- Date : 14/04/2023
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Post Office FD Vs SBI Fixed Deposit: पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट पर दो साल का रिटर्न वही है. जो भारतीय स्टेट बैंक (SBI) समेत ज्यादातर प्रमुख बैंकों द्वारा समान मैच्यॉरिटी की डिपॉजिट पर दिया जाता है।

Post Office FD Vs SBI Fixed Deposit: नए डिपॉजिटर्स को आकर्षित करने के लिए कई बैंकों ने आरबीआई की दर में बढ़ोतरी के बाद अपने डिपॉजिट रेट्स में बढ़ोतरी की है। दरअसल, केंद्रीय बैंक ने मई 2022 से रेपो दर में 250 बीपीएस की बढ़ोतरी की है। आरबीआई ने लगातार छह रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद इस महीने पॉज बटन दबाने का फैसला किया है। जो एफडी दरें लगभग 10 महीने पहले औसतन 5 फीसदी थीं, वे अब 7 फीसदी से ज्यादा हो गई हैं। बैंकों के अलावा पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट भी एफडी के लिए सुरक्षित ऑप्शन माना जाता है। पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट दरों में भी क्वॉर्टरली रिविजन होता है।
पोस्ट ऑफिस एफडी की ब्याज दरें 1 अप्रैल से प्रभावी
पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट, जो कि हाल के दिनों में बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में कम रिटर्न प्राप्त कर रहे थे, वे अब फिर से बैंक एफडी से कॉम्पिटिशन के लिए तैयार हैं। दरअसल, सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में तीन बैक-टू-बैक बढ़ोतरी की है। छोटी बचत योजनाओं के तहत दो साल की पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट पर रिटर्न 6.9 पर्सेंट है, जो कि ज्यादातर बैंकों द्वारा इसी तरह की मैच्योरिटी डिपॉजिट पर दिया जाता है। वहीं, 3 साल के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट पर रिटर्न 5.5 पर्सेंट से बढ़कर 7 पर्सेंट हो गया है।
आपको बता दें कि स्मॉल सेविंग इंस्ट्रूमेंट्स (SSI) के संबंध में सरकार ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए ब्याज दरों में 10-70 बीपीएस की बढ़ोतरी की है। एसबीआई के फिक्स्ड डिपॉजिट इंट्रेस्ट रेट्स की बात करें तो 7 दिनों से 10 साल के बीच की एसबीआई एफडी पर सामान्य ग्राहकों को 3% से 7.1% ब्याज मिलेगा। वरिष्ठ नागरिकों को इन जमाओं पर 50 आधार अंक (BPS) एक्स्ट्रा मिलेंगे। भारत के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक द्वारा एक साल से 2 साल से कम की जमा पर दी जाने वाली ब्याज दर 6.8 फीसदी है। वहीं, 2 साल से लेकर 3 साल से कम की जमा पर एसबीआई की ब्याज दर 7 फीसदी है। ये दरें 15 फरवरी से प्रभावी हैं।
Post Office FD Vs SBI Fixed Deposit: नए डिपॉजिटर्स को आकर्षित करने के लिए कई बैंकों ने आरबीआई की दर में बढ़ोतरी के बाद अपने डिपॉजिट रेट्स में बढ़ोतरी की है। दरअसल, केंद्रीय बैंक ने मई 2022 से रेपो दर में 250 बीपीएस की बढ़ोतरी की है। आरबीआई ने लगातार छह रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद इस महीने पॉज बटन दबाने का फैसला किया है। जो एफडी दरें लगभग 10 महीने पहले औसतन 5 फीसदी थीं, वे अब 7 फीसदी से ज्यादा हो गई हैं। बैंकों के अलावा पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट भी एफडी के लिए सुरक्षित ऑप्शन माना जाता है। पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट दरों में भी क्वॉर्टरली रिविजन होता है।
पोस्ट ऑफिस एफडी की ब्याज दरें 1 अप्रैल से प्रभावी
पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट, जो कि हाल के दिनों में बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में कम रिटर्न प्राप्त कर रहे थे, वे अब फिर से बैंक एफडी से कॉम्पिटिशन के लिए तैयार हैं। दरअसल, सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में तीन बैक-टू-बैक बढ़ोतरी की है। छोटी बचत योजनाओं के तहत दो साल की पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट पर रिटर्न 6.9 पर्सेंट है, जो कि ज्यादातर बैंकों द्वारा इसी तरह की मैच्योरिटी डिपॉजिट पर दिया जाता है। वहीं, 3 साल के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट पर रिटर्न 5.5 पर्सेंट से बढ़कर 7 पर्सेंट हो गया है।
आपको बता दें कि स्मॉल सेविंग इंस्ट्रूमेंट्स (SSI) के संबंध में सरकार ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए ब्याज दरों में 10-70 बीपीएस की बढ़ोतरी की है। एसबीआई के फिक्स्ड डिपॉजिट इंट्रेस्ट रेट्स की बात करें तो 7 दिनों से 10 साल के बीच की एसबीआई एफडी पर सामान्य ग्राहकों को 3% से 7.1% ब्याज मिलेगा। वरिष्ठ नागरिकों को इन जमाओं पर 50 आधार अंक (BPS) एक्स्ट्रा मिलेंगे। भारत के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक द्वारा एक साल से 2 साल से कम की जमा पर दी जाने वाली ब्याज दर 6.8 फीसदी है। वहीं, 2 साल से लेकर 3 साल से कम की जमा पर एसबीआई की ब्याज दर 7 फीसदी है। ये दरें 15 फरवरी से प्रभावी हैं।