Post office scheme: सरकारी स्कीम में ₹10,650 की आमदनी का वादा

पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना में अब हर महीने ₹10,650 की आमदनी लिपि प्राप्त की जा सकेगी।

पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना

POMIS1 फरवरी 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूनियन बजट संसद में प्रस्तुत किया। बजट में केंद्र सरकार द्वारा संचालित पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS) में जमा की जाने वाली राशि में परिवर्तन किया गया है। इस योजना के अंतर्गत एकल खाते (सिंगल अकाउंट) में ₹9 लाख तक की राशि जमा की जा सकती है। इससे पहले अभी तक अधिकतम जमा की जाने वाली राशि की सीमा ₹4.5 लाख थी। अब उसे दुगना कर दिया गया है। 

वहीं साझा खातों (जॉइंट अकाउंट) के लिए अधिकतम सीमा ₹9 लाख से बढ़ाकर ₹18 लाख कर दी गई है। 

पीओएमआईएस की आमदनी बढ़ी 

इतना ही नहीं 1 जनवरी से इसके लिए ब्याज की दर भी बढ़ाई गई थी जिससे प्राप्त होने वाली मासिक आय अपने आप बढ़ जाएगी। इस योजना के अंतर्गत सिंगल और जॉइंट दोनों ही खातों में पैसे जमा करने की सीमा को दुगना कर दिया गया है जिससे अधिक आमदनी के अवसर बढ़ेंगे। यदि निवेशक के पास प्रोविडेंट फंड या इस तरह की बड़ी रकम हो तो पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना में जमा करके फायदा लिया जा सकता है। 

पीओएमआईएस कैलकुलेटर 

जैसा कि बताया गया है कि 1 जनवरी 2023 से इस योजना के लिए ब्याज की दर में बढ़ोतरी की गई है। अब इस योजना में 7.1% की दर से ब्याज मिलेगा। योजना के अंतर्गत जमा किए गए पैसों पर मिलने वाले ब्याज को 12 महीने में विभाजित किया जाता है और हर महीने आमदनी के तौर पर खाते में जमा किया जाता है। 

यदि निवेशकों ने हर महीने आमदनी की योजना न ली हो तो मूलधन में यह ब्याज जुड़ जाता है। इस बढ़े हुए मूलधन पर अतिरिक्त ब्याज भी मिलता है। 

इस योजना के लिए अवधि पाँच वर्षों की तय की गई है जिसे आगे पाँच-पाँच वर्षों के हिसाब से बढ़ाया जा सकता है। 

यही कारण है कि इस योजना से मिलने वाला रिटर्न बैंक में एफडी खातों की तुलना में अधिक होता है। 

यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम

पीओएमआईएस में बढ़ी हुई आमदनी 

पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना के अंतर्गत अब जॉइंट अकाउंट में ₹18 लाख वार्षिक जमा किए जा सकते हैं। इस पर 7.1% वार्षिक दर से ₹1,27,800 का ब्याज मिलेगा। यानी हर महीने ₹10,650 की मासिक आय प्राप्त की जा सकती है। 

बजट से पहले होने वाली आय 

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम योजना में इसके पहले केवल ₹9 लाख का निवेश किया जा सकता था। उस पर 7.1% के वार्षिक दर से ब्याज लगभग ₹63,900 मिलता था। इस प्रकार प्रतिमाह ₹5,325 की आमदनी संभव थी। 

1 जनवरी के पहले मिलने वाली आ 

गौरतलब है कि 1 जनवरी के पहले इस पर 6.7% वार्षिक दर से ब्याज मिलता था। जिसके अनुसार ₹9 लाख के निवेश पर ₹60,300 का ब्याज प्राप्त होता था। यानी प्रतिमाह ₹5,025 की आय मिलती थी। 

आय की तुलना  

दिसंबर की तिमाही तक पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना के अंतर्गत साझा खातों के लिए ₹5,025 की आमदनी मिलती थी, तो वहीं एकल खातों के लिए केवल ₹2,513 की आमदनी प्राप्त होती थी। 

बजट 2023-24 के बाद इस योजना में दोनों खातों के लिए जमा की जाने वाली राशि को दोगुना कर दिया गया है। इतना ही नहीं 1 जनवरी से बढ़ी हुई ब्याज की दरों के कारण आमदनी दुगने से अधिक अर्थात क्रमशः ₹10,650 और ₹5,325 हो जाएगी।

यह जानकारी ग्राहकों की सुविधा के लिए दी गई है, निवेश की सलाह नहीं। निवेश के लिए विशेषज्ञों से परामर्श आवश्यक है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है। 

यह भी पढ़ें: मार्केट में निफ़्टी ५० से रिटर्न कैसे पाए?

POMIS1 फरवरी 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूनियन बजट संसद में प्रस्तुत किया। बजट में केंद्र सरकार द्वारा संचालित पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS) में जमा की जाने वाली राशि में परिवर्तन किया गया है। इस योजना के अंतर्गत एकल खाते (सिंगल अकाउंट) में ₹9 लाख तक की राशि जमा की जा सकती है। इससे पहले अभी तक अधिकतम जमा की जाने वाली राशि की सीमा ₹4.5 लाख थी। अब उसे दुगना कर दिया गया है। 

वहीं साझा खातों (जॉइंट अकाउंट) के लिए अधिकतम सीमा ₹9 लाख से बढ़ाकर ₹18 लाख कर दी गई है। 

पीओएमआईएस की आमदनी बढ़ी 

इतना ही नहीं 1 जनवरी से इसके लिए ब्याज की दर भी बढ़ाई गई थी जिससे प्राप्त होने वाली मासिक आय अपने आप बढ़ जाएगी। इस योजना के अंतर्गत सिंगल और जॉइंट दोनों ही खातों में पैसे जमा करने की सीमा को दुगना कर दिया गया है जिससे अधिक आमदनी के अवसर बढ़ेंगे। यदि निवेशक के पास प्रोविडेंट फंड या इस तरह की बड़ी रकम हो तो पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना में जमा करके फायदा लिया जा सकता है। 

पीओएमआईएस कैलकुलेटर 

जैसा कि बताया गया है कि 1 जनवरी 2023 से इस योजना के लिए ब्याज की दर में बढ़ोतरी की गई है। अब इस योजना में 7.1% की दर से ब्याज मिलेगा। योजना के अंतर्गत जमा किए गए पैसों पर मिलने वाले ब्याज को 12 महीने में विभाजित किया जाता है और हर महीने आमदनी के तौर पर खाते में जमा किया जाता है। 

यदि निवेशकों ने हर महीने आमदनी की योजना न ली हो तो मूलधन में यह ब्याज जुड़ जाता है। इस बढ़े हुए मूलधन पर अतिरिक्त ब्याज भी मिलता है। 

इस योजना के लिए अवधि पाँच वर्षों की तय की गई है जिसे आगे पाँच-पाँच वर्षों के हिसाब से बढ़ाया जा सकता है। 

यही कारण है कि इस योजना से मिलने वाला रिटर्न बैंक में एफडी खातों की तुलना में अधिक होता है। 

यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम

पीओएमआईएस में बढ़ी हुई आमदनी 

पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना के अंतर्गत अब जॉइंट अकाउंट में ₹18 लाख वार्षिक जमा किए जा सकते हैं। इस पर 7.1% वार्षिक दर से ₹1,27,800 का ब्याज मिलेगा। यानी हर महीने ₹10,650 की मासिक आय प्राप्त की जा सकती है। 

बजट से पहले होने वाली आय 

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम योजना में इसके पहले केवल ₹9 लाख का निवेश किया जा सकता था। उस पर 7.1% के वार्षिक दर से ब्याज लगभग ₹63,900 मिलता था। इस प्रकार प्रतिमाह ₹5,325 की आमदनी संभव थी। 

1 जनवरी के पहले मिलने वाली आ 

गौरतलब है कि 1 जनवरी के पहले इस पर 6.7% वार्षिक दर से ब्याज मिलता था। जिसके अनुसार ₹9 लाख के निवेश पर ₹60,300 का ब्याज प्राप्त होता था। यानी प्रतिमाह ₹5,025 की आय मिलती थी। 

आय की तुलना  

दिसंबर की तिमाही तक पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना के अंतर्गत साझा खातों के लिए ₹5,025 की आमदनी मिलती थी, तो वहीं एकल खातों के लिए केवल ₹2,513 की आमदनी प्राप्त होती थी। 

बजट 2023-24 के बाद इस योजना में दोनों खातों के लिए जमा की जाने वाली राशि को दोगुना कर दिया गया है। इतना ही नहीं 1 जनवरी से बढ़ी हुई ब्याज की दरों के कारण आमदनी दुगने से अधिक अर्थात क्रमशः ₹10,650 और ₹5,325 हो जाएगी।

यह जानकारी ग्राहकों की सुविधा के लिए दी गई है, निवेश की सलाह नहीं। निवेश के लिए विशेषज्ञों से परामर्श आवश्यक है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है। 

यह भी पढ़ें: मार्केट में निफ़्टी ५० से रिटर्न कैसे पाए?

संवादपत्र

संबंधित लेख

Union Budget