How to Choose Bank for FD: फिक्स डिपॉजिट या एफडी करते हुए किन बातों का रखना चाहिए ध्यान, ज्यादा ब्याज के चक्कर में कहीं ना पड़ जाएं लेने के देने

बैंकिंग सेक्टर इन दिनों ग्राहकों को लुभाने के लिए एफडी पर आकर्षक इंट्रस्ट रेट दे रहा है। लेकिन आपको एफडी कराने से पहले इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

How to Choose Bank for FD

How to Choose Bank for FD: बैंकिंग सेक्टर में पिछले कुछ समय से स्मॉल फाइनेंस बैंक के तौर पर कुछ ऐसे प्लेयर्स आए हैं जो कस्टमर्स को सेविंग और एफडी यानी फिक्स डिपॉजिट पर अच्छा रिटर्न दे रहे हैं। इन्हें देखते हुए कुछ बड़े बैंक भी अब ग्राहकों को लुभाने के लिए एफडी पर हाई रिटर्न ऑफर कर रहे हैं। अगर आप एक साल, दो साल, तीन साल, पांच साल या दस साल के लिए एफडी करवाने का सोच रहे हैं ये खबर आपका फायदा करवा सकती है इसलिए इसे अंत तक पढ़ें।

कोटक महिंद्रा बैंक 390 दिनों के लिए एफडी पर 7.2 प्रतिशत ब्याज ऑफर कर रहा है, जबकि 364 दिन की डिपॉजिट पर 6.2 प्रतिशत ब्याज मिलता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) 400 दिनों के फिक्स डिपॉजिट पर आपको 7.10 प्रतिशत ब्याज देगा। वहीं एक साल से कम समय में एफडी मेच्योर होने पर  5.75 प्रतिशत ब्याज मिलता है। 

स्मॉल फाइनेंस बैंक की बात करें तो उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 700 दिन की स्पेशल डिपॉजिट पर 9.25 प्रतिशत तक ब्याज दे रहा है। इसके अलावा यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में 1001 दिनों की स्पेशल डिपॉजिट पर वरिष्ठ नागरिक को 9.5 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है हैं।

सबसे पहले, ये समझते हैं कि बैंक एक खास अवधि के लिए जमा पैसे पर हाई इंट्रस्ट क्यों देता है? इसका जवाब ये है कि बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट बढ़ाकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उनके पास लोन देने के लिए पर्याप्त पैसा है। 

सही FD अवधि का चयन कैसे करें

बाजार के जानकार बताते हैं कि आपको एफडी करते हुए उस टाइम पीरियड को ध्यान से देखना चाहिए जिसके लिए आप निवेश करना चाहते हैं। 

FD में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?

आपको याद रखना चाहिए कि किसी खास स्कीम के तहत की गई एफडी आपको रेगुलर एफडी की तुलना में ज्यादा रिटर्न दे सकती है, लेकिन उनमें से ज्यादातर नॉन-कॉलेबल हैं। इसलिए रेगुलर फिक्स्ड डिपॉजिट के तुलना में आपके पास ऑड-टेन्योर डिपॉजिट में जुर्माने के साथ समय से पहले पैसे निकालने का विकल्प नहीं होगा। एफडी से बेहतरीन रिटर्न पाने के लिए विशेषज्ञ एफडी राशि को स्पेशल टेन्योर और रेगुलर टेन्योर के बीच बांटने का सुझाव देते हैं। 

इसके अलावा, ऑड-टेन्योर या शॉर्ट-टर्म फिक्स्ड डिपॉजिट बुक करते समय ऑटो-रिन्यूअल विकल्प चुनने से बचें। अगर आपने अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट में ऑटो-रिन्यू का विकल्प का चुना है, तो मैच्योरिटी के समय आय को उसी अवधि की एक और एफडी अपने आप हो जाएगी।। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे समय में जब बैंक डिपॉजिट में इतनी तेजी से वृद्धि कर रहे हैं तो निवेशकों को ऑटो-रिन्यू के विकल्प से बचना बेहतर है।

FD निवेश: सिर्फ ज्यादा रिटर्न नहीं, सुरक्षा पहले

अंत में, सिर्फ आकर्षक 8.5-9 प्रतिशत ब्याज दर पर मत जाइए। एफडी में पैसा जमा करते समय, आपको यह देखना चाहिए कि  चाहिए कि जिस बैंक में आप पैसा लगा रहे हैं वो कितना सुरक्षित और विश्वसनीय है। स्मॉल फाइनेंस बैंक में डिपॉजिट बीमा क्रेडिट गारंटी निगम (आरबीआई की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी) के तहत 5 लाख रुपये तक की रकम डिपॉजिट इंशोरेंस स्कीम के तहत इंशोर्ड हैं। इस इंशोरेंस में प्रिंसिपल अमाउंट और उसपर मिलने वाला ब्याज दोनों शामिल हैं। जमाकर्ताओं को बिना जांचे उन एफडी में निवेश नहीं करना चाहिए जहां ब्याज दरें अधिक हैं।

 

How to Choose Bank for FD: बैंकिंग सेक्टर में पिछले कुछ समय से स्मॉल फाइनेंस बैंक के तौर पर कुछ ऐसे प्लेयर्स आए हैं जो कस्टमर्स को सेविंग और एफडी यानी फिक्स डिपॉजिट पर अच्छा रिटर्न दे रहे हैं। इन्हें देखते हुए कुछ बड़े बैंक भी अब ग्राहकों को लुभाने के लिए एफडी पर हाई रिटर्न ऑफर कर रहे हैं। अगर आप एक साल, दो साल, तीन साल, पांच साल या दस साल के लिए एफडी करवाने का सोच रहे हैं ये खबर आपका फायदा करवा सकती है इसलिए इसे अंत तक पढ़ें।

कोटक महिंद्रा बैंक 390 दिनों के लिए एफडी पर 7.2 प्रतिशत ब्याज ऑफर कर रहा है, जबकि 364 दिन की डिपॉजिट पर 6.2 प्रतिशत ब्याज मिलता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) 400 दिनों के फिक्स डिपॉजिट पर आपको 7.10 प्रतिशत ब्याज देगा। वहीं एक साल से कम समय में एफडी मेच्योर होने पर  5.75 प्रतिशत ब्याज मिलता है। 

स्मॉल फाइनेंस बैंक की बात करें तो उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 700 दिन की स्पेशल डिपॉजिट पर 9.25 प्रतिशत तक ब्याज दे रहा है। इसके अलावा यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में 1001 दिनों की स्पेशल डिपॉजिट पर वरिष्ठ नागरिक को 9.5 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है हैं।

सबसे पहले, ये समझते हैं कि बैंक एक खास अवधि के लिए जमा पैसे पर हाई इंट्रस्ट क्यों देता है? इसका जवाब ये है कि बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट बढ़ाकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उनके पास लोन देने के लिए पर्याप्त पैसा है। 

सही FD अवधि का चयन कैसे करें

बाजार के जानकार बताते हैं कि आपको एफडी करते हुए उस टाइम पीरियड को ध्यान से देखना चाहिए जिसके लिए आप निवेश करना चाहते हैं। 

FD में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?

आपको याद रखना चाहिए कि किसी खास स्कीम के तहत की गई एफडी आपको रेगुलर एफडी की तुलना में ज्यादा रिटर्न दे सकती है, लेकिन उनमें से ज्यादातर नॉन-कॉलेबल हैं। इसलिए रेगुलर फिक्स्ड डिपॉजिट के तुलना में आपके पास ऑड-टेन्योर डिपॉजिट में जुर्माने के साथ समय से पहले पैसे निकालने का विकल्प नहीं होगा। एफडी से बेहतरीन रिटर्न पाने के लिए विशेषज्ञ एफडी राशि को स्पेशल टेन्योर और रेगुलर टेन्योर के बीच बांटने का सुझाव देते हैं। 

इसके अलावा, ऑड-टेन्योर या शॉर्ट-टर्म फिक्स्ड डिपॉजिट बुक करते समय ऑटो-रिन्यूअल विकल्प चुनने से बचें। अगर आपने अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट में ऑटो-रिन्यू का विकल्प का चुना है, तो मैच्योरिटी के समय आय को उसी अवधि की एक और एफडी अपने आप हो जाएगी।। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे समय में जब बैंक डिपॉजिट में इतनी तेजी से वृद्धि कर रहे हैं तो निवेशकों को ऑटो-रिन्यू के विकल्प से बचना बेहतर है।

FD निवेश: सिर्फ ज्यादा रिटर्न नहीं, सुरक्षा पहले

अंत में, सिर्फ आकर्षक 8.5-9 प्रतिशत ब्याज दर पर मत जाइए। एफडी में पैसा जमा करते समय, आपको यह देखना चाहिए कि  चाहिए कि जिस बैंक में आप पैसा लगा रहे हैं वो कितना सुरक्षित और विश्वसनीय है। स्मॉल फाइनेंस बैंक में डिपॉजिट बीमा क्रेडिट गारंटी निगम (आरबीआई की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी) के तहत 5 लाख रुपये तक की रकम डिपॉजिट इंशोरेंस स्कीम के तहत इंशोर्ड हैं। इस इंशोरेंस में प्रिंसिपल अमाउंट और उसपर मिलने वाला ब्याज दोनों शामिल हैं। जमाकर्ताओं को बिना जांचे उन एफडी में निवेश नहीं करना चाहिए जहां ब्याज दरें अधिक हैं।

 

संवादपत्र

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