क्या आप बच्चों की विदेश में शिक्षा का खर्च उठा सकते हैं?

अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाने के लिए आज से ही बचत शुरू करें। इस लेख से जानें कि आप यह काम कैसे कर सकते हैं

कुछ प्रमुख देशों में पढ़ाई का क्या खर्च है?

विदेश के किसी जाने-माने कॉलेज की डिग्री आपके बच्चे के बहुत काम आ सकती है। वहां केवल बेहतरीन शिक्षा ही नहीं बल्कि एक नए देश के जीवन और संस्कृति को जानने का मौका भी मिलता है। नौकरी पाने की बात हो तो विदेशी डिग्री बहुत मददगार साबित होती है।

हालांकि, विदेश में पढ़ाई का बढ़ता खर्च अभिभावकों के लिए चिंता की बात है। विदेश में पढ़ने से आपके बच्चे का करियर ऊंचाई पर पहुंच सकता है लेकिन फिर भी आप खुद से यह सवाल ज़रूर करते होंगे कि क्या आप विदेश में तीन या पांच वर्ष की पढ़ाई का खर्च उठा सकते हैं? 

प्रमुख देशों में पढ़ाई का खर्च

ट्यूशन फीस, रहना, भोजन और यात्रा, ये सब खर्च प्रत्येक विश्वविद्यालय या देश के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं। साथ ही विदेश में पढ़ाई का खर्च लगातार बढ़ता भी जा रहा है। आईए देखते हैं कि कुछ प्रमुख देशों में पढ़ाई पर कितना पैसा खर्च करना पड़ता है।

  • यूनाइटेड किंगडम – यहां स्नातक की पढ़ाई की एक वर्ष की औसत फीस करीब 10,000 पाउंड( लगभग 9.2 लाख रूपये) है। इसमें रहने का करीब 12,000 पाउंड  (10 लाख रूपये) का खर्च जोड़ दिया जाए तो हर वर्ष करीब 20 लाख रूपये का खर्चा आएगा।
  • जर्मनी – जर्मन विश्वविद्यालयों में ट्यूशन फीस और रहने का खर्च लगभग 20,000 यूरो (लगभग 17 लाख रूपये) तक हो सकता है।
  • अमेरिका – उच्च शिक्षा के लिए यह सबसे लोकप्रिय जगह है इसलिए आश्चर्य की बात नहीं है कि यहां के सबसे अच्छे कॉलेजों की ट्यूशन फीस और रहने का वार्षिक खर्च 60,000 डॉलर (42 लाख रूपये) तक हो सकता है।
  • आस्ट्रेलिया – विदेशी छात्रों को ट्यूशन फीस के लिए लगभग 29,000 आस्ट्रेलियन डॉलर (15 लाख रूपये) हर वर्ष चुकाने होंगे। इसमें चिकित्सा या पशु चिकित्सा जैसी पढ़ाई का खर्च शामिल नहीं है जो सामान्यतः ज़्यादा ही होता है। 
  • कनाडा – कनाडा में एक विदेशी छात्र को औसतन 25,000 कैनेडियन डॉलर (13.6 लाख रूपये) वार्षिक ट्यूशन फीस चुकानी पड़ती है। इसके अलावा छात्र वीज़ा की शर्तों के मुताबिक हर छात्र के पास रहने के खर्च के लिए 10,000 कैनेडियन डॉलर और होने चाहिए।
  • सिंगापुर – उच्च शिक्षा की बात हो तो सिंगापुर यूके और अमेरिका की तुलना में सस्ता है। स्नातक की पढ़ाई के लिए औसत खर्च 12,500 सिंगापुर डॉलर (6.5 लाख रूपये) है। रहने का लिए हर वर्ष का खर्च करीब 750-2000 सिंगापुर डॉलर (करीब 4.6-12 लाख रूपये) के बीच हो सकता है। 

बच्चे की शिक्षा का खर्च उठाने के लिए निवेश विकल्प

कम समय में इतना पैसा जुटाना मुश्किल होता है जब तक कि आपकी कोई लॉटरी ना लगी हो। इसका दूसरा सबसे बेहतर उपाय है कि बचत करना शुरू करें। सबसे पहले, आपको तय करना होगा कि कितने पैसे की ज़रूरत पड़ सकती है। वर्तमान ट्यूशन फीस के अलावा आपको मंहगाई दर और बच्चे की कॉलेज की शिक्षा शुरू होने में कितना समय बचा है इसको भी ध्यान रखना होगा। 

इक्विटी म्यूचूअल फंड और यूनिट लिंक्‍ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप) निवेश और पैसे की वृद्धि के लिए सबसे बेहतर विकल्प हैं। अगर आप नियमित निवेश करते रहें तो लंबे समय में इनसे अच्छा रिटर्न मिल सकता है। सबसे बेहतर यही है कि जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी निवेश करना शुरू कर दें। जितना लंबे समय के लिए निवेश करेंगे, आपके पास उतना ज़्यादा पैसा जमा होगा। 

चाइल्ड एजुकेशन प्लान

बहुत सी कंपनियां बच्चों कि उच्च शिक्षा के लिए विशेष चाइल्ड एजुकेशन प्लान भी देती हैं। ये इंश्योरेंस प्लान होते हैं जो आपको निश्चित वित्तीय लाभ देते हैं, ये लाभ पॉलिसी की अवधि के दौरान मिलते हैं। इसके साथ, इनमें जीवन बीमा कवर भी मिलता है। पॉलिसी लेने वाले की असमय मृत्यु या स्थाई विकलांग होने पर कंपनी एकमुश्त राशि देती है। 

क्या आप बच्चों की विदेश में शिक्षा का खर्च उठा सकते हैं?

निष्कर्ष 

अच्छी शिक्षा बच्चे को आपका दिया सबसे बेहतरीन उपहार हो सकता है। जब उन्हें किसी विश्वस्तरीय संस्थान से डिग्री मिलती है तो उम्मीद होती है कि उनका भविष्य भी बेहतर बनेगा। आप अभी से निवेश शुरू करके इस सपने को सच कर सकते हैं। बच्चे की शिक्षा के लिए पैसे जमा करें और आने वाले समय में उस निवेश का फायदा उठाएं। 

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसे किसी तरह की निवेश या कानूनी सलाह ना माना जाए। इन क्षेत्रों में कोई निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें। 
 

विदेश के किसी जाने-माने कॉलेज की डिग्री आपके बच्चे के बहुत काम आ सकती है। वहां केवल बेहतरीन शिक्षा ही नहीं बल्कि एक नए देश के जीवन और संस्कृति को जानने का मौका भी मिलता है। नौकरी पाने की बात हो तो विदेशी डिग्री बहुत मददगार साबित होती है।

हालांकि, विदेश में पढ़ाई का बढ़ता खर्च अभिभावकों के लिए चिंता की बात है। विदेश में पढ़ने से आपके बच्चे का करियर ऊंचाई पर पहुंच सकता है लेकिन फिर भी आप खुद से यह सवाल ज़रूर करते होंगे कि क्या आप विदेश में तीन या पांच वर्ष की पढ़ाई का खर्च उठा सकते हैं? 

प्रमुख देशों में पढ़ाई का खर्च

ट्यूशन फीस, रहना, भोजन और यात्रा, ये सब खर्च प्रत्येक विश्वविद्यालय या देश के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं। साथ ही विदेश में पढ़ाई का खर्च लगातार बढ़ता भी जा रहा है। आईए देखते हैं कि कुछ प्रमुख देशों में पढ़ाई पर कितना पैसा खर्च करना पड़ता है।

  • यूनाइटेड किंगडम – यहां स्नातक की पढ़ाई की एक वर्ष की औसत फीस करीब 10,000 पाउंड( लगभग 9.2 लाख रूपये) है। इसमें रहने का करीब 12,000 पाउंड  (10 लाख रूपये) का खर्च जोड़ दिया जाए तो हर वर्ष करीब 20 लाख रूपये का खर्चा आएगा।
  • जर्मनी – जर्मन विश्वविद्यालयों में ट्यूशन फीस और रहने का खर्च लगभग 20,000 यूरो (लगभग 17 लाख रूपये) तक हो सकता है।
  • अमेरिका – उच्च शिक्षा के लिए यह सबसे लोकप्रिय जगह है इसलिए आश्चर्य की बात नहीं है कि यहां के सबसे अच्छे कॉलेजों की ट्यूशन फीस और रहने का वार्षिक खर्च 60,000 डॉलर (42 लाख रूपये) तक हो सकता है।
  • आस्ट्रेलिया – विदेशी छात्रों को ट्यूशन फीस के लिए लगभग 29,000 आस्ट्रेलियन डॉलर (15 लाख रूपये) हर वर्ष चुकाने होंगे। इसमें चिकित्सा या पशु चिकित्सा जैसी पढ़ाई का खर्च शामिल नहीं है जो सामान्यतः ज़्यादा ही होता है। 
  • कनाडा – कनाडा में एक विदेशी छात्र को औसतन 25,000 कैनेडियन डॉलर (13.6 लाख रूपये) वार्षिक ट्यूशन फीस चुकानी पड़ती है। इसके अलावा छात्र वीज़ा की शर्तों के मुताबिक हर छात्र के पास रहने के खर्च के लिए 10,000 कैनेडियन डॉलर और होने चाहिए।
  • सिंगापुर – उच्च शिक्षा की बात हो तो सिंगापुर यूके और अमेरिका की तुलना में सस्ता है। स्नातक की पढ़ाई के लिए औसत खर्च 12,500 सिंगापुर डॉलर (6.5 लाख रूपये) है। रहने का लिए हर वर्ष का खर्च करीब 750-2000 सिंगापुर डॉलर (करीब 4.6-12 लाख रूपये) के बीच हो सकता है। 

बच्चे की शिक्षा का खर्च उठाने के लिए निवेश विकल्प

कम समय में इतना पैसा जुटाना मुश्किल होता है जब तक कि आपकी कोई लॉटरी ना लगी हो। इसका दूसरा सबसे बेहतर उपाय है कि बचत करना शुरू करें। सबसे पहले, आपको तय करना होगा कि कितने पैसे की ज़रूरत पड़ सकती है। वर्तमान ट्यूशन फीस के अलावा आपको मंहगाई दर और बच्चे की कॉलेज की शिक्षा शुरू होने में कितना समय बचा है इसको भी ध्यान रखना होगा। 

इक्विटी म्यूचूअल फंड और यूनिट लिंक्‍ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप) निवेश और पैसे की वृद्धि के लिए सबसे बेहतर विकल्प हैं। अगर आप नियमित निवेश करते रहें तो लंबे समय में इनसे अच्छा रिटर्न मिल सकता है। सबसे बेहतर यही है कि जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी निवेश करना शुरू कर दें। जितना लंबे समय के लिए निवेश करेंगे, आपके पास उतना ज़्यादा पैसा जमा होगा। 

चाइल्ड एजुकेशन प्लान

बहुत सी कंपनियां बच्चों कि उच्च शिक्षा के लिए विशेष चाइल्ड एजुकेशन प्लान भी देती हैं। ये इंश्योरेंस प्लान होते हैं जो आपको निश्चित वित्तीय लाभ देते हैं, ये लाभ पॉलिसी की अवधि के दौरान मिलते हैं। इसके साथ, इनमें जीवन बीमा कवर भी मिलता है। पॉलिसी लेने वाले की असमय मृत्यु या स्थाई विकलांग होने पर कंपनी एकमुश्त राशि देती है। 

क्या आप बच्चों की विदेश में शिक्षा का खर्च उठा सकते हैं?

निष्कर्ष 

अच्छी शिक्षा बच्चे को आपका दिया सबसे बेहतरीन उपहार हो सकता है। जब उन्हें किसी विश्वस्तरीय संस्थान से डिग्री मिलती है तो उम्मीद होती है कि उनका भविष्य भी बेहतर बनेगा। आप अभी से निवेश शुरू करके इस सपने को सच कर सकते हैं। बच्चे की शिक्षा के लिए पैसे जमा करें और आने वाले समय में उस निवेश का फायदा उठाएं। 

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसे किसी तरह की निवेश या कानूनी सलाह ना माना जाए। इन क्षेत्रों में कोई निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें। 
 

संवादपत्र

संबंधित लेख

Union Budget