- Date : 01/05/2020
- Read: 3 mins
- Read in English: How banks are going to operate during the complete lockdown in India
बैंक सामाजिक दूरी को बढ़ावा दे रहे हैं और ग्राहकों को डिजिटल सेवाओं का उपयोग करने के लिए कह रहे हैं - लेकिन अगर कोई तत्काल आवश्यकता हो तो आप बैंक की शाखा में जा सकते हैं|

ये अनिश्चित समय हैं। दुनिया को रोक देने वाली महामारी को देखते हुए, भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने COVID -19 वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 21 दिनों के लिए देश में पूर्ण लॉक-डाउन की घोषणा की है। हालांकि, किराने की दुकानों, चिकित्सा दुकानों, अस्पतालों और बैंकों जैसी आवश्यक सेवाओं को खुले रहने की अनुमति दी गई है।
भारत के नागरिकों से कहा गया है कि वे अपने घरों से बाहर न निकलें, जब तक कि उन्हें आवश्यक वस्तुएं खरीदनी हो, महत्वपूर्ण सेवाओं की ज़रूरत हो, या कोई आपात स्थिति हो। सरकार ने कुछ कदम भी उठाए हैं जो सभी बैंकों पर लागू होंगे। इसने डिजिटल लेनदेन और ए.टी.एम. नकद निकासी के लिए शुल्क कम कर दिया है, और तीन महीने की अवधि के लिए न्यूनतम आवश्यक बैलेंस शुल्क भी माफ कर दिया है।
भारत के प्रमुख बैंक, जनता की सेवा करते हुए, अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की सुरक्षा के लिए कदम उठा रहे हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन बताये गए हैं:
नेट-बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग
सभी बैंक, ग्राहकों से बैंक शाखाओं में जाने से बचने का निवेदन कर रही है और बैंकिंग सेवाओं के लिए नेट-बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग जैसे विभिन्न डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके सामाजिक दूरी का पालन करने का अनुरोध कर रहे हैं। जिन सेवाओं को आसानी से ऑनलाइन किया जा सकता है, उनमें फंड ट्रांसफर, क्रेडिट कार्ड के बकाए का भुगतान, बैंक स्टेटमेंट देखना, एफ.डी. खोलना, पी.पी.एफ. खाते में नकदी जमा करना, पासबुक की जांच करना, बिलों का भुगतान आदि शामिल हैं।
प्रतिबंधित समय
एच.डी.एफ.सी. बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे प्रमुख बैंकों ने अपने परिचालन समय में कटौती की है। वे अब केवल 10 बजे से 2 बजे तक ही खुले रहते हैं, एक छोड़ कर हर दूसरे शनिवार और सभी रविवार को बंद होते हैं। यह कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए जोखिम को सीमित करने और स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण बनाए रखने के लिए किया जा रहा है।
कम स्टाफ
महामारी के दौरान काम करने वाले स्टाफ सदस्यों की संख्या को भी बैंकों ने कम की है। बैंक शाखाओं की सुचारू कार्यप्रणाली सुनिश्चित करने के लिए केवल मुख्य कर्मचारियों की जरूरत होती है, जो काम पर आते हैं। अन्य सभी कर्मचारियों से घर से काम करने का अनुरोध किया गया है।
सीमित सेवाएँ
देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान बैंक केवल सीमित सेवाएं ही देंगे। ग्राहक पैसे जमा करने या निकालने के लिए अपनी स्थानीय शाखा में जा सकते हैं। वे चेक जमा करने और अपने प्रियजनों को पैसे भेजने के लिए प्रेषण सेवाओं का उपयोग भी कर पाएंगे। इन सेवाओं के लिए देश भर में ए.टी.एम. भी काम करेंगे। ग्राहकों से बैंक अनुरोध कर रहे हैं कि वे बैंक शाखाओं में भीड़ लगाने के बजाय ए.टी.एम. का उपयोग करें। गैर-जरूरी सेवाओं जैसे पासबुक को अपडेट करना, नए ऋण, विदेशी मुद्रा विनिमय आदि को फिलहाल रोक दिया गया है।
सुरक्षा प्रोटोकॉल
बैंक पूरी तरह से सुरक्षा का ध्यान रख रहे हैं, जैसे कि प्रत्येक शाखा को साफ करना और यह सुनिश्चित करना कि लोग एक दूसरे से कम से कम1 मीटर दूर खड़े हों। वे ऐसी अभूतपूर्व स्थितियों के लिए डिज़ाइन की गई व्यावसायिक निरंतरता योजनाएं भी लागू कर रहे हैं।
ये अनिश्चित समय हैं। दुनिया को रोक देने वाली महामारी को देखते हुए, भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने COVID -19 वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 21 दिनों के लिए देश में पूर्ण लॉक-डाउन की घोषणा की है। हालांकि, किराने की दुकानों, चिकित्सा दुकानों, अस्पतालों और बैंकों जैसी आवश्यक सेवाओं को खुले रहने की अनुमति दी गई है।
भारत के नागरिकों से कहा गया है कि वे अपने घरों से बाहर न निकलें, जब तक कि उन्हें आवश्यक वस्तुएं खरीदनी हो, महत्वपूर्ण सेवाओं की ज़रूरत हो, या कोई आपात स्थिति हो। सरकार ने कुछ कदम भी उठाए हैं जो सभी बैंकों पर लागू होंगे। इसने डिजिटल लेनदेन और ए.टी.एम. नकद निकासी के लिए शुल्क कम कर दिया है, और तीन महीने की अवधि के लिए न्यूनतम आवश्यक बैलेंस शुल्क भी माफ कर दिया है।
भारत के प्रमुख बैंक, जनता की सेवा करते हुए, अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की सुरक्षा के लिए कदम उठा रहे हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन बताये गए हैं:
नेट-बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग
सभी बैंक, ग्राहकों से बैंक शाखाओं में जाने से बचने का निवेदन कर रही है और बैंकिंग सेवाओं के लिए नेट-बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग जैसे विभिन्न डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके सामाजिक दूरी का पालन करने का अनुरोध कर रहे हैं। जिन सेवाओं को आसानी से ऑनलाइन किया जा सकता है, उनमें फंड ट्रांसफर, क्रेडिट कार्ड के बकाए का भुगतान, बैंक स्टेटमेंट देखना, एफ.डी. खोलना, पी.पी.एफ. खाते में नकदी जमा करना, पासबुक की जांच करना, बिलों का भुगतान आदि शामिल हैं।
प्रतिबंधित समय
एच.डी.एफ.सी. बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे प्रमुख बैंकों ने अपने परिचालन समय में कटौती की है। वे अब केवल 10 बजे से 2 बजे तक ही खुले रहते हैं, एक छोड़ कर हर दूसरे शनिवार और सभी रविवार को बंद होते हैं। यह कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए जोखिम को सीमित करने और स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण बनाए रखने के लिए किया जा रहा है।
कम स्टाफ
महामारी के दौरान काम करने वाले स्टाफ सदस्यों की संख्या को भी बैंकों ने कम की है। बैंक शाखाओं की सुचारू कार्यप्रणाली सुनिश्चित करने के लिए केवल मुख्य कर्मचारियों की जरूरत होती है, जो काम पर आते हैं। अन्य सभी कर्मचारियों से घर से काम करने का अनुरोध किया गया है।
सीमित सेवाएँ
देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान बैंक केवल सीमित सेवाएं ही देंगे। ग्राहक पैसे जमा करने या निकालने के लिए अपनी स्थानीय शाखा में जा सकते हैं। वे चेक जमा करने और अपने प्रियजनों को पैसे भेजने के लिए प्रेषण सेवाओं का उपयोग भी कर पाएंगे। इन सेवाओं के लिए देश भर में ए.टी.एम. भी काम करेंगे। ग्राहकों से बैंक अनुरोध कर रहे हैं कि वे बैंक शाखाओं में भीड़ लगाने के बजाय ए.टी.एम. का उपयोग करें। गैर-जरूरी सेवाओं जैसे पासबुक को अपडेट करना, नए ऋण, विदेशी मुद्रा विनिमय आदि को फिलहाल रोक दिया गया है।
सुरक्षा प्रोटोकॉल
बैंक पूरी तरह से सुरक्षा का ध्यान रख रहे हैं, जैसे कि प्रत्येक शाखा को साफ करना और यह सुनिश्चित करना कि लोग एक दूसरे से कम से कम1 मीटर दूर खड़े हों। वे ऐसी अभूतपूर्व स्थितियों के लिए डिज़ाइन की गई व्यावसायिक निरंतरता योजनाएं भी लागू कर रहे हैं।