- Date : 02/10/2022
- Read: 3 mins
होमलोन का मासिक किश्त समय पर भरना अति आवश्यक है।

Consequences of default in Home loan EMI: होम लोन लेकर घर खरीदना एक आम चलन है। अब पहले पैसे जोड़कर उसके बाद घर खरीदने की ज़रूरत नहीं होती। आप बैंक या निजी कंपनियों से कर्ज लेकर घर खरीद सकते हैं और फिर उसे मासिक किश्तों में चुका सकते हैं। इससे लोगों को अपने घर का सपना पूरा करने में सुविधा होती है। मगर इन किश्तों को समय पर चुकाना बहुत ही ज़रूरी है। अगर आप समय पर किश्त नहीं चुकाते तो इसका आपके वर्तमान और भविष्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इससे आपकी साख प्रभावित होती है और भविष्य में आपके लिए लोन लेना मुश्किल हो सकता है। तो जानिए कि होम लोन डिफॉल्ट होने के क्या परिणाम हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें: भारत के लिए सब्सिडी गलत या सही?
होम लोन की ईएमआई में चूक होने के नतीजे
अगर आप किसी महीने ईएमआई देने से चूक जाते हैं तो पहली बार इस चूक के बाद, बैंक आपको एसएमएस और ईमेल के जरिए भुगतान करने के लिए रिमाइंडर भेजेगा। इस रिमाइंडर में एक लिंक भी दिया गया हो सकता है, जिसके ज़रिए आप ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। ऋणदाता भुगतान में हुई देरी के लिए ईएमआई के साथ बकाया लोन राशि पर 1% या 2% का जुर्माना भी लगा सकता है। जब आप यह भुगतान कर देते हैं, तो आपका लोन अकाउंट फिर से पहले की तरह जारी हो जाएगा।
ईएमआई में दूसरी बार चूक होने पर ऋणदाता आपको एक चेतावनी जारी करेगा। बैंक आपको जुर्माने के साथ मासिक किश्त का फौरन भुगतान करने को कहेगा। आपकी वित्तीय स्थिति के आधार पर इसका भुगतान करने के लिए आपको कुछ समय दिया जा सकता है। हालांकि, दूसरी बार चूक बैंक को सावधान कर देगी। ऐसे में जितनी जल्दी हो सके आपको अपनी ईएमआई का भुगतान कर देना चाहिए।
अगर आप लगातार तीसरी बार भी ईएमआई का भुगतान करने में चूक जाते हैं, तो बैंक इसे मामूली चूक मानेगा और भुगतान करने के लिए आपको रिमाइंडर भेजता रहेगा। लेकिन, अगर आप 90 दिनों या तीन महीने के बाद भी ईएमआई भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो ऋणदाता बकाया राशि की वसूली के लिए आपकी संपत्ति की नीलामी की कार्रवाई शुरू कर देगा। बैंक-बाजार डॉट कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी के अनुसार, “ईएमआई में देरी करने पर, ऋणदाता सामान्य रूप से बकाया ईएमआई पर 1% -2% प्रति माह का जुर्माना लगाने की कार्रवाई करता है जो जरूरी है।” अगर आप ईएमआई के भुगतान में अक्सर चूक करते रहते हैं तो वह आपके लोन को एनपीए के रूप में चिह्नित कर वसूली की प्रक्रिया शुरू करेगा। आमतौर पर, किसी लोन को एनपीए के रूप में चिह्नित करने से पहले बैंक एक नोटिस भेजता है।
अगर आप लगातार तीन ईएमआई भरने में चूक करते हैं और बकाया राशि के भुगतान में 90 दिनों से अधिक देरी करते हैं, तो ऋणदाता आपको डिफॉल्टर मान लेता है। यह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में एनपीए के रूप में दिखाने लगेगा, जिससे आपके क्रेडिट स्कोर में गिरावट आएगी और भविष्य में कोई भी लोन लेने में आपको दिक्कत हो सकती है। इसलिए अपने होमलोन की मासिक किश्त को समय पर चुकाते रहना जरूरी है।
यह भी पढ़ें: कैसे करे ऑडिट अपने व्यक्तिगत वित्त का
Home Loan में Interest पे भारी बचत कैसे करें?
Consequences of default in Home loan EMI: होम लोन लेकर घर खरीदना एक आम चलन है। अब पहले पैसे जोड़कर उसके बाद घर खरीदने की ज़रूरत नहीं होती। आप बैंक या निजी कंपनियों से कर्ज लेकर घर खरीद सकते हैं और फिर उसे मासिक किश्तों में चुका सकते हैं। इससे लोगों को अपने घर का सपना पूरा करने में सुविधा होती है। मगर इन किश्तों को समय पर चुकाना बहुत ही ज़रूरी है। अगर आप समय पर किश्त नहीं चुकाते तो इसका आपके वर्तमान और भविष्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इससे आपकी साख प्रभावित होती है और भविष्य में आपके लिए लोन लेना मुश्किल हो सकता है। तो जानिए कि होम लोन डिफॉल्ट होने के क्या परिणाम हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें: भारत के लिए सब्सिडी गलत या सही?
होम लोन की ईएमआई में चूक होने के नतीजे
अगर आप किसी महीने ईएमआई देने से चूक जाते हैं तो पहली बार इस चूक के बाद, बैंक आपको एसएमएस और ईमेल के जरिए भुगतान करने के लिए रिमाइंडर भेजेगा। इस रिमाइंडर में एक लिंक भी दिया गया हो सकता है, जिसके ज़रिए आप ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। ऋणदाता भुगतान में हुई देरी के लिए ईएमआई के साथ बकाया लोन राशि पर 1% या 2% का जुर्माना भी लगा सकता है। जब आप यह भुगतान कर देते हैं, तो आपका लोन अकाउंट फिर से पहले की तरह जारी हो जाएगा।
ईएमआई में दूसरी बार चूक होने पर ऋणदाता आपको एक चेतावनी जारी करेगा। बैंक आपको जुर्माने के साथ मासिक किश्त का फौरन भुगतान करने को कहेगा। आपकी वित्तीय स्थिति के आधार पर इसका भुगतान करने के लिए आपको कुछ समय दिया जा सकता है। हालांकि, दूसरी बार चूक बैंक को सावधान कर देगी। ऐसे में जितनी जल्दी हो सके आपको अपनी ईएमआई का भुगतान कर देना चाहिए।
अगर आप लगातार तीसरी बार भी ईएमआई का भुगतान करने में चूक जाते हैं, तो बैंक इसे मामूली चूक मानेगा और भुगतान करने के लिए आपको रिमाइंडर भेजता रहेगा। लेकिन, अगर आप 90 दिनों या तीन महीने के बाद भी ईएमआई भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो ऋणदाता बकाया राशि की वसूली के लिए आपकी संपत्ति की नीलामी की कार्रवाई शुरू कर देगा। बैंक-बाजार डॉट कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी के अनुसार, “ईएमआई में देरी करने पर, ऋणदाता सामान्य रूप से बकाया ईएमआई पर 1% -2% प्रति माह का जुर्माना लगाने की कार्रवाई करता है जो जरूरी है।” अगर आप ईएमआई के भुगतान में अक्सर चूक करते रहते हैं तो वह आपके लोन को एनपीए के रूप में चिह्नित कर वसूली की प्रक्रिया शुरू करेगा। आमतौर पर, किसी लोन को एनपीए के रूप में चिह्नित करने से पहले बैंक एक नोटिस भेजता है।
अगर आप लगातार तीन ईएमआई भरने में चूक करते हैं और बकाया राशि के भुगतान में 90 दिनों से अधिक देरी करते हैं, तो ऋणदाता आपको डिफॉल्टर मान लेता है। यह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में एनपीए के रूप में दिखाने लगेगा, जिससे आपके क्रेडिट स्कोर में गिरावट आएगी और भविष्य में कोई भी लोन लेने में आपको दिक्कत हो सकती है। इसलिए अपने होमलोन की मासिक किश्त को समय पर चुकाते रहना जरूरी है।
यह भी पढ़ें: कैसे करे ऑडिट अपने व्यक्तिगत वित्त का