8 essential financial steps to take before you have a child

स्वास्थ्य बीमा से लेकर स्टेम सेल कवर लेने तक और मातृत्व से जुड़े फायदों की जानकारी से लेकर वसीयत बनाने तक, कुछ ऐसे ज़रूरी कदम हैं जो हर बच्चे को जन्म देने की योजना बना रहे हर दंपत्ति को ज़रूर उठाने चाहिए।

बच्चे के जन्म से पहले ज़रूर उठाएं ये 8 वित्तीय कदम
8 essential financial steps to take before you have  CHILD

एक नए बच्चे के आने की खुशी से बढ़कर दुनिया में और कुछ भी नहीं है। बच्चा दुनिया में आता है और नए माता-पिता खुशी-खुशी अपनी नन्ही जान को संभालने में व्यस्त हो जाते हैं। लेकिन इस बेहिसाब खुशी के बीच यह याद रखना भी ज़रूरी है कि एक बच्चे को पालना दुनिया में सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है। इस ज़िम्मेदारी को निभाने का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है अपने बच्चे के लिए वित्तीय प्लानिंग करना। इस वित्तीय योजना में उन महत्वपूर्ण कदमों को शामिल किया गया है, जिन्हें बच्चे के जन्म से पहले उठाना बेहद ज़रूरी है। इसलिए हमने यहां उन 8 वित्तीय कदमों की लिस्ट बनाई है जिन्हें आपको अपने बच्चे के जन्म से पहले ज़रूर उठाना चाहिए।


1)    स्वास्थ्य बीमा लें

आपके शिशु के स्वास्थ्य से महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। अपने बच्चे का ध्यान रखने के लिए मां और पिता का शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना ज़रूरी है। चूंकि इन दिनों चिकित्सा देखभाल काफी महंगी हो चुकी है इसलिए अगर आपके पास पहले से स्वास्थ्य बीमा नहीं है तो बच्चे के जन्म से पहले स्वास्थ्य बीमा ज़रूर लेने की सलाह दी जाती है। पता लगाएं की कौनसी बीमा पॉलिसियां मातृत्व लाभ का कवर देती हैं। हालांकि कोई भी कंपनी स्पष्ट रूप से मातृत्व बीमा प्रदान नहीं करती है लेकिन कुछ कंपनिया परामर्श फीस कवर जैसे लाभ प्रदान करती हैं। ऐसी पॉलिसी लें जो आपके शिशु को भी कवर प्रदान करे।

2)    जीवनशैली में करें बदलाव

आम तौर पर आजकल के मध्यम वर्ग और उच्च-मध्यम वर्ग के जोड़ों की जीवनशैली बेहद गैर-मामूली और काफी खर्चीली होती है। लेकिन बच्चे के आने से काफी कुछ बदल जाता है। अब आपकी खर्च करने योग्य आय में काफी कमी आ जाती है। अब आप बिना ज़रूरत के सिर्फ शौक के लिए ज़्यादा पैसा खर्च नहीं कर सकते हैं। खर्च में कटौती के लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ ज़रूरी बदलाव करने चाहिए। यह कटौती इस पर निर्भर करती है कि आप पहले से कैसी जीवनशैली व्यतीत रहे हैं। उदाहरण के लिए, कपड़े खरीदने पर खर्च कम करना होगा, बाहर खाने और पार्टी करने में कटौती करनी होगी।

3)        बीमा पर फिर से करें गौर

बच्चे के आने से पहले आपको अपनी मौजूदा जीवन बीमा पॉलिसियों पर नज़र डालनी चाहिए। अगर पॉलिसी नहीं है तो तुरंत लेनी चाहिए। अगर आपके पास पहले से पॉलिसी मौजूद है तो अपनी एजेंसी से अपने कवर को बढ़ाने और मजबूत करने की बात करनी चाहिए। अगर वे इसकी अनुमति नहीं देते हैं तो जल्द एक नई पॉलिसी खरीदनी चाहिए।


4)       ऑफिस से मिलने वाले फायदों/छुट्टियों के बारे में पता करें

अगर आप गर्भवती हैं तो आपको अपने नियोक्ता की मैटरनिटी लीव (मतृत्व अवकाश) पॉलिसी और कंपनी द्वारा दिए जाने वाले अन्य मातृत्व लाभों के बारे में पता करना चाहिए। अधिकांश कंपनियां 3 से 6 महीना का मातृत्व अवकाश देती हैं। कुछ कंपनियां इसके लिए एक निश्चित समय तक बिना तनख्वाह की छुट्टियां भी देती हैं। मातृत्व से पहले आपको सिक लीव, पेड लीव आदि जैसी अन्य छुट्टियां बचाना भी शुरू कर देना चाहिए। इनका इस्तेमाल आप गर्भावस्था के दौरान चैक-अप आदि के लिए कर सकती हैं।

5)    स्टेम सेल कवर

स्टेम सेल्स (कोशिकाओं) के द्वारा विभिन्न बीमारियों और लाइफस्टाइल से जुड़े रोगों का इलाज संभव है। अक्सर नए माता-पिता को उनके बच्चे की स्टेम सेल्स संरक्षित करने के लिए, स्टेम सेल बैंकों और डॉक्टरों द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है। अगर आपके परिवार में ल्यूकेमिया जैसी किसी गंभीर बीमारी का इतिहास है तो स्टेम सेल्स को सुरक्षित रखना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। स्टेम सेल संरक्षित करने का फैसला लेने के बाद बारी आती है कुछ अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों की। जैसे सही स्टेम सेल बैंक का चुनाव, पैसों का इंतज़ाम और यह तय करना कि आप एक बार में सारा भुगतान करना चाहते हैं या ईएमआई के द्वारा।


6)     लंबी-अवधि के निवेश की योजना बनाएं

एक बच्चे को पालने से बड़ी ज़िम्मेदारी दूसरी नहीं हो सकती। अपने बच्चे के स्वास्थ्य के बाद आपकी सबसे बड़ी चिंता होगी उसकी पढ़ाई और करियर की। आप देश में शिक्षा की बढ़ती लागत से अनजान नहीं होंगे। और आपको मालूम होगा कि इसमें अच्छी प्राइमरी शिक्षा भी शामिल है। बच्चे के जन्म से पहले आपको नियमित रूप से छोटी मात्रा में निवेश करने के तरीके खोजने होंगे। जिसे बाद में आपके बच्चे की पढ़ाई के खर्च के रूप में इस्तेमाल किया जा सके। 

7)         वसीयत की योजना बनाना शुरू करें

ज़िंदगी का कोई भरोसा नहीं है और आप निश्चित रूप से ये कभी नहीं चाहेंगे की अगर आपको कुछ हो जाता है, तो आपके बाद आपके बच्चे का ख़्याल रखने वाला कोई न हो। अपने कुछ ऐसे रिश्तेदारों के नाम पर विचार करें जो आपके बाद बच्चे के अभिभावक की भूमिका निभा सकें। आपको यह भी तय करना होगा कि आपके बाद बच्चे के लिए आपके फंड का उपयोग कैसे किया जाएगा। ट्रस्ट फंड बनाना एक अच्छा विकल्प है।


8)         सोच समझ कर लें काम से ब्रेक का निर्णय

बच्चे की प्लानिंग से पहले, आप बतौर कपल यह तय करें कि क्या दोनों में से कोई एक बच्चे की देखभाल करने के लिए अपने काम से ब्रेक लेगा। अगर हां तो तय कीजिए की आप दोनों में से कौन ये कदम उठाने वाला है। याद रखिए, ये कदम उठाने के बाद आपके पास पैसे की कमी होगी क्योंकि आपको सिर्फ एक व्यक्ति की तनख्वाह में गुज़ारा करना होगा। इसलिए यह कदम उठाने से पहले अच्छी तरह विचार कर लें। अगर आप काम नहीं छोड़ना चाहते और परिवार में कोई और सदस्य भी नहीं है जो आपकी गैर-मौजूदगी में बच्चे का ख्याल रख सके तो अपने बच्चे के लिए आया/डे केयर की तलाश शुरू कर दीजिए। आपको इस पर आने वाले अतिरिक्त खर्च का इंतज़ाम भी करना होगा।

अपने बच्चे के लिए वित्तीय प्लानिंग करना उतना कठिन नहीं है जितना आपको लगता है। सही समय पर कुछ सही कदम उठाकर (जैसा की ऊपर दिया गया है), आप आसानी से इसे कर सकते हैं क्योंकि बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है।

संवादपत्र

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