Equity shares can be bought by UPI payment: UPI से खरीदे जा सकेंगे इक्विटी शेयर, आरबीआई ने नई सुविधाओं की घोषणा की

भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा UPI सेवाओं को और प्रभावी बनाने के लिए नई सुविधा की घोषणा की है।

UPI पेमेंट सिस्‍टम में जुड़ेगी नई सुविधा

UPI: भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई, RBI) द्वारा यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) की सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए नई सुविधा की घोषणा की गई है। नई सुविधा ‘सिंगल ब्लॉक’ और ‘मल्टिपल डेबिट’ के नाम से जारी की गई है। इस सेवा के अंतर्गत ग्राहक अपने बैंक खाते में एक निर्धारित राशि किसी मर्चेंट या व्यापारी के भुगतान के लिए ब्लॉक कर सकते हैं। सेवा या काम पूरा होने पर यह राशि अपने आप उस खाते से काट ली जाएगी। ग्राहक के खाते का वह हिस्सा जो किसी खास काम के लिए सुरक्षित रखा गया हो उसे ब्लॉक राशि कहते हैं। 

शेयर बाजार में निवेश आसान 

आरबीआई ने जानकारी दी है कि इस सुविधा का उद्देश्य ई-कॉमर्स के भुगतान और सेकेंडरी कैपिटल मार्केट में सिक्योरिटीज़ में निवेश को आसान बनाना होगा। इसके चलते अब होटल की बुकिंग, कैपिटल मार्केट के शेयर की खरीद और बिक्री जैसे लेनदेन आम आदमी के लिए आसान हो जाएँगे। इन सभी लेनदेनों के लिए UPI के माध्यम से एक निश्चित राशि बैंक खाते में ब्लॉक करने की सुविधा उपलब्ध होगी। 

यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम

लेनदेन की विश्वसनीयता 

इन सुविधाओं से लेनदेन के प्रति विश्वसनीयता बढ़ेगी और व्यापारियों को समय पर भुगतान होने का भरोसा भी मिलेगा। वर्तमान में UPI के माध्यम से सिंगल ब्लॉक यानी एक बार क्लिक करने पर भुगतान किया जाता है। इस सुविधा के बाद ग्राहक जब भी आवश्यकता हो तब बैंक खाते से निश्चित रकम संबंधित इकाई के भुगतान के लिए कटवा सकते हैं। आरबीआई के गवर्नर शशिकांत दास ने बताया कि मॉनिटरी पॉलिसी समीक्षा के बाद UPI की क्षमता बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया है। 

सेवाएँ जो शामिल हैं 

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (बीबीपीएस, BBPS) जल्द ही इस दिशा में निर्देश जारी करेगी। 

बिल भुगतान प्रणाली के संबंध में बताते हुए दास ने कहा कि इसमें सभी तरह के भुगतान और संग्रह शामिल किए जाने की योजना है ताकि सुविधा का दायरा बढ़ाया जा सके। वर्तमान में बीबीपीएस द्वारा अलग-अलग समय पर या अलग-अलग व्यक्तियों को मिलने वाली राशि के भुगतान की सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिन्हें निश्चित समय पर भुगतान किया जाना आवश्यक है। 

सेवाएँ जो शामिल नहीं हैं 

नई सुविधा ‘सिंगल ब्लॉक’ और ‘मल्टिपल डेबिट’ में पेशेवर सेवा शुल्क का भुगतान और किराया जमा करने को शामिल नहीं किया गया है। इसके साथ ही कर अदायगी और शिक्षा शुल्क को भी इस सुविधा से बाहर रखा गया है। नई प्रणाली द्वारा बीबीपीएस प्लेटफार्म को ग्राहक और व्यवसायियों के बड़े समूह के लिए सुलभ बनाने की योजना है। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा इस बाबत शीघ्र ही दिशानिर्देश दिए जाएँगे।

यह भी पढ़ें: निफ़्टी ५० से रिटर्न

UPI 2.0

UPI: भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई, RBI) द्वारा यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) की सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए नई सुविधा की घोषणा की गई है। नई सुविधा ‘सिंगल ब्लॉक’ और ‘मल्टिपल डेबिट’ के नाम से जारी की गई है। इस सेवा के अंतर्गत ग्राहक अपने बैंक खाते में एक निर्धारित राशि किसी मर्चेंट या व्यापारी के भुगतान के लिए ब्लॉक कर सकते हैं। सेवा या काम पूरा होने पर यह राशि अपने आप उस खाते से काट ली जाएगी। ग्राहक के खाते का वह हिस्सा जो किसी खास काम के लिए सुरक्षित रखा गया हो उसे ब्लॉक राशि कहते हैं। 

शेयर बाजार में निवेश आसान 

आरबीआई ने जानकारी दी है कि इस सुविधा का उद्देश्य ई-कॉमर्स के भुगतान और सेकेंडरी कैपिटल मार्केट में सिक्योरिटीज़ में निवेश को आसान बनाना होगा। इसके चलते अब होटल की बुकिंग, कैपिटल मार्केट के शेयर की खरीद और बिक्री जैसे लेनदेन आम आदमी के लिए आसान हो जाएँगे। इन सभी लेनदेनों के लिए UPI के माध्यम से एक निश्चित राशि बैंक खाते में ब्लॉक करने की सुविधा उपलब्ध होगी। 

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लेनदेन की विश्वसनीयता 

इन सुविधाओं से लेनदेन के प्रति विश्वसनीयता बढ़ेगी और व्यापारियों को समय पर भुगतान होने का भरोसा भी मिलेगा। वर्तमान में UPI के माध्यम से सिंगल ब्लॉक यानी एक बार क्लिक करने पर भुगतान किया जाता है। इस सुविधा के बाद ग्राहक जब भी आवश्यकता हो तब बैंक खाते से निश्चित रकम संबंधित इकाई के भुगतान के लिए कटवा सकते हैं। आरबीआई के गवर्नर शशिकांत दास ने बताया कि मॉनिटरी पॉलिसी समीक्षा के बाद UPI की क्षमता बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया है। 

सेवाएँ जो शामिल हैं 

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (बीबीपीएस, BBPS) जल्द ही इस दिशा में निर्देश जारी करेगी। 

बिल भुगतान प्रणाली के संबंध में बताते हुए दास ने कहा कि इसमें सभी तरह के भुगतान और संग्रह शामिल किए जाने की योजना है ताकि सुविधा का दायरा बढ़ाया जा सके। वर्तमान में बीबीपीएस द्वारा अलग-अलग समय पर या अलग-अलग व्यक्तियों को मिलने वाली राशि के भुगतान की सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिन्हें निश्चित समय पर भुगतान किया जाना आवश्यक है। 

सेवाएँ जो शामिल नहीं हैं 

नई सुविधा ‘सिंगल ब्लॉक’ और ‘मल्टिपल डेबिट’ में पेशेवर सेवा शुल्क का भुगतान और किराया जमा करने को शामिल नहीं किया गया है। इसके साथ ही कर अदायगी और शिक्षा शुल्क को भी इस सुविधा से बाहर रखा गया है। नई प्रणाली द्वारा बीबीपीएस प्लेटफार्म को ग्राहक और व्यवसायियों के बड़े समूह के लिए सुलभ बनाने की योजना है। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा इस बाबत शीघ्र ही दिशानिर्देश दिए जाएँगे।

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