Need a raise? Here are some quick tips that will help you

जानिए कि वेतन बढ़वाने के लिए अपने बॉस से कैसे बात करें।

वेतन वृद्धि चाहते हैं? कुछ सुझाव जो आपके काम आ सकते हैं

हमारा वेतन हमारे करियर का अहम हिस्सा होता है। वेतन किसी नौकरी में बने रहने की सबसे बड़ी वजह होता है। लेकिन हम में से बहुत से लोग अपना वेतन बढ़ाने की बात को नहीं उठा 
पाते। अगर हम कभी वेतन बढ़ाने की बात करते भी हैं तो अक्सर उसके साथ की जाने वाली ज़रूरी तैयारियों को अनदेखा कर देते हैं।

वेतन बढ़ाने की बात करते समय नीचे बताई बातों का ध्यान रखें:

1. अपेक्षाओं को समझें और उनसे बेहतर करें

आप तभी वेतन बढ़ने की उम्मीद कर सकते हैं जब आपका काम आपके संगठन के उद्देश्यों के हिसाब से हो। कई बार कर्मचारी उन कामों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं जो प्रबंधक या कंपनी के लिए ज़्यादा ज़रूरी नहीं थे। कई बार कर्मचारी यह जाने या समझे बिना कि उनका नियोक्ता उनसे क्या अपेक्षा रखता है अपने रोजमर्रा के काम को पूरा करने में लगे रहते हैं। इसलिए यह बहुत ज़रूरी है कि आप समझें कि आपका संस्थान आपसे क्या अपेक्षा रखता है और आप उससे बढ़कर काम करने की कोशिश करें। मूल्यांकन सत्र के शुरुआत में ही अपने अधिकारी से इस बारे में बात कर लें कि वे आपसे क्या अपेक्षा रखते हैं और उसे समझ कर अपनी सहमति दे दें। 

2. अपने वार्षिक प्रदर्शन के लिए एक योजना बनाएं

एक बार जब आप जान जाते हैं कि आपके लक्ष्य क्या हैं, तो उसके बाद अपने वार्षिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक योजना बनाएं। यदि आपको लक्ष्य हासिल करने में पूरा वर्ष लगने वाला हो तो समय-समय पर अपने प्रदर्शन की समीक्षा करते रहें। यदि आपका काम प्रोजेक्ट आधारित है तो उन्हें उचित समय सीमा के भीतर पूरा करने की योजना बनाएं।

3. अपने प्रदर्शन से वेतन वृद्धि को उचित साबित करें

आपका प्रदर्शन ऐसा हो कि आपको खुद कुछ कहने की ज़रूरत ही न पड़े। आपके काम से यह दिखना चाहिए कि आप संगठन के लिए ज़रूरी हैं। वेतन वृद्धि की बात करते समय आपसे पूछा जा सकता है कि आप इसके 
लायक क्यों हैं। अगर आप अपने काम के महत्व को सही तरह से बता सके तो मूल्यांकन करने वाले के लिए आपके वेतन वृद्धि की सिफारिश करना आसान होगा।

4. अपना महत्व दर्शाएं

वेतन वृद्धि की बातचीत करते समय अपने प्रदर्शन के आधार पर वेतन वृद्धि की मांग करना हमेशा पर्याप्त नहीं होता। आप किसी संगठन के लिए ज़रूरी हैं यह आपके पूरे साल के प्रदर्शन से जाहिर होना चाहिए और उससे भी ख़ास बात यह है कि आपके वरिष्ठ ​अधिकारियों को आपके काम की जानकारी होनी चाहिए। इसके अलावा अतिरिक्त काम करना या दूसरे विभागों से जुड़े कामों को पूरा करने की पहल करना, नई चुनौतियों से निपटना, टीम वर्क का प्रदर्शन करना और नेतृत्व क्षमता दिखाना आदि कुछ ऐसे तरीके हैं जिनके द्वारा आप संगठन में अपनी योग्यता को मज़बूती से स्थापित कर सकते हैं और एक बेहतर वेतन वृद्धि हासिल कर सकते हैं।

5. बातचीत करें, बहस नहीं

अपनी वेतन वृद्धि को लेकर अपने मूल्यांकनकर्ता के साथ बहस करने से बचें। सही जांच करने के लिए अक्सर मूल्यांकनकर्ता आपके प्रदर्शन पर सवाल ​खड़ा करते हैं, यह उनका काम है। यह ज़रुरी है कि अगर आपके किसी भी अच्छे काम को व्यर्थ या महत्वहीन बताया जाए तो आप उत्तेजित न हों। शांति बनाए रखें और इस बातचीत को एक व्यावसायिक लेन-देन की तरह लें। इस बातचीत को व्यक्तिगत न बनाएं।

6. व्यक्तिगत मुद्दों को बीच में न लाएं 

आपका पिछला काम, एक कर्मचारी के रूप में आपकी संभावना, और काम की जगह पर आपकी उपलब्धियां ही आपकी वेतन वृद्धि को पक्का करते हैं। हो सकता है कि घर में आपकी मां बीमार हो या बच्चे की शिक्षा का खर्च परेशान कर रहा हो लेकिन ये बातें आपके वेतन वृद्धि की बातचीत में नहीं आनी चाहिए। निजी समस्याओं को वेतन बढ़ाने की वजह के तौर पर इस्तेमाल करना 
पेशेवर नहीं माना जाता और यह बात आपके खिलाफ जा सकती है।

7. उद्योग के मानकों की जानकारी रखें

जब वेतन तय करने की बात आती है, तो हर संगठन एक अलग सोच रखता है। आप जहां काम कर रहे हैं, उसके आधार पर आपका वेतन ज़रूरत से कम या ज़्यादा हो सकता है। इसलिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि उद्योग के मानकों के अनुसार आपकी 
क्या स्थिति है। उदाहरण के लिए, यदि आपको यह बात पता चले कि इंडस्ट्री के मानकों के हिसाब से आपको कम वेतन दिया जा रहा है तो आप पूरी दृढ़ता के साथ ​वेतन बढ़ाने की मांग कर सकते हैं।

8. अपनी क्षमता पर भरोसा रखें

कभी  -कभी, कर्मचारी केवल अपने नियोक्ता के साथ जुड़े होने पर खुश होते हैं और नौकरी को अपना सौभाग्य मान लेते हैं। यह समझना महत्वपूर्ण है कि आप संगठन के लिए उतने ही ज़रुरी हैं जितना कि नौकरी आपके लिए है। पेशेवर रूप से खुद को कम आंक कर आप अपनी तरक्की की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ज़रूरी है कि अपने सही मूल्य का एहसास करें और उसके अनुसार ही कदम उठाएं।

9. अपनी बात को रखने में देरी न करें

वेतन वृद्धि पर चर्चा करने से हिचकिचाएं नहीं। इससे कोई फायदा नहीं होगा। अपने लाइन मैनेजर के साथ वेतन बढ़ने की संभावना के बारे में पूछताछ करने में कोई खराबी नहीं है। हो सके तो उनसे मिलकर इस बारे में पता करें। इससे आपका एक आधार तैयार होता है और जब आप मूल्यांकन के समय बातचीत करते हैं तो सामने वाले को पता होता है कि आप वेतन वृद्धि के बारे में सोच रहे हैं। आप जितना लंबा इंतजार करेंगे, आपके मौके उतने ही कम होते चले जाएंगे। इसलिए अपने मूल्यांकन कर्ता के सामने सही समय देखकर जाहिर कर दें कि समय आने पर आप अपने वेतन वृद्धि की बात करेंगे। इसके अलावा, ध्यान दें कि अगर संगठन ने उस वित्तीय वर्ष में अच्छा प्रदर्शन किया है, तो आपका वेतन बढ़ने की संभावना भी ज़्यादा होगी।

10. पूरी स्थिति को समझें 

अपने करियर और संस्थान के साथ जुड़ाव की योजना हमेशा लंबी अवधि के लिए बनाए। अंत में क्या होता है यह एक अलग मामला है लेकिन सब कुछ भाग्य के भरोसे छोड़ने से आपके आगे बढ़ने की संभावनाएं प्रभावित हो सकती हैं। एक बार जब आप किसी संस्थान के साथ तारत्मय बैठा लेते हैं और आपके वरिष्ठ अधिकारी इसको समझने लगते हैं, तो आपके साथ अधिक सम्मान का व्यवहार किया जाता है और इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि संस्थान के साथ आपका विकास भी बेहतर होगा।

जैसा कि हमने देखा, थोड़ी योजना और कड़ी मेहनत से आप खुद के लिए वेतन वृद्धि की बात कर सकते हैं। हम यह मानते हैं कि आप वेतन वृद्धि की बातचीत ईमानदारी, आत्मविश्वास और स्पष्टता के साथ करेंगे। अगर स्थिति कुछ खराब भी होती है जैसे कंपनी आपका वेतन बढ़ा पाने की स्थिति में नहीं है तो आप वेतन के ढांचे में बदलाव की संभावना का पता लगा सकते हैं जिससे आपके हाथ में ज्यादा वेतन आ सके।

संवादपत्र

Union Budget