्चित राशि मिलेगी। बाल योजनाओं का बड़ा फायदा है कि बेटी के कॉलेज की फीस या उसकी शादी की जरूरत के समय आप आंशिक रकम की निकासी कर सकते हैं।
बाल योजनाएं दो प्रकार की हैं-
मनीबैक और एंडोमेंट प्लान। मनीबैक प्लान में आपकी बेटी को नियत अंतराल, जैसे उसके 12वें, 18वें और 21वें जन्मदिन पर, बीमित राशि के कुछ हिस्से मिलेंगे। दूसरी ओर, एंडोमेंट प्लान में उसे निश्चित अन्तराल पर एकमुश्त राशि मिलेगी।
आप मार्केट-लिंक्ड बाल योजनाओं का भी चुनाव कर सकते हैं। ये किसी भी दूसरी यूनिट-लिंक्ड बीमा योजनाओं (ULIPs) की तरह ही काम करते हैं। आपकी जोखिम उठाने की क्षमता और वित्तीय लक्ष्य के अनुसार आप पूंजी के विकल्प चुन सकते हैं।
अगर आप समर्थ हैं तो अपनी प्रत्येक बेटी के लिए अलग पॉलिसी लें। यह आपके अथवा आपके पति/पत्नी के असामयिक निधन की दशा में उनकी शिक्षा और दूसरे बड़े खर्चों की जरूरतों को पूरा करेगा।
3. क्रमिक निवेश योजना/ सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIPs)
अपनी बेटी के लिए लंबे समय तक छोटी रकम नियमित निवेश करके बड़ी राशि बनाने का आपके पास एक और विकल्प है। इसमें बेटी के लिए तय की गई राशि का केवल एक भाग निवेश करके आप काफी बड़ी आय प्राप्त करते हैं।
आप बचत जल्दी शुरू करेंगे तो लंबे समय में पूंजी बनाने की संभावना कई गुना बढ़ जाएगी। और अगर आप अपनी बेटी की पढ़ाई व शादी के लिए बचत का इरादा करते हैं, तो इक्विटी म्युचुअल फंड्स इसके लिए कर-राहत वाला तरीका हैं। हालांकि किसी भी निवेश साधन की तरह, इससे जोखिम भी जुड़े हैं।
इसे चलाने की बेहतर रणनीति है कि इक्विटी फण्ड से शुरुआत करें और बिटिया के वयस्क होते समय सुरक्षित फण्ड में बदल लें। जैसे ही आपकी बेटी वयस्कता के आसपास पहुंचे, संचित कोष को डेब्ट (debt) फण्ड में बदल लें। म्युचुअल फंड्स में ये फण्ड सर्वाधिक जोखिम विरुद्ध हैं और बचत खातों से अच्छा रिटर्न देते हैं। आमतौर पर महंगाई की दर से भी ज्यादा। इसलिए जमा राशि का अवमूल्यन नहीं होता है। इसके अतिरिक्त, लगातार निविष्ट रहने की न्यूनतम अवधि के बाद ये कर-मुक्त भी हैं।
4. पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड (PPF)
पीपीएफ में बेटी के भविष्य के लिए लंबी अवधि तक निवेश करके आप बड़ी राशि संचित कर सकते हैं। इसकी 7.9% की वर्तमान ब्याज दर आपके बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज से कहीं ज्यादा है। अर्जित ब्याज कर-मुक्त भी है।
इसके अतिरिक्त, आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत आपकी डेढ़ लाख रुपये तक कि बचत पर टैक्स की भी रहत होती है। इसकी एकमात्र कमी इसकी लंबी लॉक-इन अवधि है। लेकिन बेटी के लिए बड़ी राशि बनाने को वित्तीय अनुशासन भी जरूरी है।
निष्कर्ष
यह आपकी बेटी- उसके सपनों, उसकी उम्मीदों और उसके भविष्य के बारे में है। और वह अपने सभी सपनों को साकार करने के लिए अपने माता-पिता यानी आपकी ओर देखती है। इसके लिए शीघ्र सुरक्षित वित्तीय प्लान बनाना ही सही तरीका है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रयोजनों के लिए है और निवेश, बीमा, कर या कानूनी सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। इन विषयों में निर्णय लेने के लिए अलग से स्वतंत्र सलाह लेने को आपको प्रोत्साहित किया जाता है।