- Date : 17/02/2021
- Read: 4 mins
रिटायरमेंट योजना बनाने में व्यक्तिगत और वित्तीय ,दोनों पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए | व्यक्तिगत योजना में आपके रिटायरमेंट के दौरान, मन की शांति और जीवन से संतुष्टि सुनिश्चित करना आवश्यक होता है जबकि वित्तीय योजना में अपने जीवनशैली के खर्चों के लिए बजट बनाना और बचत करना आवश्यक है |

देश में बढ़ते अनुमानित जीवनकाल (जीवन प्रत्याशा ) को देखते हुए अब लोगों के लिए रिटायरमेंट योजना बनाना ज़रूरी हो गया है | एक सर्वे के मुताबिक़ भारत में करीबन 51% लोग अपने रिटायरमेंट योजना के बारे में सोचते भी नहीं हैं | लोग अपने बढ़ते जीवन के खर्चों के कारण, रिटायरमेंट के लिए बचत करने पर ध्यान ही नहीं दे पाते हैं |
पी.जी.आई.एम. इंडिया म्यूच्यूअल फंड ने नीलसन द्वारा रिटायरमेंट को लेकर एक सर्वे कराया,जिससे निम्न निष्कर्ष निकाले गए :
- आज शहरी भारतीय अपनी कमाइ का 51% हिस्सा खर्चों पर ख़त्म कर देते हैं जिससे कि बचत और निवेश के लिए उनके पास पैसे ही नहीं बचते हैं |
- सर्वे में शामिल 51% लोगों के पास अपनी रिटायरमेंट की कोई योजना नहीं थी |
- हर 5 में से केवल 1 भारतीय ही अपनी रिटायरमेंट योजना बनाते वक़्त मुद्रास्फीति को ध्यान में रखते हैं |
- सर्वे में शामिल 41% लोगों ने कहा है कि रिटायरमेंट के लिए निवेश के रूप में उन्होंने जीवन बीमा को प्राथमिकता दी है जबकि 37% ने एफ.डी. को अधिक महत्त्व दिया है |
- सर्वे में शामिल 48% लोग यह हिसाब ही नहीं लगा पा रहे थे कि रिटायरमेंट के लिए उन्हें कितनी बचत करने की आवश्यकता होगी |
- सर्वे में शामिल जिन 52% लोगों को अपनी रिटायरमेंट बचत राशि का अंदाज़ा था, उनमे से केवल 66% लोगों के पास रिटायरमेंट योजना थी |
प्राइवेट क्षेत्र के 46% कर्मचारियों ने कहा कि उनके नियोक्ता उन्हें रिटायरमेंट योजना के लिए प्रेरित करते हैं |
सर्वे में यह बात साफ़ हुई है कि लोग अपनी रिटायरमेंट योजना को प्राथमिकता नहीं दे रहे हैं | रिटायरमेंट योजना,न केवल आपके बुढ़ापे के दिनों के लिए अतिरिक्त आय है ,अपितु आपकी चिकित्सीय ज़रूरतों और जीवन-निर्वहन के खर्चों के लिए भी अति आवश्यक है | नीचे दिए गए बिंदुओं से समझें कि रिटायरमेंट योजना क्यों महत्वपूर्ण है:
- औसत जीवन प्रत्याशा (अनुमानित जीवनकाल) बढ़ती जा रही है : सबसे पहला कारण जिससे आपको बिना देरी किये अपनी रिटायरमेंट योजना बनानी चाहिए वह यह है कि अब लोगों की अनुमानित जीवनकाल बढ़ गई है | ज्यादा लम्बे जीवन का मतलब है कि आपको रिटायरमेंट फंड के लिए अधिक बचत करना चाहिए ,जिसकी शुरुआत भी जल्द होनी चाहिए |
- आप अंत तक कार्यरत नहीं रह सकते हैं : आपका मानना होगा कि आप अपने जीवन की आखिरी सांस तक काम करेंगे और पैसा कमाएंगे |शायद इसलिए आप रिटायरमेंट योजना को महत्व नहीं दे रहे होंगे| पर वास्तव में सोचें तो भविष्य अप्रत्याशित होता है ,हो सकता है किन्ही परिस्थितियों में आपको समय से पहले रिटायर होना पड़े | इसलिए रिटायरमेंट कोष के लिए तैयारी करना बेहद ज़रूरी है |
- रिटायरमेंट पर अपने सपनो को साकार करें : आप पूरा जीवन केवल अपनी ज़िम्मेदारियों और अपने परिवार की ज़रूरतों को पूरा करने में व्यस्त रहे होंगे परन्तु रिटायरमेंट योजना तैय्यार करके आप अपने सपनो को जीने की योजना बना सकते हैं | आपकी जो भी ख्वाहिशें अधूरी रह गई हो,उन्हें रिटायरमेंट पर पूरा करें और उनके लिए अभी से बचत करना शुरू करें |
- आय के किसी एक स्त्रोत पर निर्भर करना जोखिमपूर्ण हो सकता है : रिटायरमेंट के बाद किसी पेंशन योजना या किसी मेडिक्लेम जैसी बीमाओं पर निर्भर रहना तनावपूर्ण हो सकता है | यह आपके जीवन-निर्वहन के लिए पर्याप्त नहीं होगा | इसलिए रिटायरमेंट कोष के निर्माण से आप अतिरिक्त खर्चों को लेकर तनावमुक्त हो सकते हैं |
- आप वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर हो सकते हैं : यदि आप रिटायरमेंट योजना नहीं बनाते हैं तो आपको अपने खर्चों के लिए पूर्ण रूप से अपने बच्चों पर निर्भर रहना होगा| पूरा जीवन आत्मनिर्भर रहकर जीने के बाद,यह निर्भरता आपके मन में हिचकिचाहट और तनाव पैदा कर सकती है | बढ़ती उम्र के साथ चिकित्सीय खर्चें भी बढ़ते हैं | रिटायरमेंट योजना आपको इन सभी चीज़ों के लिए तैय्यार करती है |
- रिटायरमेंट के बाद भी आप अपने परिवार को कुछ देने में सक्षम रह सकते हैं : अपने बच्चों को वित्तीय सहायता देने से लेकर उनके लिए कुछ उपहार खरीदने तक, आप हर चीज़ों के लिए अपने रिटायरमेंट कोष पर निर्भर रह सकते हैं ,जिससे आपको संतुष्टि मिलेगी |
- रिटायरमेंट योजना की शुरुआत युवावस्था में करें और निवेशों में विविधीकरण करें : अपने निवेश क्षितिज और बचत राशि का आंकलन जितनी जल्दी हो ,कर लें | इसके बाद, इन आंकड़ों के आधार पर आज से ही योजना बनाकर बचत करना शुरू करें, जिससे अधिक राशि जमा करने के लिए आपको अधिक समय मिलेगा | निवेशों को भी बढ़ने के लिए पर्याप्त समय दें तो रिटर्न भी बेहतर होने की सम्भावना होती है |
निष्कर्ष : अब जब आप रिटायरमेंट योजना का महत्व समझ चुके हैं तो जल्द ही किसी ऑनलाइन रिटायरमेंट कैलकुलेटर का उपयोग करके अपने रिटायरमेंट कोष का अनुमान लगाएं और उसके अनुसार बचत और निवेश करना शुरू करें |इस नव-वर्ष अपने भविष्य की योजना बनाने का “शुभ-आरम्भ” करें |