- Date : 18/06/2021
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ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म्स का फायदा अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट करने वाली बेटियां भी उठा सकती हैं, जानें कहां से कैसे?

कोरोना लॉकडाउन में स्कूल-कॉलेज बंद हैं। इससे छात्रों की क्लासरूम पढ़ाई भी नहीं हो रही है। जाहिर है ऐसे में हर माता-पिता अपनी बेटी की पढ़ाई को लेकर चिंतित होंगे। लेकिन, इसके लिए ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि घर बैठे पढ़ाई-लिखाई यानी ऑनलाइन लर्निंग के बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं। भारत सरकार ने भी पिछले कुछ दिनों में कई ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म शुरू किए हैं, जिसके जरिये आपको अपनी बेटी की पढ़ाई को पूरी कराने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इन प्लेटफॉर्म्स का फायदा अंडर ग्रेजुएट के साथ साथ पोस्ट ग्रेजुएट करने वाली बेटियां भी उठा सकती हैं। तो, चलिये जानते हैं सरकारी फ्री ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म्स के बारे में।
1. स्वयं (SWAYAM: Study Webs of Active Learning for Young Aspiring Minds) पोर्टल:
मोदी सरकार ने ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल स्वयं को जुलाई 2017 में शुरू किया था। यह 9वीं कक्षा से पोस्ट ग्रेजुएशन तक के छात्रों के लिए अलग अलग तरह के ऑनलाइन कोर्सेज उपलब्ध कराता है। इसे शिक्षा मंत्रालय और एआईसीटीआई यानी ऑल इंडियन काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन की मदद से छात्रों को नि:शुल्क ऑनलाइन कोर्सेज करवाने के लिए तैयार किया गया है।
स्वयं पोर्टल पर छात्रों के लिए दो हजार से अधिक फ्री ऑनलाइन कोर्स करने की सुविधा है। छात्र स्वयं की वेबसाइट https://swayam.gov.in पर जाकर कंटेट पढ़ सकते हैं। स्वयं में पंजीकरण काफी सरल है। वैध ईमेल आईडी या फेसबुक या गूगल प्लस खाते के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। इसके अलावा छात्र इसका मोबाइल ऐप गूगल प्ले स्टोर या ऐपस्टोर से डाउनलोड करके इसका फायदा उठा सकते हैं।
स्वयं को AICTE, IGNOU, NCERT, UGC, NIOS, CEC, NITTTR, IIMB से मान्यता मिली हुई है।
2. स्वयं प्रभा DTH चैनल्स:
स्वयं प्रभा DTH चैनल्स से घर बैठकर पढ़ाई करने में छात्रों को काफी मदद मिल रही है। यह शिक्षा मंत्रालय की खास पहल है। इसमें 32 DTH यानी डायरेक्ट टू होम चैनल्स हफ्ते के सातों दिन और चौबीसो घंटे देश के अलग-अलग स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षणिक कार्यक्रम प्रसारित करते हैं।
3. दीक्षा (DISHA):
शिक्षा मंत्रालय ने 2017 में इस डिजिटल पोर्टल की शुरुआत की थी। यह प्लेटफॉर्म खासकर के कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए है। जो छात्र शिक्षक समुदाय से जुड़ना चाहते हैं वो भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। देश के शिक्षक को एडवांस्ड डिजिटल टेक्नोलॉजी में प्रशिक्षित करना इसका मकसद है।
दीक्षा शिक्षक प्रशिक्षण के लिए ट्रेनिंग कोर्सेस, वर्कशीट्स, लर्निंग वीडियो, पाठ्यक्रम और मूल्यांकन जांच की पेशकश करता है। इस पोर्टल पर 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए कई भाषाओं में 80 हजार ई-किताब मौजूद है। इसकी खास बात ये है कि क्यूआर कोड स्कैन करके कोई भी व्यक्ति ट्रेनिंग मैटेरियल्स और ई-किताब पढ़ सकता है।
एंड्रॉयड और आईओएस स्मार्टफोन यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर और आईओएस ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकता है। वेब यूजर्स इसकी आधिकारिक वेबसाइट www.disha.gov.in पर जाकर रजिस्टर करके इस प्लेटफॉर्म का फायदा उठा सकते हैं।
4. एनपीटीईएल (NPTEL):
एनपीटीईएल यानी नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एन्हेंस्ड लर्निंग शिक्षा मंत्रालय की वित्त पोषित परियोजना है। यह इंजीनियरिंग, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और मानविकी में कई पाठ्यक्रम ऑफर करता है। पाठ्यक्रम नि:शुल्क है। हालांकि, सर्टिफिकेशन परीक्षा के लिए प्रति उम्मीदवार ₹1000 देने होते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप ऑनलाइन वेब पोर्टल http://nptel.ac.in पर जा सकते हैं।
देश के सात प्रमुख आईआईटी (दिल्ली, बॉम्बे, गुवाहाटी, मद्रास, रुड़की, कानपुर और खड़गपुर) और बेंगलुरू स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस के सहयोग से इंजीनियरिंग, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और मानविकी के ऑनलाइन कंटेट तैयार करने के लिए 2003 में इसकी स्थापना हुई थी। इसने करीब 100 प्रमुख कोर्सेज के वेब आधारित कंटेट्स और वीडियोज तैयार किए हैं। एनपीटीईएल छात्र और प्रोफेशनल्स के लिए ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्सेज का भी आयोजन करता है।
5. ई-पीजी (e-PG) पाठशाला:
शिक्षा मंत्रालय ने पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए इस प्लेटफॉर्म को शुरू किया है। NME-ICT (नेशनल मिशन ऑन एजुकेशन थ्रू आईसीटी) पहल के तहत इसे तैयार किया गया है। इस पहल के तहत छात्रों के लिए 700 ई-किताब और 68 से ज्यादा पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज मुफ्त में उपलब्ध हैं।
इसका संचालन यूजीसी यानी यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन करता है। पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले सभी छात्र इसका लाभ ले सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर आपको ऑनलाइन उच्च गुणवत्ता वाले टेक्स्ट कंटेट, वीडियोज, ट्योटोरियल्स, डॉक्यूमेंट्स, पीडीएफ बगैरह मिलेंगे।
6. ई-शोध सिंधु (e-ShodhSindhu):
ई-शोध सिंधु भारत सरकार और शिक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई डिजिटल लाइब्रेरी है। यह उच्चतर शिक्षा के लिए ई-रिसॉर्सेज जैसे कि जर्नल्स, बिब्लियोग्राफिक्स, साइटेशन और फेक्चूअल डाटाबेसेस आदि मुहैया कराता है। इसे आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या स्मार्ट फोन पर ई-लर्निंग के माध्यम से पढ़ सकते हैं।
केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों के अलावा कॉलेज समेत सभी उच्चतर शैक्षणिक संस्थान का छात्र इन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। पंजीकरण के लिए https://ess.inflibnet.ac.in/oes पर लॉग इन करें। आप eshodhsindhu@inflibnet.ac.in पर ईमेल भी कर सकते हैं।
कोरोना लॉकडाउन में स्कूल-कॉलेज बंद हैं। इससे छात्रों की क्लासरूम पढ़ाई भी नहीं हो रही है। जाहिर है ऐसे में हर माता-पिता अपनी बेटी की पढ़ाई को लेकर चिंतित होंगे। लेकिन, इसके लिए ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि घर बैठे पढ़ाई-लिखाई यानी ऑनलाइन लर्निंग के बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं। भारत सरकार ने भी पिछले कुछ दिनों में कई ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म शुरू किए हैं, जिसके जरिये आपको अपनी बेटी की पढ़ाई को पूरी कराने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इन प्लेटफॉर्म्स का फायदा अंडर ग्रेजुएट के साथ साथ पोस्ट ग्रेजुएट करने वाली बेटियां भी उठा सकती हैं। तो, चलिये जानते हैं सरकारी फ्री ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म्स के बारे में।
1. स्वयं (SWAYAM: Study Webs of Active Learning for Young Aspiring Minds) पोर्टल:
मोदी सरकार ने ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल स्वयं को जुलाई 2017 में शुरू किया था। यह 9वीं कक्षा से पोस्ट ग्रेजुएशन तक के छात्रों के लिए अलग अलग तरह के ऑनलाइन कोर्सेज उपलब्ध कराता है। इसे शिक्षा मंत्रालय और एआईसीटीआई यानी ऑल इंडियन काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन की मदद से छात्रों को नि:शुल्क ऑनलाइन कोर्सेज करवाने के लिए तैयार किया गया है।
स्वयं पोर्टल पर छात्रों के लिए दो हजार से अधिक फ्री ऑनलाइन कोर्स करने की सुविधा है। छात्र स्वयं की वेबसाइट https://swayam.gov.in पर जाकर कंटेट पढ़ सकते हैं। स्वयं में पंजीकरण काफी सरल है। वैध ईमेल आईडी या फेसबुक या गूगल प्लस खाते के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। इसके अलावा छात्र इसका मोबाइल ऐप गूगल प्ले स्टोर या ऐपस्टोर से डाउनलोड करके इसका फायदा उठा सकते हैं।
स्वयं को AICTE, IGNOU, NCERT, UGC, NIOS, CEC, NITTTR, IIMB से मान्यता मिली हुई है।
2. स्वयं प्रभा DTH चैनल्स:
स्वयं प्रभा DTH चैनल्स से घर बैठकर पढ़ाई करने में छात्रों को काफी मदद मिल रही है। यह शिक्षा मंत्रालय की खास पहल है। इसमें 32 DTH यानी डायरेक्ट टू होम चैनल्स हफ्ते के सातों दिन और चौबीसो घंटे देश के अलग-अलग स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षणिक कार्यक्रम प्रसारित करते हैं।
3. दीक्षा (DISHA):
शिक्षा मंत्रालय ने 2017 में इस डिजिटल पोर्टल की शुरुआत की थी। यह प्लेटफॉर्म खासकर के कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए है। जो छात्र शिक्षक समुदाय से जुड़ना चाहते हैं वो भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। देश के शिक्षक को एडवांस्ड डिजिटल टेक्नोलॉजी में प्रशिक्षित करना इसका मकसद है।
दीक्षा शिक्षक प्रशिक्षण के लिए ट्रेनिंग कोर्सेस, वर्कशीट्स, लर्निंग वीडियो, पाठ्यक्रम और मूल्यांकन जांच की पेशकश करता है। इस पोर्टल पर 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए कई भाषाओं में 80 हजार ई-किताब मौजूद है। इसकी खास बात ये है कि क्यूआर कोड स्कैन करके कोई भी व्यक्ति ट्रेनिंग मैटेरियल्स और ई-किताब पढ़ सकता है।
एंड्रॉयड और आईओएस स्मार्टफोन यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर और आईओएस ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकता है। वेब यूजर्स इसकी आधिकारिक वेबसाइट www.disha.gov.in पर जाकर रजिस्टर करके इस प्लेटफॉर्म का फायदा उठा सकते हैं।
4. एनपीटीईएल (NPTEL):
एनपीटीईएल यानी नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एन्हेंस्ड लर्निंग शिक्षा मंत्रालय की वित्त पोषित परियोजना है। यह इंजीनियरिंग, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और मानविकी में कई पाठ्यक्रम ऑफर करता है। पाठ्यक्रम नि:शुल्क है। हालांकि, सर्टिफिकेशन परीक्षा के लिए प्रति उम्मीदवार ₹1000 देने होते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप ऑनलाइन वेब पोर्टल http://nptel.ac.in पर जा सकते हैं।
देश के सात प्रमुख आईआईटी (दिल्ली, बॉम्बे, गुवाहाटी, मद्रास, रुड़की, कानपुर और खड़गपुर) और बेंगलुरू स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस के सहयोग से इंजीनियरिंग, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और मानविकी के ऑनलाइन कंटेट तैयार करने के लिए 2003 में इसकी स्थापना हुई थी। इसने करीब 100 प्रमुख कोर्सेज के वेब आधारित कंटेट्स और वीडियोज तैयार किए हैं। एनपीटीईएल छात्र और प्रोफेशनल्स के लिए ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्सेज का भी आयोजन करता है।
5. ई-पीजी (e-PG) पाठशाला:
शिक्षा मंत्रालय ने पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए इस प्लेटफॉर्म को शुरू किया है। NME-ICT (नेशनल मिशन ऑन एजुकेशन थ्रू आईसीटी) पहल के तहत इसे तैयार किया गया है। इस पहल के तहत छात्रों के लिए 700 ई-किताब और 68 से ज्यादा पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज मुफ्त में उपलब्ध हैं।
इसका संचालन यूजीसी यानी यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन करता है। पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले सभी छात्र इसका लाभ ले सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर आपको ऑनलाइन उच्च गुणवत्ता वाले टेक्स्ट कंटेट, वीडियोज, ट्योटोरियल्स, डॉक्यूमेंट्स, पीडीएफ बगैरह मिलेंगे।
6. ई-शोध सिंधु (e-ShodhSindhu):
ई-शोध सिंधु भारत सरकार और शिक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई डिजिटल लाइब्रेरी है। यह उच्चतर शिक्षा के लिए ई-रिसॉर्सेज जैसे कि जर्नल्स, बिब्लियोग्राफिक्स, साइटेशन और फेक्चूअल डाटाबेसेस आदि मुहैया कराता है। इसे आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या स्मार्ट फोन पर ई-लर्निंग के माध्यम से पढ़ सकते हैं।
केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों के अलावा कॉलेज समेत सभी उच्चतर शैक्षणिक संस्थान का छात्र इन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। पंजीकरण के लिए https://ess.inflibnet.ac.in/oes पर लॉग इन करें। आप eshodhsindhu@inflibnet.ac.in पर ईमेल भी कर सकते हैं।