- Date : 28/01/2023
- Read: 4 mins
होम लोन री-पेमेंट करना हो तो ईपीएफ खाते के पैसे का उपयोग कर सकते हैं, जानिए पूरी प्रक्रिया।

EPF withdrawal process to re-pay Home Loan: होम लोन पर ब्याज की दर बहुत ज्यादा होती है और उसे चुकाते-चुकाते लंबा समय निकल जाता है। बहुत से लोगों की यही समस्या रहती है कि कैसे जल्द से जल्द होम लोन चुकता करें? यदि आप ऋण मुक्त होना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप एक बड़ी धनराशि का इंतजाम करें। नौकरीपेशा व्यक्तियों को अपने कर्मचारी भविष्य निधि से कुछ रकम निकालकर यह काम करना आसान हो सकता है। एक तो कर्ज का बोझ हट जाता है, दूसरे बढ़ती हुई ब्याज की दर से लोन के महंगे होने की समस्या से भी बच जाते है।
ईपीएफ के नियम
नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह सुविधा उनके भविष्य की जरूरतों के लिए दी गई है। योजना के अंतर्गत इकट्ठी की गई पूरी धनराशि रिटायरमेंट पर प्राप्त होती है। लेकिन इस योजना में यह भी सुविधा दी गई है कि बड़े खर्चों जैसे बच्चों की उच्च शिक्षा, शादी-ब्याह या मकान आदि बनाने के लिए रिटायरमेंट के पहले भी इसमें से कुछ राशि निकाली जा सकती है। मौजूदा नियमों के अंतर्गत घर खरीदने या घर के लिए कर्ज चुकाने के लिए 90% तक का फंड निकाला जा सकता है।
ईपीएफ खाते से पैसा निकालने के लिए क्या करना होगा?
यदि आप घर के लिए जमीन खरीदना चाहते हैं, नया घर खरीदना चाहते हैं, मकान बनवाना चाह रहे हैं या अपने मकान की मरम्मत करवाना चाहते हैं तो ईपीएफ खाते से इसके लिए पैसे निकाले जा सकते हैं। इतना ही नहीं घर के लिया गया क़र्ज़ चुकता करने के लिए भी ईपीएफ का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके लिए न्यू डिक्लेरेशन फार्म (New Declaration Form) और यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट (Utilization Certificate) जमा कराना होता है।
यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम
होम लोन के लिए ईपीएफ निकालने की प्रोसेस
ईपीएफ की रक़म से यदि होम लोन चुकाना है तो जानिए उसकी पूरी प्रोसेस
इसके लिए EPFO e-SEVA पोर्टल में लॉग इन करना होगा।
लॉग इन करने के लिए UAN, पासवर्ड और कैप्चा कोड देना जरूरी है।
वेबसाइट के ऑनलाइन सर्विसेज (Online Services) विकल्प को चुनें।
ड्रॉपडाउन मेनू में से क्लेम फॉर्म-31 पर क्लिक करना है।
अपने बैंक के खाते की जानकारी दर्ज करने के बाद वेरीफाई विकल्प चुनें।
दिए गए नियम और शर्तों को भली भाँति जाँच लें।
नियम-शर्तें आदि समझ लेने के बाद ऑनलाइन क्लेम में क्लेम सेटलमेंट को चुनना होगा।
अब ईपीएफ से एडवांस लेने का कारण भरें।
कितनी रकम चाहिए और पता आदि जानकारी भरें।
आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
इसके बाद एप्लीकेशन सबमिट विकल्प चुनकर प्रक्रिया पूरी करें।
ईपीएफ खाते से ऑनलाइन विथड्रॉल के लिए जरूरी बातें
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर यूएन (UAN) ऐक्टिव होना चाहिए।
आपका यूएन (UAN) आधार नंबर से लिंक और वेरिफाइड होना चाहिए
यूएन UAN के साथ आवेदनकर्ता के बैंक खाते का नंबर और ब्रांच का आईएफएससी कोड लिंक होना चाहिए।
आवेदनकर्ता के ईपीएफ खाते का केवाईसी विवरण सही और पूरा होना चाहिए।
आवेदनकर्ता का आधार कार्ड से जुड़ा फ़ोन नंबर एक्टिव होना जरूरी है।
ईपीएफओ के दस्तावेजों में खाताधारक की सही जन्म तिथि दर्ज होनी चाहिए।
ईपीएफ रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा के लिहाज़ से बेहद जरूरी होता है इसलिए उसमें से पैसे निकालते समय अपने कारणों को सही पहचान होना जरूरी है। होम लोन आदि बड़े कर्जों के लिए ब्याज की दरें भी बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में ईपीएफ कॉर्पस का इस्तेमाल इस बड़े बोझ से छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है। विशेषतया जब होम लोन के ब्याज की दर ईपीएफ पर मिलने वाले इंटरेस्ट से बहुत अधिक हो तब होम लोन को जल्दी चुकता करने में ही फायदा होता है।
बावजूद इसके ईपीएफ में जमा पैसे को निकालने से रिटायरमेंट की प्लानिंग पर पड़ने वाले असर का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। एक बार मासिक किस्तों से छुटकारा मिलने के बाद पैसा एसआईपी के जरिए या फिर रिकरिंग खाते आदि में लगाया जा सकता है। जिससे ईपीएफ निकाल लेने के कारण रिटायरमेंट की प्लानिंग में आने वाली कमी को भरा जा सकता है।
यह भी पढ़ें: मार्केट में निफ़्टी ५० से रिटर्न कैसे पाए?
EPF withdrawal process to re-pay Home Loan: होम लोन पर ब्याज की दर बहुत ज्यादा होती है और उसे चुकाते-चुकाते लंबा समय निकल जाता है। बहुत से लोगों की यही समस्या रहती है कि कैसे जल्द से जल्द होम लोन चुकता करें? यदि आप ऋण मुक्त होना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप एक बड़ी धनराशि का इंतजाम करें। नौकरीपेशा व्यक्तियों को अपने कर्मचारी भविष्य निधि से कुछ रकम निकालकर यह काम करना आसान हो सकता है। एक तो कर्ज का बोझ हट जाता है, दूसरे बढ़ती हुई ब्याज की दर से लोन के महंगे होने की समस्या से भी बच जाते है।
ईपीएफ के नियम
नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह सुविधा उनके भविष्य की जरूरतों के लिए दी गई है। योजना के अंतर्गत इकट्ठी की गई पूरी धनराशि रिटायरमेंट पर प्राप्त होती है। लेकिन इस योजना में यह भी सुविधा दी गई है कि बड़े खर्चों जैसे बच्चों की उच्च शिक्षा, शादी-ब्याह या मकान आदि बनाने के लिए रिटायरमेंट के पहले भी इसमें से कुछ राशि निकाली जा सकती है। मौजूदा नियमों के अंतर्गत घर खरीदने या घर के लिए कर्ज चुकाने के लिए 90% तक का फंड निकाला जा सकता है।
ईपीएफ खाते से पैसा निकालने के लिए क्या करना होगा?
यदि आप घर के लिए जमीन खरीदना चाहते हैं, नया घर खरीदना चाहते हैं, मकान बनवाना चाह रहे हैं या अपने मकान की मरम्मत करवाना चाहते हैं तो ईपीएफ खाते से इसके लिए पैसे निकाले जा सकते हैं। इतना ही नहीं घर के लिया गया क़र्ज़ चुकता करने के लिए भी ईपीएफ का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके लिए न्यू डिक्लेरेशन फार्म (New Declaration Form) और यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट (Utilization Certificate) जमा कराना होता है।
यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम
होम लोन के लिए ईपीएफ निकालने की प्रोसेस
ईपीएफ की रक़म से यदि होम लोन चुकाना है तो जानिए उसकी पूरी प्रोसेस
इसके लिए EPFO e-SEVA पोर्टल में लॉग इन करना होगा।
लॉग इन करने के लिए UAN, पासवर्ड और कैप्चा कोड देना जरूरी है।
वेबसाइट के ऑनलाइन सर्विसेज (Online Services) विकल्प को चुनें।
ड्रॉपडाउन मेनू में से क्लेम फॉर्म-31 पर क्लिक करना है।
अपने बैंक के खाते की जानकारी दर्ज करने के बाद वेरीफाई विकल्प चुनें।
दिए गए नियम और शर्तों को भली भाँति जाँच लें।
नियम-शर्तें आदि समझ लेने के बाद ऑनलाइन क्लेम में क्लेम सेटलमेंट को चुनना होगा।
अब ईपीएफ से एडवांस लेने का कारण भरें।
कितनी रकम चाहिए और पता आदि जानकारी भरें।
आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
इसके बाद एप्लीकेशन सबमिट विकल्प चुनकर प्रक्रिया पूरी करें।
ईपीएफ खाते से ऑनलाइन विथड्रॉल के लिए जरूरी बातें
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर यूएन (UAN) ऐक्टिव होना चाहिए।
आपका यूएन (UAN) आधार नंबर से लिंक और वेरिफाइड होना चाहिए
यूएन UAN के साथ आवेदनकर्ता के बैंक खाते का नंबर और ब्रांच का आईएफएससी कोड लिंक होना चाहिए।
आवेदनकर्ता के ईपीएफ खाते का केवाईसी विवरण सही और पूरा होना चाहिए।
आवेदनकर्ता का आधार कार्ड से जुड़ा फ़ोन नंबर एक्टिव होना जरूरी है।
ईपीएफओ के दस्तावेजों में खाताधारक की सही जन्म तिथि दर्ज होनी चाहिए।
ईपीएफ रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा के लिहाज़ से बेहद जरूरी होता है इसलिए उसमें से पैसे निकालते समय अपने कारणों को सही पहचान होना जरूरी है। होम लोन आदि बड़े कर्जों के लिए ब्याज की दरें भी बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में ईपीएफ कॉर्पस का इस्तेमाल इस बड़े बोझ से छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है। विशेषतया जब होम लोन के ब्याज की दर ईपीएफ पर मिलने वाले इंटरेस्ट से बहुत अधिक हो तब होम लोन को जल्दी चुकता करने में ही फायदा होता है।
बावजूद इसके ईपीएफ में जमा पैसे को निकालने से रिटायरमेंट की प्लानिंग पर पड़ने वाले असर का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। एक बार मासिक किस्तों से छुटकारा मिलने के बाद पैसा एसआईपी के जरिए या फिर रिकरिंग खाते आदि में लगाया जा सकता है। जिससे ईपीएफ निकाल लेने के कारण रिटायरमेंट की प्लानिंग में आने वाली कमी को भरा जा सकता है।
यह भी पढ़ें: मार्केट में निफ़्टी ५० से रिटर्न कैसे पाए?