क्या आपको किसी बैंक या एनबीएफसी से कार लोन लेना चाहिए? |Car loan from banks vs NBFCs: Here's what you need to know

क्या आप निर्णय नहीं ले पा रहे हैं कि आपको अपना कार लोन लेने के लिए बैंक से संपर्क करना चाहिए या एनबीएफसी से? यह आर्टिकल आपको निर्णय लेने में मदद करेगा.

क्या आपको किसी बैंक या एनबीएफसी से कार लोन लेना चाहिए?

कार लोन से लोग न केवल अपनी ज़रूरत को पूरा करते हैं बल्कि उनका ख्वाब भी साकार होता है. साथ ही, उन्हें बकाया राशि को आसान किश्तों में चुकाने की सुविधा भी मिलती है. शेड्यूल्ड सार्वजनिक/निजी क्षेत्र के बैंक के साथ-साथ, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) भी बड़ी संख्या में कार लोन देती हैं. लोन लेने वालों को इनमें से चुनना एक टेढ़ी खीर लगता है. तो, यहां कुछ आसान तरीके दिए गए हैं जिनसे आप समझदारी से निर्णय ले सकेंगे.

ब्याज दर

लोन एप्लाई करने वालों के लिए ब्याज दर का ज़्यादा होना उनकी फ़िक्र को बढ़ाता है. बैंक के मामले में कार लोन ब्याज दर आरबीआई द्वारा अनिवार्य विभिन्न नियमों के आधार पर निर्धारित की जाती है और यह फंड-बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) की मार्जिनल कॉस्ट से जुड़ी होती है. वहीं दूसरी ओर, एनबीएफसी के लिए बेस रेट, प्राइम लेंडिंग रेट (पीएलआर) पर निर्भर है और इसमें ब्याज दर बदली जा सकती है क्योंकि यह आरबीआई द्वारा निर्धारित नहीं होती है. हालांकि, बैंक आमतौर पर एनबीएफसी की तुलना में कम ब्याज दरों पर लोन ऑफर करते हैं. सिर्फ आपकी जानकारी के लिए बता दें, कुछ बैंकों में कार लोन की ब्याज दरें 7.1% से शुरू होती हैं, जबकि एनबीएफसी लगभग 8.75% की सबसे कम ब्याज दर ऑफर करते हैं.

इससे मिलती-जुलती बातें: एनबीएफसी और बैंक: वे कैसे अलग हैं?

लोन पाने की योग्यता

बैंकों को आरबीआई के नियमों का पालन करना होता है और कार लोन पाने की योग्यता के पैमानों पर किसी भी प्रकार की छूट मिलने की संभावना बहुत कम ही है. एनबीएफसी में कम नियम लगाए जाते हैं और जांच भी कम ही होती हैं, और इसलिए वे अपने हिसाब से रिस्क एक्सपोज़र तय कर सकते हैं. वे अक्सर लोन लेने वाले की रीपेमेंट कैपेसिटी, उनके स्वामित्व वाले एसेट और उनके क्रेडिट स्कोर के आधार पर लोन एप्रूव करते हैं. इस तरह, एनबीएफसी से लोन लेना ज़्यादा आसान होता है.

ज़्यादातर बैंक और एनबीएफसी कार की एक्स-शोरूम कीमत के लिए 100% तक फंडिंग की पेशकश करते हैं, जिसका रीपेमेंट पीरियड 3, 5 और 7 साल के बीच होता है. हालांकि, जब पुरानी कारों की बात आती है, तो ज़्यादातर बैंक कार के बीमित घोषित मूल्य (आईडीवी) के 80% पर अपनी फंडिंग की सीमा तय करते हैं, जबकि एनबीएफसी से आमतौर पर ज़्यादा ब्याज दरों पर, आप आईडीवी के 95-100% पर फंडिंग पा सकते हैं.

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क्रेडिट स्कोर

एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको बैंकों और एनबीएफसी दोनों से अपनी पसंद का ब्याज दर पाने में मदद करेगा. फिर भी, बैंक उन ग्राहकों को लोन देने से मना कर सकते हैं जो अंडरराइटिंग नियमों द्वारा निर्धारित कट-ऑफ सीमा को पूरा नहीं करते हैं. जो लोग सिस्टम में नए हैं (जैसे छात्र और युवा कामकाजी पेशेवर) या कम क्रेडिट स्कोर वाले लोगों के लिए एनबीएफसी से कार लोन पाना फिर भी आसान है, हालांकि इसके लिए आपको ऊँची ब्याज दरों पर लोन लेना पड़ेगा.

इससे मिलती-जुलती बातें: अपने क्रेडिट स्कोर का ध्यान रखना

प्रोसेस और पेपरवर्क

हालांकि कार लोन के लिए आवश्यक मूल दस्तावेज़ - आय प्रमाण, पता और पहचान प्रमाण, क्रेडिट स्कोर, आदि - लोन देने वाली संस्थाओं के लिए एक जैसे ही रहते हैं, फिर भी बैंकों को अपनी कागजी कार्रवाई और एप्रूवल को लेकरज़्यादा सतर्कता बरतनी पड़ती है ताकि उनका नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) न बढ़े. इसलिए, लोन एप्लाई करने से लेकर उसके एप्रूवल तक के पूरे प्रोसेस में कुछ दिन लग सकते हैं. अपने आसान एप्रूवल प्रोसेस की वजह से ही एनबीएफसी कई बिज़नस मालिकों को आकर्षित कर पाए हैं,और अगर आप खुशकिस्मत हैं तो आपको लोन कुछ ही घंटों में मिल जाता है!

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और आखिर में

कार लोन बैंक से लें या एनबीएफसी से, यह निर्णय आपकी ख़ास ज़रूरतों, साथ ही ब्याज दरों और लोन प्रोसेस होने में लगने वाला समय और इससे आप पर कैसे असर पड़ता है, इन बातों को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए. कार लोन एक मध्यम अवधि की देनदारी है जिसे तीन से सात साल के बीच चुकाना होता है. इसलिए, आप चाहे बैंक से लोन लें या एनबीएफसी से, आपने लोन किसलिए लिया है इसकी पूरी समझ आपको लोन लेने से पहले हो जानी चाहिए. बैंक या एनबीएफसी:: आपको सबसे बढ़िया ऑफर कहाँ पर मिलेगा?

कार लोन से लोग न केवल अपनी ज़रूरत को पूरा करते हैं बल्कि उनका ख्वाब भी साकार होता है. साथ ही, उन्हें बकाया राशि को आसान किश्तों में चुकाने की सुविधा भी मिलती है. शेड्यूल्ड सार्वजनिक/निजी क्षेत्र के बैंक के साथ-साथ, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) भी बड़ी संख्या में कार लोन देती हैं. लोन लेने वालों को इनमें से चुनना एक टेढ़ी खीर लगता है. तो, यहां कुछ आसान तरीके दिए गए हैं जिनसे आप समझदारी से निर्णय ले सकेंगे.

ब्याज दर

लोन एप्लाई करने वालों के लिए ब्याज दर का ज़्यादा होना उनकी फ़िक्र को बढ़ाता है. बैंक के मामले में कार लोन ब्याज दर आरबीआई द्वारा अनिवार्य विभिन्न नियमों के आधार पर निर्धारित की जाती है और यह फंड-बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) की मार्जिनल कॉस्ट से जुड़ी होती है. वहीं दूसरी ओर, एनबीएफसी के लिए बेस रेट, प्राइम लेंडिंग रेट (पीएलआर) पर निर्भर है और इसमें ब्याज दर बदली जा सकती है क्योंकि यह आरबीआई द्वारा निर्धारित नहीं होती है. हालांकि, बैंक आमतौर पर एनबीएफसी की तुलना में कम ब्याज दरों पर लोन ऑफर करते हैं. सिर्फ आपकी जानकारी के लिए बता दें, कुछ बैंकों में कार लोन की ब्याज दरें 7.1% से शुरू होती हैं, जबकि एनबीएफसी लगभग 8.75% की सबसे कम ब्याज दर ऑफर करते हैं.

इससे मिलती-जुलती बातें: एनबीएफसी और बैंक: वे कैसे अलग हैं?

लोन पाने की योग्यता

बैंकों को आरबीआई के नियमों का पालन करना होता है और कार लोन पाने की योग्यता के पैमानों पर किसी भी प्रकार की छूट मिलने की संभावना बहुत कम ही है. एनबीएफसी में कम नियम लगाए जाते हैं और जांच भी कम ही होती हैं, और इसलिए वे अपने हिसाब से रिस्क एक्सपोज़र तय कर सकते हैं. वे अक्सर लोन लेने वाले की रीपेमेंट कैपेसिटी, उनके स्वामित्व वाले एसेट और उनके क्रेडिट स्कोर के आधार पर लोन एप्रूव करते हैं. इस तरह, एनबीएफसी से लोन लेना ज़्यादा आसान होता है.

ज़्यादातर बैंक और एनबीएफसी कार की एक्स-शोरूम कीमत के लिए 100% तक फंडिंग की पेशकश करते हैं, जिसका रीपेमेंट पीरियड 3, 5 और 7 साल के बीच होता है. हालांकि, जब पुरानी कारों की बात आती है, तो ज़्यादातर बैंक कार के बीमित घोषित मूल्य (आईडीवी) के 80% पर अपनी फंडिंग की सीमा तय करते हैं, जबकि एनबीएफसी से आमतौर पर ज़्यादा ब्याज दरों पर, आप आईडीवी के 95-100% पर फंडिंग पा सकते हैं.

इससे मिलती-जुलती बातें: यूज्ड कार के लिए लोन के बारे में जानने योग्य 5 बातें

क्रेडिट स्कोर

एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको बैंकों और एनबीएफसी दोनों से अपनी पसंद का ब्याज दर पाने में मदद करेगा. फिर भी, बैंक उन ग्राहकों को लोन देने से मना कर सकते हैं जो अंडरराइटिंग नियमों द्वारा निर्धारित कट-ऑफ सीमा को पूरा नहीं करते हैं. जो लोग सिस्टम में नए हैं (जैसे छात्र और युवा कामकाजी पेशेवर) या कम क्रेडिट स्कोर वाले लोगों के लिए एनबीएफसी से कार लोन पाना फिर भी आसान है, हालांकि इसके लिए आपको ऊँची ब्याज दरों पर लोन लेना पड़ेगा.

इससे मिलती-जुलती बातें: अपने क्रेडिट स्कोर का ध्यान रखना

प्रोसेस और पेपरवर्क

हालांकि कार लोन के लिए आवश्यक मूल दस्तावेज़ - आय प्रमाण, पता और पहचान प्रमाण, क्रेडिट स्कोर, आदि - लोन देने वाली संस्थाओं के लिए एक जैसे ही रहते हैं, फिर भी बैंकों को अपनी कागजी कार्रवाई और एप्रूवल को लेकरज़्यादा सतर्कता बरतनी पड़ती है ताकि उनका नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) न बढ़े. इसलिए, लोन एप्लाई करने से लेकर उसके एप्रूवल तक के पूरे प्रोसेस में कुछ दिन लग सकते हैं. अपने आसान एप्रूवल प्रोसेस की वजह से ही एनबीएफसी कई बिज़नस मालिकों को आकर्षित कर पाए हैं,और अगर आप खुशकिस्मत हैं तो आपको लोन कुछ ही घंटों में मिल जाता है!

इससे मिलती-जुलती बातें: कार इंश्योरेंस खरीदने की योजना बना रहे हैं? खरीदने से पहले यह ज़रूर जान लें

और आखिर में

कार लोन बैंक से लें या एनबीएफसी से, यह निर्णय आपकी ख़ास ज़रूरतों, साथ ही ब्याज दरों और लोन प्रोसेस होने में लगने वाला समय और इससे आप पर कैसे असर पड़ता है, इन बातों को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए. कार लोन एक मध्यम अवधि की देनदारी है जिसे तीन से सात साल के बीच चुकाना होता है. इसलिए, आप चाहे बैंक से लोन लें या एनबीएफसी से, आपने लोन किसलिए लिया है इसकी पूरी समझ आपको लोन लेने से पहले हो जानी चाहिए. बैंक या एनबीएफसी:: आपको सबसे बढ़िया ऑफर कहाँ पर मिलेगा?

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