- Date : 10/01/2023
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सावधि जमा की ब्याज दर बढ़ने पर लोग लगातार तोड़ रहे हैं एफडी।

Fixed Deposit Interest Rates: भारतीय रिजर्व बैंक ने वर्ष 2022 में रेपो रेट में पांच बार वृद्धि की थी। इसकी वजह से होम लोन सहित हर तरह के लोन पहले से अधिक महंगे हुए हैं, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। दूसरी तरफ इस वृद्धि के बाद बैंको ने अपनी ब्याज दर भी बढ़ाई है, जिससे निवेशकों, खास कर सावधि जमा में निवेश करने वालों को फायदा हो रहा है। कोविड-19 महामारी में जो ब्याज दर घटकर 5.5 प्रतिशत रह गई थी, वह अब फिर से बढ़ गई है और वरिष्ठ नागरिकों के लिए आठ प्रतिशत तक हो गई है।
निश्चित रूप से यह सावधि जमा में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी है। तीन साल में पहली बार सावधि जमा पर ब्याज दर आठ प्रतिशत हुई है। कई बैंक वरिष्ठ नागरिकों को सावधि जमा पर आठ प्रतिशत और उससे भी अधिक ब्याज दे रहे हैं। पिछले साल महंगाई को रोकने के लिए आरबीआई ने रेपो रेट में बढ़ोत्तरी की थी। जिससे हर तरह के लोन महंगे हो गए हैं।
कई प्राइवेट बैंक अब सावधि जमा पर आठ प्रतिशत और सरकारी बैंक 7.5 प्रतिशत ब्याज दे रहे हैं। इसलिए बहुत से वरिष्ठ नागरिक पुरानी सावधि जमा तोड़कर नई दरों पर फिर से सावधि जमा करा रहे हैं। सावधि जमा बहुत से वरिष्ठ नागरिकों के लिए आमदनी का एकमात्र जरिया होता है, वे सेवानिवृत्ति पर मिलने वाली रकम सावधि जमा में लगाकर इसके ब्याज से अपना खर्च चलाते हैं। ऐसे लोगों के लिए यह वाकई खुशखबरी है।
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वरिष्ठ नागरिक और सावधि जमा
पिछले महीने सरकार ने सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम पर ब्याज दर को बढ़ाकर आठ प्रतिशत कर दिया है। महामारी में यह घटकर 7.4 प्रतिशत रह गया था। लेकिन अब अब एससीएसएस और सावधि जमा के बीच बहुत कम अंतर रह गया है। कुछ बैंक अति वरिष्ठ नागरिकों यानी 80 साल से ऊपर के बुजुर्गों को अधिक ब्याज दे रहे हैं।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बुजुर्गों को आम ग्राहकों से 75 बेसिस अंक ज्यादा ब्याज दे रहा है। यह बैंक 700 दिन के जमा पर आठ प्रतिशत ब्याज दे रहा है। पंजाब नेशनल बैंक सुपर वरिष्ठ नागरिकों को नियमित दर से 80 बेसिस अंक ज्यादा ब्याज दे रहा है। उन्हें 666 दिन के जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है। इन निवेशकों को इस पर कोई जुर्माना नहीं देना पड़ता है, पर जानकार लोगों का कहना है कि इन पर मिलने वाला लाभ अलग-अलग मामलों पर निर्भर करता है। लेंडिंग डिजिटल प्लेटफॉर्म MoneyWide के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव गुप्ता ने कहा कि जिन्हें जुर्माना नहीं देना पड़ता है, उनके लिए मौजूदा सावधि जमा को तोड़ना फायदे का सौदा हो सकता है।
दिनेश रोहिरा, जो 5nance.com के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक हैं, उन्होंने सावधि जमा से अधिक लाभ पाने पर जानकारी देते हुए कहा कि एक साथ मोटी रकम के बजाय अलग-अलग समय के लिए छोटी-छोटी रकम जमा करानी चाहिए। ऐसा करने से निवेश को ज़रूरत के अनुसार भुनाया जा सकता है। योजना बनाकर सावधि जमा कराने पर फायदा होगा और उसे तोड़ने पर जुर्माना भी नहीं लगेगा।
यह भी पढ़ें: मार्केट में निफ़्टी ५० से रिटर्न कैसे पाए?
Fixed Deposit Interest Rates: भारतीय रिजर्व बैंक ने वर्ष 2022 में रेपो रेट में पांच बार वृद्धि की थी। इसकी वजह से होम लोन सहित हर तरह के लोन पहले से अधिक महंगे हुए हैं, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। दूसरी तरफ इस वृद्धि के बाद बैंको ने अपनी ब्याज दर भी बढ़ाई है, जिससे निवेशकों, खास कर सावधि जमा में निवेश करने वालों को फायदा हो रहा है। कोविड-19 महामारी में जो ब्याज दर घटकर 5.5 प्रतिशत रह गई थी, वह अब फिर से बढ़ गई है और वरिष्ठ नागरिकों के लिए आठ प्रतिशत तक हो गई है।
निश्चित रूप से यह सावधि जमा में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी है। तीन साल में पहली बार सावधि जमा पर ब्याज दर आठ प्रतिशत हुई है। कई बैंक वरिष्ठ नागरिकों को सावधि जमा पर आठ प्रतिशत और उससे भी अधिक ब्याज दे रहे हैं। पिछले साल महंगाई को रोकने के लिए आरबीआई ने रेपो रेट में बढ़ोत्तरी की थी। जिससे हर तरह के लोन महंगे हो गए हैं।
कई प्राइवेट बैंक अब सावधि जमा पर आठ प्रतिशत और सरकारी बैंक 7.5 प्रतिशत ब्याज दे रहे हैं। इसलिए बहुत से वरिष्ठ नागरिक पुरानी सावधि जमा तोड़कर नई दरों पर फिर से सावधि जमा करा रहे हैं। सावधि जमा बहुत से वरिष्ठ नागरिकों के लिए आमदनी का एकमात्र जरिया होता है, वे सेवानिवृत्ति पर मिलने वाली रकम सावधि जमा में लगाकर इसके ब्याज से अपना खर्च चलाते हैं। ऐसे लोगों के लिए यह वाकई खुशखबरी है।
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वरिष्ठ नागरिक और सावधि जमा
पिछले महीने सरकार ने सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम पर ब्याज दर को बढ़ाकर आठ प्रतिशत कर दिया है। महामारी में यह घटकर 7.4 प्रतिशत रह गया था। लेकिन अब अब एससीएसएस और सावधि जमा के बीच बहुत कम अंतर रह गया है। कुछ बैंक अति वरिष्ठ नागरिकों यानी 80 साल से ऊपर के बुजुर्गों को अधिक ब्याज दे रहे हैं।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बुजुर्गों को आम ग्राहकों से 75 बेसिस अंक ज्यादा ब्याज दे रहा है। यह बैंक 700 दिन के जमा पर आठ प्रतिशत ब्याज दे रहा है। पंजाब नेशनल बैंक सुपर वरिष्ठ नागरिकों को नियमित दर से 80 बेसिस अंक ज्यादा ब्याज दे रहा है। उन्हें 666 दिन के जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है। इन निवेशकों को इस पर कोई जुर्माना नहीं देना पड़ता है, पर जानकार लोगों का कहना है कि इन पर मिलने वाला लाभ अलग-अलग मामलों पर निर्भर करता है। लेंडिंग डिजिटल प्लेटफॉर्म MoneyWide के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव गुप्ता ने कहा कि जिन्हें जुर्माना नहीं देना पड़ता है, उनके लिए मौजूदा सावधि जमा को तोड़ना फायदे का सौदा हो सकता है।
दिनेश रोहिरा, जो 5nance.com के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक हैं, उन्होंने सावधि जमा से अधिक लाभ पाने पर जानकारी देते हुए कहा कि एक साथ मोटी रकम के बजाय अलग-अलग समय के लिए छोटी-छोटी रकम जमा करानी चाहिए। ऐसा करने से निवेश को ज़रूरत के अनुसार भुनाया जा सकता है। योजना बनाकर सावधि जमा कराने पर फायदा होगा और उसे तोड़ने पर जुर्माना भी नहीं लगेगा।
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