आरबीआई के अनुसार भारत में 3 सबसे सुरक्षित बैंक कौन हैं? नाम जानकर हैरान हो जाएंगे।

यह लेख में जानिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी नवीनतम रेटिंग के आधार पर भारत के 3 सबसे सुरक्षित बैंक।

भारत के शीर्ष 3 सबसे सुरक्षित बैंक

हाल ही में अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक डूब गया। दुनिया के कई बड़े बैंक अचानक से बंद पद जाते हैं। इन मुश्किल स्थिति को देखने के बाद, यह सवाल उठता है कि क्या भारतीय बैंक भी कभी डूबने की स्थिति में आ सकते हैं। भारत का बैंकिंग क्षेत्र बहुत बड़ा माना जाता है जिसमें कई बैंक आते हैं। इन बैंकों में सरकारी, गैर सरकारी, निजी बैंक, सहकारी बैंक, ग्रामीण बैंक और अन्य भुगतान बैंक शामिल हैं। इन सभी बैंकों में लाखों ग्राहक खाते हैं। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुताबिक, सभी बैंकों को एक समान नहीं माना जाता है। 

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सुरक्षित बैंक खाता

भारत में आरबीआई यह सुनिश्चित करता है कि सभी बैंक ठीक से काम करते करें और लोगों का पैसा भी बैंकों में सुरक्षित रहे। बैंक की संभावित विफलता की स्थिति में, आरबीआई तेजी से और कड़े कदम उठाता है। येस बैंक और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के बढ़ते एनपीए के दौरान आरबीआई द्वारा उठाए गए कदम इस बात की स्पष्ट रूप से पुष्टि करते हैं। आरबीआई यह सुनिश्चित करता है कि सभी ग्राहकों के बैंक खाते सुरक्षित रहें। इसलिए समय-समय पर बैंक से जुड़े अपडेट सामने रखता है।

रिजर्व बैंक बैंकों पर कड़ी नजर रखता है। इन बैंकों के दिन-प्रतिदिन के कार्यों पर पैनी नज़र रखने के अलावा, रिज़र्व बैंक किसी भी महत्वपूर्ण ऋण या खातों पर कड़ी नज़र रखता है। इसके अलावा, यदि कोई बैंक किसी बड़ी परियोजना को उधार देने के बारे में बातचीत कर रहा है, तो बैंक के समग्र व्यवसाय पर किसी संभावित नकारात्मक प्रभाव को निर्धारित करने के लिए भी इसका गहन मूल्यांकन किया जाता है।

सुरक्षित बैंक सूची

आरबीआई ने हाल ही में देश के तीन बैंकों की एक सूची जारी की है, जिनके फेल होने की संभावना बहुत कम है। इसका साफ अर्थ है कि ये बैंक सुरक्षित बैंकों की सूची में आते हैं। अब आप यह जरूर सोच रहे होंगे कि इस सूची में भारत का नंबर 1 बैंक कौन है? ताज्जुब की बात यह है कि इसमें तीन ही बैंक शामिल है। 

इस सूची में देश का सबसे बड़ा बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) शामिल है। इसके साथ ही निजी क्षेत्र के दो बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं।

सेफ बैंक कौन है?

तो, वास्तव में इन बैंकों को क्या इतना खास बनाता है? 'टू बिग टू फेल' की अवधारणा के तहत, संकट के समय सरकार से इन बैंकों को दिवालिया होने से बचाने के लिए समर्थन की उम्मीद की जाती है। परिणामस्वरूप, ये बैंक अतिरिक्त वित्त पोषण बाजार सुविधाओं का लाभ देते हैं और ग्राहकों का उन पर विश्वास बढ़ता है। विफल होने के लिए अति सूक्ष्म संभावना के साथ, ग्राहक निश्चिंत हो सकते हैं कि उनका पैसा इन बैंकों के पास सुरक्षित है।

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सुरक्षित बैंक सूची का इतिहास 

रिजर्व बैंक ने 2015 से बैंकों की इस सूची को प्रकाशित करना शुरू किया है। महत्वपूर्ण बैंकों की इस सूची में शामिल होने से पहले इन बैंकों को आरबीआई द्वारा रेटिंग भी दी जाती है। हालांकि अभी तक इस लिस्ट में सिर्फ तीन बैंकों को ही शामिल किया गया है।

RBI के एक बयान के अनुसार, SBI, ICICI बैंक, और HDFC बैंक 2021 के डोमेस्टिक सिस्‍टमिकली इम्‍पॉर्टेंट बैंक (D-SIBs) मापदंडों के आधार पर सूची में बने हुए हैं। SBI को 2015 में, 2016 में ICICI बैंक और HDFC बैंक को 31 मार्च, 2017 तक एकत्र किए गए डेटा के आधार पर इस श्रेणी में जोड़ा गया। रिज़र्व बैंक ने हाल ही में बैंकों से 31 मार्च, 2022 तक प्राप्त डेटा के आधार पर इस सूची को अपडेट किया है।

हाल ही में अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक डूब गया। दुनिया के कई बड़े बैंक अचानक से बंद पद जाते हैं। इन मुश्किल स्थिति को देखने के बाद, यह सवाल उठता है कि क्या भारतीय बैंक भी कभी डूबने की स्थिति में आ सकते हैं। भारत का बैंकिंग क्षेत्र बहुत बड़ा माना जाता है जिसमें कई बैंक आते हैं। इन बैंकों में सरकारी, गैर सरकारी, निजी बैंक, सहकारी बैंक, ग्रामीण बैंक और अन्य भुगतान बैंक शामिल हैं। इन सभी बैंकों में लाखों ग्राहक खाते हैं। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुताबिक, सभी बैंकों को एक समान नहीं माना जाता है। 

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सुरक्षित बैंक खाता

भारत में आरबीआई यह सुनिश्चित करता है कि सभी बैंक ठीक से काम करते करें और लोगों का पैसा भी बैंकों में सुरक्षित रहे। बैंक की संभावित विफलता की स्थिति में, आरबीआई तेजी से और कड़े कदम उठाता है। येस बैंक और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के बढ़ते एनपीए के दौरान आरबीआई द्वारा उठाए गए कदम इस बात की स्पष्ट रूप से पुष्टि करते हैं। आरबीआई यह सुनिश्चित करता है कि सभी ग्राहकों के बैंक खाते सुरक्षित रहें। इसलिए समय-समय पर बैंक से जुड़े अपडेट सामने रखता है।

रिजर्व बैंक बैंकों पर कड़ी नजर रखता है। इन बैंकों के दिन-प्रतिदिन के कार्यों पर पैनी नज़र रखने के अलावा, रिज़र्व बैंक किसी भी महत्वपूर्ण ऋण या खातों पर कड़ी नज़र रखता है। इसके अलावा, यदि कोई बैंक किसी बड़ी परियोजना को उधार देने के बारे में बातचीत कर रहा है, तो बैंक के समग्र व्यवसाय पर किसी संभावित नकारात्मक प्रभाव को निर्धारित करने के लिए भी इसका गहन मूल्यांकन किया जाता है।

सुरक्षित बैंक सूची

आरबीआई ने हाल ही में देश के तीन बैंकों की एक सूची जारी की है, जिनके फेल होने की संभावना बहुत कम है। इसका साफ अर्थ है कि ये बैंक सुरक्षित बैंकों की सूची में आते हैं। अब आप यह जरूर सोच रहे होंगे कि इस सूची में भारत का नंबर 1 बैंक कौन है? ताज्जुब की बात यह है कि इसमें तीन ही बैंक शामिल है। 

इस सूची में देश का सबसे बड़ा बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) शामिल है। इसके साथ ही निजी क्षेत्र के दो बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं।

सेफ बैंक कौन है?

तो, वास्तव में इन बैंकों को क्या इतना खास बनाता है? 'टू बिग टू फेल' की अवधारणा के तहत, संकट के समय सरकार से इन बैंकों को दिवालिया होने से बचाने के लिए समर्थन की उम्मीद की जाती है। परिणामस्वरूप, ये बैंक अतिरिक्त वित्त पोषण बाजार सुविधाओं का लाभ देते हैं और ग्राहकों का उन पर विश्वास बढ़ता है। विफल होने के लिए अति सूक्ष्म संभावना के साथ, ग्राहक निश्चिंत हो सकते हैं कि उनका पैसा इन बैंकों के पास सुरक्षित है।

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सुरक्षित बैंक सूची का इतिहास 

रिजर्व बैंक ने 2015 से बैंकों की इस सूची को प्रकाशित करना शुरू किया है। महत्वपूर्ण बैंकों की इस सूची में शामिल होने से पहले इन बैंकों को आरबीआई द्वारा रेटिंग भी दी जाती है। हालांकि अभी तक इस लिस्ट में सिर्फ तीन बैंकों को ही शामिल किया गया है।

RBI के एक बयान के अनुसार, SBI, ICICI बैंक, और HDFC बैंक 2021 के डोमेस्टिक सिस्‍टमिकली इम्‍पॉर्टेंट बैंक (D-SIBs) मापदंडों के आधार पर सूची में बने हुए हैं। SBI को 2015 में, 2016 में ICICI बैंक और HDFC बैंक को 31 मार्च, 2017 तक एकत्र किए गए डेटा के आधार पर इस श्रेणी में जोड़ा गया। रिज़र्व बैंक ने हाल ही में बैंकों से 31 मार्च, 2022 तक प्राप्त डेटा के आधार पर इस सूची को अपडेट किया है।

संवादपत्र

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