SBI Reverse Mortgage Loan: अपने घर पर पाइए अतिरिक्त आमदनी, एसबीआई के ईस खास प्लान के जरिए

वरिष्ठ नागरिकों के लिए एसबीआई रिवर्स मॉर्गेज लोन से हो सकती है अतिरिक्त आय।

एसबीआई रिवर्स मॉर्गेज लोन

SBI Reverse Mortgage Loan : यदि आप वरिष्ठ नागरिक हैं और आपके पास अपनी अचल संपत्ति (प्रॉपर्टी) है तो अब उस पर अतिरिक्त आमदनी भी जुटाई जा सकती है। एसबीआई रिवर्स मॉर्गेज लोन द्वारा हर महीने अपने गुजारे के लिए आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। 

एसबीआई के इस खास प्लान में रिवर्स मॉर्गेज लोन के अंतर्गत घर या मकान पर लिए गए ऋण के बदले पति या पत्नी में से किसी एक के जीवित रहने पर आमदनी प्राप्त की जा सकती है। इसके लिए अपनी संपत्ति बैंक के पास गिरवी रखनी पड़ेगी। एसबीआई ने स्पष्ट किया है कि कर्ज लेने वाले व्यक्ति को जीवन भर लोन की सेवा लेने की अनिवार्यता नहीं है। रिवर्स मॉर्गेज लोन का भुगतान भी किया जा सकता है। बैंक ने ऐसा विकल्प भी दिया है। 

योजना उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए फायदेमंद है जिनके पास आजीविका के लिए पर्याप्त आमदनी नहीं है। 

  • रिवर्स मॉर्गेज ऋणदाता बैंक एक तय अंतराल पर संपत्ति का मुआयना करती है। अक्सर यह अवधि 5 साल की होती है। 
  • महंगाई बढ़ने पर रिवर्स मॉर्गेज लोन के अंतर्गत प्रतिमाह मिलने वाली राशि में वृद्धि नहीं होती। 
  • रिवर्स मॉर्गेज लोन देने वाली बैंक अक्सर अचल संपत्ति के मूल्य से 15-20% कम ऋण देती है। उदाहरण के तौर पर यदि आपकी संपत्ति की कुल कीमत ₹50 लाख है तो लोन सिर्फ ₹40 लाख मिल पाता है। 
  • रिवर्स मॉर्गेज लोन पर बैंक द्वारा ब्याज लिया जाता है। अर्थात संपत्ति पर बैंक की तरफ से लोन के रूप में फंड उपलब्ध कराया गया है तो लोन स्लैब के आधार पर ब्याज भी काटा जाएगा। 
  • प्रॉपर्टी पर ऋण लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु होने पर बैंक गिरवी रखी प्रॉपर्टी को बेच देती है और ऋण के भुगतान के बाद बची हुई राशि उस व्यक्ति के उत्तराधिकारी को दे दी जाती है। 
  • उत्तराधिकारी चाहें तो पूरे ऋण का भुगतान करके संपत्ति वापस ले सकते हैं। 

यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम

लोन के लिए योग्यता 

रिवर्स मॉर्गेज लोन के लिए 60 वर्ष के ऊपर के सीनियर सिटिजन अप्लाई कर सकते हैं। यदि ऋण परिवार के किसी व्यक्ति के साथ लिया जा रहा है तो उसकी आयु भी 58 वर्ष के ऊपर होनी चाहिए। 

लोन टेन्योर और अमाउंट 

रिवर्स मॉर्गेज लोन के लिये न्यूनतम सीमा ₹3 लाख और अधिकतम सीमा ₹1 करोड़ की है। ऋण लेने की अवधि ऋण लेनेवालों की आयु के आधार पर 10 से 15 वर्ष की होती है। 

ब्याज दर और लोन प्रोसेसिंग फीस 

एसबीआई द्वारा रिवर्स मॉर्गेज लोन की निधि का 0.50% लोन प्रोसेसिंग फीस के तौर पर लिया जाता है। अर्थात एसबीआइ द्वारा अमाउंट पर कर के साथ न्यूनतम ₹2000 और अधिकतम ₹20,000 की प्रोसेसिंग फीस ली जा सकती है। इसके साथ ऋण लेनेवाले को कर्ज स्वीकृत होने के बाद लोन अग्रीमेंट पर स्टैंप  ड्यूटी और प्रॉपर्टी इंश्योरेंस प्रीमियम का भी भुगतान करना होता है।

वर्तमान में एसबीआई रिवर्स मॉर्गेज लोन पर 10.95% की दर से ब्याज लगता है। 

प्रीपेमेंट 

वरिष्ठ नागरिक यदि चाहें तो रिवर्स मॉर्गेज लोन का पूरा भुगतान बगैर जुर्माने के कर सकते हैं।

पीरियॉडिक पेआउट 

रिवर्स मॉर्गेज लोन के अंतर्गत मिलने वाली निधि वरिष्ठ नागरिक को इच्छानुसार प्रतिमाह, तिमाही, अर्धवार्षिक, वार्षिक या एकमुश्त लेने के विकल्प दिए गए हैं। 

यह भी पढ़ें: मार्केट में निफ़्टी ५० से रिटर्न कैसे पाए?

बुढापे में नहीं होगी पैसों की दिक्कत

SBI Reverse Mortgage Loan : यदि आप वरिष्ठ नागरिक हैं और आपके पास अपनी अचल संपत्ति (प्रॉपर्टी) है तो अब उस पर अतिरिक्त आमदनी भी जुटाई जा सकती है। एसबीआई रिवर्स मॉर्गेज लोन द्वारा हर महीने अपने गुजारे के लिए आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। 

एसबीआई के इस खास प्लान में रिवर्स मॉर्गेज लोन के अंतर्गत घर या मकान पर लिए गए ऋण के बदले पति या पत्नी में से किसी एक के जीवित रहने पर आमदनी प्राप्त की जा सकती है। इसके लिए अपनी संपत्ति बैंक के पास गिरवी रखनी पड़ेगी। एसबीआई ने स्पष्ट किया है कि कर्ज लेने वाले व्यक्ति को जीवन भर लोन की सेवा लेने की अनिवार्यता नहीं है। रिवर्स मॉर्गेज लोन का भुगतान भी किया जा सकता है। बैंक ने ऐसा विकल्प भी दिया है। 

योजना उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए फायदेमंद है जिनके पास आजीविका के लिए पर्याप्त आमदनी नहीं है। 

  • रिवर्स मॉर्गेज ऋणदाता बैंक एक तय अंतराल पर संपत्ति का मुआयना करती है। अक्सर यह अवधि 5 साल की होती है। 
  • महंगाई बढ़ने पर रिवर्स मॉर्गेज लोन के अंतर्गत प्रतिमाह मिलने वाली राशि में वृद्धि नहीं होती। 
  • रिवर्स मॉर्गेज लोन देने वाली बैंक अक्सर अचल संपत्ति के मूल्य से 15-20% कम ऋण देती है। उदाहरण के तौर पर यदि आपकी संपत्ति की कुल कीमत ₹50 लाख है तो लोन सिर्फ ₹40 लाख मिल पाता है। 
  • रिवर्स मॉर्गेज लोन पर बैंक द्वारा ब्याज लिया जाता है। अर्थात संपत्ति पर बैंक की तरफ से लोन के रूप में फंड उपलब्ध कराया गया है तो लोन स्लैब के आधार पर ब्याज भी काटा जाएगा। 
  • प्रॉपर्टी पर ऋण लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु होने पर बैंक गिरवी रखी प्रॉपर्टी को बेच देती है और ऋण के भुगतान के बाद बची हुई राशि उस व्यक्ति के उत्तराधिकारी को दे दी जाती है। 
  • उत्तराधिकारी चाहें तो पूरे ऋण का भुगतान करके संपत्ति वापस ले सकते हैं। 

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लोन के लिए योग्यता 

रिवर्स मॉर्गेज लोन के लिए 60 वर्ष के ऊपर के सीनियर सिटिजन अप्लाई कर सकते हैं। यदि ऋण परिवार के किसी व्यक्ति के साथ लिया जा रहा है तो उसकी आयु भी 58 वर्ष के ऊपर होनी चाहिए। 

लोन टेन्योर और अमाउंट 

रिवर्स मॉर्गेज लोन के लिये न्यूनतम सीमा ₹3 लाख और अधिकतम सीमा ₹1 करोड़ की है। ऋण लेने की अवधि ऋण लेनेवालों की आयु के आधार पर 10 से 15 वर्ष की होती है। 

ब्याज दर और लोन प्रोसेसिंग फीस 

एसबीआई द्वारा रिवर्स मॉर्गेज लोन की निधि का 0.50% लोन प्रोसेसिंग फीस के तौर पर लिया जाता है। अर्थात एसबीआइ द्वारा अमाउंट पर कर के साथ न्यूनतम ₹2000 और अधिकतम ₹20,000 की प्रोसेसिंग फीस ली जा सकती है। इसके साथ ऋण लेनेवाले को कर्ज स्वीकृत होने के बाद लोन अग्रीमेंट पर स्टैंप  ड्यूटी और प्रॉपर्टी इंश्योरेंस प्रीमियम का भी भुगतान करना होता है।

वर्तमान में एसबीआई रिवर्स मॉर्गेज लोन पर 10.95% की दर से ब्याज लगता है। 

प्रीपेमेंट 

वरिष्ठ नागरिक यदि चाहें तो रिवर्स मॉर्गेज लोन का पूरा भुगतान बगैर जुर्माने के कर सकते हैं।

पीरियॉडिक पेआउट 

रिवर्स मॉर्गेज लोन के अंतर्गत मिलने वाली निधि वरिष्ठ नागरिक को इच्छानुसार प्रतिमाह, तिमाही, अर्धवार्षिक, वार्षिक या एकमुश्त लेने के विकल्प दिए गए हैं। 

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