रेकरिंग डिपॉज़िट के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल: आपके लिए पूरी जानकारी

जब बात सुरक्षित और नियमित निवेश की आती है तो रेकरिंग डिपॉज़िट (आवर्ती जमा) सबसे बेहतर विकल्पों में से एक है। यहां इससे जुड़ी सभी जानकारी दी गई है, जिसे जानना आपके लिए जरूरी है।

रेकरिंग डिपॉज़िट के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल आपके लिए पूरी जानकारी

हाल के कुछ सालों में लोगों के लिए बचत उत्पाद विकल्पों में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, इन तमाम विकल्पों के बावजूद एक निवेश विकल्प जो सभी उम्र के लोगों में अपनी लोकप्रियता बनाए हुए है, वो रेकरिंग डिपॉज़िट है। इसके पीछे मुख्य वजह है कि रेकरिंग डिपॉज़िट (RD) बाजार में मौजूद सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक है। नीचे लिखे सवाल और जवाब से आपको रेकरिंग डिपॉज़िट से संबंधित तमाम उलझनों को दूर करने में मदद मिलेगी।

रेकरिंग डिपॉज़िट क्या है?

यह सेवा भारतीय बैंकों द्वारा पेश की जाने वाली ‘टर्म डिपॉज़िट’ का ही एक रूप है। इसमें निवेशकों को एक निश्चित राशि अपने रेकरिंग डिपॉज़िट अकाउंट में हर महीने जमा करने की सुविधा मिलती है। इस पर 5.25% से लेकर 7.90% तक सालाना ब्याज मिलता है।

फिक्स्ड डिपॉज़िट के मुकाबले रेकरिंग डिपॉज़िट के साथ सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपको एकमुश्त जमा करने की बजाय हर महीने एक तय राशि जमा करने की सुविधा दी जाती है। हममें से काफी लोग इस स्थिति में नहीं रहते हैं कि एकमुश्त रकम जमा कर सकें, ऐसे में रेकरिंग डिपॉज़िट नियमित जमा का विकल्प देता है।

रेकरिंग डिपॉज़िट (RD) कैसे काम करता है?

फिक्स्ड डिपॉज़िट के विपरीत, आप हर महीने पहले से तय अवधि के लिए अपने बैंक या डाकघर के साथ एक निश्चित रकम जमा कर सकते हैं। बदले में, आपको पूर्व निश्चित दर पर ब्याज मिलता है। जमा की अवधि खत्म होने जाने के बाद कुल ब्याज जोड़कर निवेशित रकम एक साथ मिल जाती है। एक बात याद रखना बेहद जरूरी है कि एक बार रेकरिंग जमा खाता शुरू करने के बाद जमा की नियमित जमा की जाने वाली रकम और अवधि में बदलाव नहीं किया जा सकता। इसके अलावा, यहां साप्ताहिक या तिमाही जमा करने का कोई विकल्प नहीं है।

मैं हर महीने कितनी राशि जमा कर सकता हूं?

ज्यादातर बैंकों ने न्यूनतम जमा की राशि 500 रुपए तय कर रखी है, हालांकि आप 100 रुपए भी जमा कर सकते हैं। वहीं, आपको हर महीने 500 रुपए के गुणक में जमा करना सुनिश्चित करना होगा। हालांकि कुछ बैंक 100 रुपए गुणक में जमा करने की सुविधा दे सकते हैं। अच्छा होगा कि आप अपने बैंक से इस मामले में जानकारी लें, और नियम और शर्तों को अच्छी तरह समझ लें।

रेकरिंग जमा की अवधि कितनी होती है?

तकरीबन हर RD की न्यूनतम अवधि 6 महीने होती है और इसे तीन महीने के गुणक में बढ़ाया जा सकता है। लेकिन इस खाते की अधिकतम समय सीमा 10 साल (120 महीने) होती है। RD के साथ फायदा यह है कि आप अवधि तय कर सकते हैं। लेकिन, एक बार जमा की अवधि तय हो जाने के बाद आपका निवेश लॉक-इन में चला जाता है, जो आमतौर पर 3 महीने का होता है। लॉक-इन में रहने पर आप जमा प्रक्रिया में बदलाव नहीं कर सकते हैं।

रेकरिंग जमा पर ब्याज की दरें क्या होती हैं?
 RD पर ब्याज की दरें सीधे तौर पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मुख्य दर से जुड़ी होती है। यह ब्याजा तिमाही आधार पर गणना कर आपके खाते में जमा किया जाता है। वर्तमान ब्याज दरें 7.5% से 9% के बीच चल रही हैं।
 
 

वरिष्ठ नागरिकों को ज्यादातर बैंक सामान्य दर से 0.25% से 0.75% तक अधिक ब्याज देते हैं। रेकरिंग डिपॉज़िट अकाउंट खोलने से पहले आपको अपने बैंक से इस दर की पुष्टि ज़रूर करनी चाहिए। 

क्या मैं अवधि खत्म होने से पहले RD से पैसे निकाल सकता हूं?

आप कभी भी जमा करना रोक सकते हैं, और कभी भी अपनी निवेशित रकम निकाल सकते हैं। परिपक्वता अवधि से पहले RD बंद करने पर आपको छोटी सी पेनाल्टी (आमतौर पर ब्याज आय का 1%) देना पड़ सकता है। रेकरिंग डिपॉज़िट अकाउंट खोलते समय पेनाल्टी के बारे में बताया जाता है। हालांकि, निवेश की गई मूल रकम पर किसी भी स्थिति में कोई असर नहीं होता है।

things you need to know about Recurring Deposits

क्या RD में नॉमिनी/लाभार्थी बनाने की सुविधा है? 

हां, ऐसे सभी जमा खातों में नॉमिनी या लाभार्थी (बेनिफिशियरी) जोड़ने की सुविधा दी जाती है। आप बैंक में उचित कागजी कार्रवाई के जरिए किसी भी वक्त नॉमिनी बदल भी सकते हैं।

क्या एक नाबालिग के लिए RD या एक ज्वाइंट अकाउंट खोला जा सकता है?

हां, आप एक नाबालिग (18 साल से कम के बच्चे) के लिए RD खोल सकते हैं, और यहां तक कि किसी अन्य के साथ ज्वाइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं। 

क्या रेकरिंग डिपॉज़िट वरिष्ठ नागरिकों के लिए फायदेमंद है?

इस खाते में वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे बड़ा फायदा यह है कि उन्हें 0.25% से 0.75% तक का अतिरिक्त ब्याज मिलता है। अतिरिक्त ब्याज 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को मिलता है।

मासिक जमा भुगतान में देरी पर क्या होगा? 

जब आप एक RD अकाउंट खोलते हैं, तो आपको ये मानते हुए परिपक्वता राशि के बारे में बताया जाता है कि आप एक तय तारीख पर मासिक किश्त जमा करेंगे। एक दिन भी भुगतान में देरी पर ब्याज जुर्माना पूरे महीने के लिए लागू होगा। या हो सकता है नकद जुर्माना भी लगाया जाए, जो आपके मासिक जमा के अनुपात में होगा। किसी भी तरह से ये परिपक्वता पर आपको होने वाले भुगतान पर कुछ हद तक असर डालेगा।

अगर आप मासिक किश्त जमा करने में अक्सर चूकते हैं, और छह किश्तें बकाया हो जाती है, तो कुछ बैंकों के पास अधिकार होता है कि आपका RD अकाउंट बंद कर दें। रेकरिंग डिपॉज़िट एग्रीमेंट के मुताबिक परिपक्वता से पहले निकासी वाले नियम के मुताबिक आपको ब्याज की दरें मिलेंगी।

क्या मैं RD खाते से आंशिक निकासी कर सकता हूं?

नहीं, आंशिक निकासी की अनुमति नहीं है। इसके अलावा, आप ब्याज के आवधिक भुगतान के लिए नहीं पूछ सकते हैं। जब खाता या तो समय से पहले (परिपक्वता से पहले निकासी पर जुर्माना नियम के तहत) या परिपक्वता पर बंद होता है, तभी ब्याज का भुगतान किया जाएगा।

RD में और क्या फायदे मिल सकते हैं?

ज्यादातर बैंक कुल मौजूद जमा राशि का 90% तक लोन भी मुहैया कराते हैं। ऐसे लोन पर ब्याज की दरें भी पर्सनल लोन से कम होती है। RD पर बैंक आपको जितना ब्याज देगी उससे 1% से ज्यादा आपसे लोन पर ब्याज नहीं लिया जाएगा।

अगर निवेशक को आपात स्थिति में नकदी की आवश्यकता होती है तो ये सुविधा स्वयं ही आ जाती है। खासकर RD को बीच में तोड़ने की जरूरत नहीं होती है, इस पर ब्याज की कमाई जारी रहेगी। और जमा को समय से पहले निकासी नहीं करने पर जुर्माना भी नहीं देना पड़ेगा। 

रेकरिंग डिपॉज़िट पर टैक्स छूट तभी मिलेगा, जब आप इंडिया पोस्ट की कम से कम 5 साल की स्कीम में निवेश करते हैं। ऐसा करने पर आप इनकम टैक्स अधिनियम 1961 की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर टैक्स छूट ले सकते हैं। 

RD में किसे निवेश करना चाहिए?

जोखिम नहीं लेने वाले निवेशकों के लिए रेकरिंग डिपॉज़िट एक अच्छा निवेश विकल्प है। RD में बिना जोखिम के निश्चित रिटर्न मिलता है। ऐसे निवेशक जो एकमुश्त निवेश नहीं कर सकते और जो नियमित तौर पर पैसा जमा कर सकते हैं, उनके लिए RD बेहतर विकल्प है। छोटी अवधि वाले लक्ष्य हासिल करने लिए RD में निवेश किया जा सकता है।

हाल के कुछ सालों में लोगों के लिए बचत उत्पाद विकल्पों में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, इन तमाम विकल्पों के बावजूद एक निवेश विकल्प जो सभी उम्र के लोगों में अपनी लोकप्रियता बनाए हुए है, वो रेकरिंग डिपॉज़िट है। इसके पीछे मुख्य वजह है कि रेकरिंग डिपॉज़िट (RD) बाजार में मौजूद सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक है। नीचे लिखे सवाल और जवाब से आपको रेकरिंग डिपॉज़िट से संबंधित तमाम उलझनों को दूर करने में मदद मिलेगी।

रेकरिंग डिपॉज़िट क्या है?

यह सेवा भारतीय बैंकों द्वारा पेश की जाने वाली ‘टर्म डिपॉज़िट’ का ही एक रूप है। इसमें निवेशकों को एक निश्चित राशि अपने रेकरिंग डिपॉज़िट अकाउंट में हर महीने जमा करने की सुविधा मिलती है। इस पर 5.25% से लेकर 7.90% तक सालाना ब्याज मिलता है।

फिक्स्ड डिपॉज़िट के मुकाबले रेकरिंग डिपॉज़िट के साथ सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपको एकमुश्त जमा करने की बजाय हर महीने एक तय राशि जमा करने की सुविधा दी जाती है। हममें से काफी लोग इस स्थिति में नहीं रहते हैं कि एकमुश्त रकम जमा कर सकें, ऐसे में रेकरिंग डिपॉज़िट नियमित जमा का विकल्प देता है।

रेकरिंग डिपॉज़िट (RD) कैसे काम करता है?

फिक्स्ड डिपॉज़िट के विपरीत, आप हर महीने पहले से तय अवधि के लिए अपने बैंक या डाकघर के साथ एक निश्चित रकम जमा कर सकते हैं। बदले में, आपको पूर्व निश्चित दर पर ब्याज मिलता है। जमा की अवधि खत्म होने जाने के बाद कुल ब्याज जोड़कर निवेशित रकम एक साथ मिल जाती है। एक बात याद रखना बेहद जरूरी है कि एक बार रेकरिंग जमा खाता शुरू करने के बाद जमा की नियमित जमा की जाने वाली रकम और अवधि में बदलाव नहीं किया जा सकता। इसके अलावा, यहां साप्ताहिक या तिमाही जमा करने का कोई विकल्प नहीं है।

मैं हर महीने कितनी राशि जमा कर सकता हूं?

ज्यादातर बैंकों ने न्यूनतम जमा की राशि 500 रुपए तय कर रखी है, हालांकि आप 100 रुपए भी जमा कर सकते हैं। वहीं, आपको हर महीने 500 रुपए के गुणक में जमा करना सुनिश्चित करना होगा। हालांकि कुछ बैंक 100 रुपए गुणक में जमा करने की सुविधा दे सकते हैं। अच्छा होगा कि आप अपने बैंक से इस मामले में जानकारी लें, और नियम और शर्तों को अच्छी तरह समझ लें।

रेकरिंग जमा की अवधि कितनी होती है?

तकरीबन हर RD की न्यूनतम अवधि 6 महीने होती है और इसे तीन महीने के गुणक में बढ़ाया जा सकता है। लेकिन इस खाते की अधिकतम समय सीमा 10 साल (120 महीने) होती है। RD के साथ फायदा यह है कि आप अवधि तय कर सकते हैं। लेकिन, एक बार जमा की अवधि तय हो जाने के बाद आपका निवेश लॉक-इन में चला जाता है, जो आमतौर पर 3 महीने का होता है। लॉक-इन में रहने पर आप जमा प्रक्रिया में बदलाव नहीं कर सकते हैं।

रेकरिंग जमा पर ब्याज की दरें क्या होती हैं?
 RD पर ब्याज की दरें सीधे तौर पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मुख्य दर से जुड़ी होती है। यह ब्याजा तिमाही आधार पर गणना कर आपके खाते में जमा किया जाता है। वर्तमान ब्याज दरें 7.5% से 9% के बीच चल रही हैं।
 
 

वरिष्ठ नागरिकों को ज्यादातर बैंक सामान्य दर से 0.25% से 0.75% तक अधिक ब्याज देते हैं। रेकरिंग डिपॉज़िट अकाउंट खोलने से पहले आपको अपने बैंक से इस दर की पुष्टि ज़रूर करनी चाहिए। 

क्या मैं अवधि खत्म होने से पहले RD से पैसे निकाल सकता हूं?

आप कभी भी जमा करना रोक सकते हैं, और कभी भी अपनी निवेशित रकम निकाल सकते हैं। परिपक्वता अवधि से पहले RD बंद करने पर आपको छोटी सी पेनाल्टी (आमतौर पर ब्याज आय का 1%) देना पड़ सकता है। रेकरिंग डिपॉज़िट अकाउंट खोलते समय पेनाल्टी के बारे में बताया जाता है। हालांकि, निवेश की गई मूल रकम पर किसी भी स्थिति में कोई असर नहीं होता है।

things you need to know about Recurring Deposits

क्या RD में नॉमिनी/लाभार्थी बनाने की सुविधा है? 

हां, ऐसे सभी जमा खातों में नॉमिनी या लाभार्थी (बेनिफिशियरी) जोड़ने की सुविधा दी जाती है। आप बैंक में उचित कागजी कार्रवाई के जरिए किसी भी वक्त नॉमिनी बदल भी सकते हैं।

क्या एक नाबालिग के लिए RD या एक ज्वाइंट अकाउंट खोला जा सकता है?

हां, आप एक नाबालिग (18 साल से कम के बच्चे) के लिए RD खोल सकते हैं, और यहां तक कि किसी अन्य के साथ ज्वाइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं। 

क्या रेकरिंग डिपॉज़िट वरिष्ठ नागरिकों के लिए फायदेमंद है?

इस खाते में वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे बड़ा फायदा यह है कि उन्हें 0.25% से 0.75% तक का अतिरिक्त ब्याज मिलता है। अतिरिक्त ब्याज 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को मिलता है।

मासिक जमा भुगतान में देरी पर क्या होगा? 

जब आप एक RD अकाउंट खोलते हैं, तो आपको ये मानते हुए परिपक्वता राशि के बारे में बताया जाता है कि आप एक तय तारीख पर मासिक किश्त जमा करेंगे। एक दिन भी भुगतान में देरी पर ब्याज जुर्माना पूरे महीने के लिए लागू होगा। या हो सकता है नकद जुर्माना भी लगाया जाए, जो आपके मासिक जमा के अनुपात में होगा। किसी भी तरह से ये परिपक्वता पर आपको होने वाले भुगतान पर कुछ हद तक असर डालेगा।

अगर आप मासिक किश्त जमा करने में अक्सर चूकते हैं, और छह किश्तें बकाया हो जाती है, तो कुछ बैंकों के पास अधिकार होता है कि आपका RD अकाउंट बंद कर दें। रेकरिंग डिपॉज़िट एग्रीमेंट के मुताबिक परिपक्वता से पहले निकासी वाले नियम के मुताबिक आपको ब्याज की दरें मिलेंगी।

क्या मैं RD खाते से आंशिक निकासी कर सकता हूं?

नहीं, आंशिक निकासी की अनुमति नहीं है। इसके अलावा, आप ब्याज के आवधिक भुगतान के लिए नहीं पूछ सकते हैं। जब खाता या तो समय से पहले (परिपक्वता से पहले निकासी पर जुर्माना नियम के तहत) या परिपक्वता पर बंद होता है, तभी ब्याज का भुगतान किया जाएगा।

RD में और क्या फायदे मिल सकते हैं?

ज्यादातर बैंक कुल मौजूद जमा राशि का 90% तक लोन भी मुहैया कराते हैं। ऐसे लोन पर ब्याज की दरें भी पर्सनल लोन से कम होती है। RD पर बैंक आपको जितना ब्याज देगी उससे 1% से ज्यादा आपसे लोन पर ब्याज नहीं लिया जाएगा।

अगर निवेशक को आपात स्थिति में नकदी की आवश्यकता होती है तो ये सुविधा स्वयं ही आ जाती है। खासकर RD को बीच में तोड़ने की जरूरत नहीं होती है, इस पर ब्याज की कमाई जारी रहेगी। और जमा को समय से पहले निकासी नहीं करने पर जुर्माना भी नहीं देना पड़ेगा। 

रेकरिंग डिपॉज़िट पर टैक्स छूट तभी मिलेगा, जब आप इंडिया पोस्ट की कम से कम 5 साल की स्कीम में निवेश करते हैं। ऐसा करने पर आप इनकम टैक्स अधिनियम 1961 की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर टैक्स छूट ले सकते हैं। 

RD में किसे निवेश करना चाहिए?

जोखिम नहीं लेने वाले निवेशकों के लिए रेकरिंग डिपॉज़िट एक अच्छा निवेश विकल्प है। RD में बिना जोखिम के निश्चित रिटर्न मिलता है। ऐसे निवेशक जो एकमुश्त निवेश नहीं कर सकते और जो नियमित तौर पर पैसा जमा कर सकते हैं, उनके लिए RD बेहतर विकल्प है। छोटी अवधि वाले लक्ष्य हासिल करने लिए RD में निवेश किया जा सकता है।

संवादपत्र

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