2023 में फाइनेंसियल प्लानिंग से पैसे बचाने और संपत्ति बनाने के 7 खास तरीके

वित्तीय सफलता और सुरक्षा प्राप्त करने के लिए फाइनेंसियल प्लानिंग करना और अनुशासन के साथ इसे लागू करना महत्वपूर्ण है।

फायनान्शियल प्लॅनिंग टिप्स

एक सुखी और सुरक्षित भविष्य के लिए वित्तीय योजना (Financial Planning) बनाना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपको अपने वित्त को जीवन के जरूरी लक्ष्यों को पूरा करने का रोडमैप प्रदान करता है। फाइनेंसियल प्लानिंग से न सिर्फ आप अपने सभी वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करते हैं, बल्कि अपने भविष्य को एक वित्तीय सुरक्षा भी देते हैं।   

नया वित्तीय वर्ष 2023-24 शुरू हो चुका है। यह आगामी वर्ष के लिए फाइनेंसियल प्लानिंग करने का सही समय है। ऐसा करना कोई मुश्किल कार्य नहीं है। कुछ खास टिप्स के जरिए आप एक सही फाइनेंसियल प्लानिंग करने में सक्षम होंगे। इन टिप्स में शामिल है: 

1. बजट से करें शुरुआत:

सबसे पहले, पूरे साल के लिए बजट बनाना महत्वपूर्ण है। इसका अर्थ है आगामी वर्ष के लिए अपने अपेक्षित खर्चों की एक स्पष्ट सूची बनाना, उन्हें अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विभाजित करना और आवश्यक खर्चों को प्राथमिकता देना। 

बजट बनाते समय अपने निवेश यानि इन्वेस्टमेंट का हिसाब रखना भी महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से आप इस बात का बेहतर अंदाजा लगा सकते हैं कि अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने और आराम से जीने के लिए कितनी धनराशि आवश्यक है।

2. वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करें:

नया वित्तीय वर्ष आपकी आय और करियर की प्रगति के आधार पर आपके लक्ष्यों की समीक्षा करने और उन्हें पुनः व्यवस्थित करने का अवसर भी है। 

अपने लक्ष्यों पर पुनर्विचार करने के लिए कुछ समय निकालें और उन्हें अपनी वर्तमान और भविष्य की ज़रूरतों के अनुसार वर्गीकृत करें। 

प्रत्येक लक्ष्य के लिए एक उचित समय सीमा निर्धारित करें, चाहे वह अल्पकालिक लक्ष्य हो जैसे आपातकालीन निधि स्थापित करना या सेवानिवृत्ति के लिए योजना बनाने जैसा दीर्घकालिक लक्ष्य। 

अपने लक्ष्यों को सूचीबद्ध करके और समय सीमा निर्धारित करके, आप उन्हें हासिल करने में मदद के लिए अपने इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी बनाना शुरू कर सकते हैं।

3. निवेश की शुरुआत:

अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, अगला कदम निवेश रणनीति बनाना है। उन टूल्स की पहचान करना महत्वपूर्ण है जो आपके विभिन्न लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। ऐसा करते समय अपने पोर्टफोलियो में टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट्स को जरूर शामिल करें। एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो जोखिम को कम से कम रखने और आपके निवेश रिटर्न को अधिकतम करने में मदद कर सकता है। 

बहुत से लोग सोचते हैं कि कहां बचत करें। ऐसे में सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ), टैक्स-सेवर बैंक एफडी, स्वैच्छिक पीएफ (वीपीएफ) और ईएलएसएस जैसे कर-बचत विकल्पों पर विचार किया जा सकता है। जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती है, अपने निवेशों की नियमित रूप से समीक्षा करना और उन्हें बढ़ाना महत्वपूर्ण है।

4. व्यवस्थित और अनुशासित रहें 

आपकी इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी में निवेश के लिए एक व्यवस्थित और अनुशासित दृष्टिकोण आपको लंबे समय में सर्वोत्तम परिणाम दे सकता है। 

नियमित रूप से और लगातार निवेश करें, और बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति में निवेश करना बंद न करें या निकासी न करें। यह विशेष रूप से व्यवस्थित निवेश योजनाओं (एसआईपी) के लिए महत्वपूर्ण है, जिसे जारी रखा जाना चाहिए। 

जैसे-जैसे आपकी इनकम बढ़ती है, आप उसी के अनुसार अपने इन्वेस्टमेंट को बढ़ाने का लक्ष्य रख सकते हैं। 

और पढ़ें: कर बचत अभ्यास वित्तीय योजना का महत्वपूर्ण जरिया क्यों है?

5. इमर्जेंसी फंड जरूर बनाएं:

अनिश्चितताएं जीवन का एक हिस्सा हैं। एक इमरजेंसी फंड बनाकर उनके लिए तैयार रहना जरूरी है। यदि आपने पहले से एक नहीं बनाया है, तो इसे अभी बनाना शुरू करें। 

आदर्श रूप से, यह पूंजी आपकी मासिक आय के 9 गुना के बराबर होनी चाहिए। बचत खाते या सावधि जमा जिनसे कभी भी धन निकासी की जा सकती है, वहाँ इमर्जेंसी फंड के पैसे रखना बेहतर विकल्प है।

6. समय पर ऋण चुकाएं:

समय पर ऋण चुका कर वित्तीय अनुशासन बनाए रखें। केवल अपनी ईएमआई का भुगतान करने की बजाय लोन को जल्दी पूरा चुकाने पर ध्यान दें। 

हर साल अपनी बकाया ऋण राशि का 5% भुगतान करने पर विचार करें। यह आपके लोन अवधि को कम करने और ईएमआई पर बचत करने में मदद कर सकता है। कम ब्याज दरों का लाभ उठाने के लिए आप अपने ऋण को पुनर्वित्त कराने यानि रिफाईनेंसिंग पर भी विचार कर सकते हैं। 

एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखने के लिए क्रेडिट कार्ड बिलों का पूर्ण और समय पर भुगतान करना सुनिश्चित करें। इससे भविष्य में आपके लिए ऋण प्राप्त करना आसान हो जाएगा।

7. पर्याप्त बीमा कवरेज लें:

पर्याप्त बीमा कवरेज होना फाइनेंसियल प्लानिंग का एक महत्वपूर्ण घटक है। यह आपको अप्रत्याशित घटनाओं से निपटने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। 

जीवन और स्वास्थ्य बीमा दो महत्वपूर्ण प्रोडक्टस हैं जो आपको और आपके परिवार को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं। 

जीवन बीमा के लिए आवश्यक कवरेज की मात्रा का निर्धारण करते समय, एक ऐसे जीवन कवर का लक्ष्य रखें जो आपकी औसत वार्षिक आय का 10-15 गुना हो। 

स्वास्थ्य बीमा के लिए, अपने परिवार के चिकित्सा इतिहास, उम्र और जीवनशैली की आदतों को ध्यान में रखें और अपनी बदलती परिस्थितियों के आधार पर अपने कवरेज को समायोजित करें।

यह भी पढ़ें: स्वास्थ्य बीमा के बारे में 5 बातें जो आप नहीं जानते होंगे

एक सुखी और सुरक्षित भविष्य के लिए वित्तीय योजना (Financial Planning) बनाना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपको अपने वित्त को जीवन के जरूरी लक्ष्यों को पूरा करने का रोडमैप प्रदान करता है। फाइनेंसियल प्लानिंग से न सिर्फ आप अपने सभी वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करते हैं, बल्कि अपने भविष्य को एक वित्तीय सुरक्षा भी देते हैं।   

नया वित्तीय वर्ष 2023-24 शुरू हो चुका है। यह आगामी वर्ष के लिए फाइनेंसियल प्लानिंग करने का सही समय है। ऐसा करना कोई मुश्किल कार्य नहीं है। कुछ खास टिप्स के जरिए आप एक सही फाइनेंसियल प्लानिंग करने में सक्षम होंगे। इन टिप्स में शामिल है: 

1. बजट से करें शुरुआत:

सबसे पहले, पूरे साल के लिए बजट बनाना महत्वपूर्ण है। इसका अर्थ है आगामी वर्ष के लिए अपने अपेक्षित खर्चों की एक स्पष्ट सूची बनाना, उन्हें अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विभाजित करना और आवश्यक खर्चों को प्राथमिकता देना। 

बजट बनाते समय अपने निवेश यानि इन्वेस्टमेंट का हिसाब रखना भी महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से आप इस बात का बेहतर अंदाजा लगा सकते हैं कि अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने और आराम से जीने के लिए कितनी धनराशि आवश्यक है।

2. वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करें:

नया वित्तीय वर्ष आपकी आय और करियर की प्रगति के आधार पर आपके लक्ष्यों की समीक्षा करने और उन्हें पुनः व्यवस्थित करने का अवसर भी है। 

अपने लक्ष्यों पर पुनर्विचार करने के लिए कुछ समय निकालें और उन्हें अपनी वर्तमान और भविष्य की ज़रूरतों के अनुसार वर्गीकृत करें। 

प्रत्येक लक्ष्य के लिए एक उचित समय सीमा निर्धारित करें, चाहे वह अल्पकालिक लक्ष्य हो जैसे आपातकालीन निधि स्थापित करना या सेवानिवृत्ति के लिए योजना बनाने जैसा दीर्घकालिक लक्ष्य। 

अपने लक्ष्यों को सूचीबद्ध करके और समय सीमा निर्धारित करके, आप उन्हें हासिल करने में मदद के लिए अपने इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी बनाना शुरू कर सकते हैं।

3. निवेश की शुरुआत:

अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, अगला कदम निवेश रणनीति बनाना है। उन टूल्स की पहचान करना महत्वपूर्ण है जो आपके विभिन्न लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। ऐसा करते समय अपने पोर्टफोलियो में टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट्स को जरूर शामिल करें। एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो जोखिम को कम से कम रखने और आपके निवेश रिटर्न को अधिकतम करने में मदद कर सकता है। 

बहुत से लोग सोचते हैं कि कहां बचत करें। ऐसे में सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ), टैक्स-सेवर बैंक एफडी, स्वैच्छिक पीएफ (वीपीएफ) और ईएलएसएस जैसे कर-बचत विकल्पों पर विचार किया जा सकता है। जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती है, अपने निवेशों की नियमित रूप से समीक्षा करना और उन्हें बढ़ाना महत्वपूर्ण है।

4. व्यवस्थित और अनुशासित रहें 

आपकी इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी में निवेश के लिए एक व्यवस्थित और अनुशासित दृष्टिकोण आपको लंबे समय में सर्वोत्तम परिणाम दे सकता है। 

नियमित रूप से और लगातार निवेश करें, और बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति में निवेश करना बंद न करें या निकासी न करें। यह विशेष रूप से व्यवस्थित निवेश योजनाओं (एसआईपी) के लिए महत्वपूर्ण है, जिसे जारी रखा जाना चाहिए। 

जैसे-जैसे आपकी इनकम बढ़ती है, आप उसी के अनुसार अपने इन्वेस्टमेंट को बढ़ाने का लक्ष्य रख सकते हैं। 

और पढ़ें: कर बचत अभ्यास वित्तीय योजना का महत्वपूर्ण जरिया क्यों है?

5. इमर्जेंसी फंड जरूर बनाएं:

अनिश्चितताएं जीवन का एक हिस्सा हैं। एक इमरजेंसी फंड बनाकर उनके लिए तैयार रहना जरूरी है। यदि आपने पहले से एक नहीं बनाया है, तो इसे अभी बनाना शुरू करें। 

आदर्श रूप से, यह पूंजी आपकी मासिक आय के 9 गुना के बराबर होनी चाहिए। बचत खाते या सावधि जमा जिनसे कभी भी धन निकासी की जा सकती है, वहाँ इमर्जेंसी फंड के पैसे रखना बेहतर विकल्प है।

6. समय पर ऋण चुकाएं:

समय पर ऋण चुका कर वित्तीय अनुशासन बनाए रखें। केवल अपनी ईएमआई का भुगतान करने की बजाय लोन को जल्दी पूरा चुकाने पर ध्यान दें। 

हर साल अपनी बकाया ऋण राशि का 5% भुगतान करने पर विचार करें। यह आपके लोन अवधि को कम करने और ईएमआई पर बचत करने में मदद कर सकता है। कम ब्याज दरों का लाभ उठाने के लिए आप अपने ऋण को पुनर्वित्त कराने यानि रिफाईनेंसिंग पर भी विचार कर सकते हैं। 

एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखने के लिए क्रेडिट कार्ड बिलों का पूर्ण और समय पर भुगतान करना सुनिश्चित करें। इससे भविष्य में आपके लिए ऋण प्राप्त करना आसान हो जाएगा।

7. पर्याप्त बीमा कवरेज लें:

पर्याप्त बीमा कवरेज होना फाइनेंसियल प्लानिंग का एक महत्वपूर्ण घटक है। यह आपको अप्रत्याशित घटनाओं से निपटने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। 

जीवन और स्वास्थ्य बीमा दो महत्वपूर्ण प्रोडक्टस हैं जो आपको और आपके परिवार को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं। 

जीवन बीमा के लिए आवश्यक कवरेज की मात्रा का निर्धारण करते समय, एक ऐसे जीवन कवर का लक्ष्य रखें जो आपकी औसत वार्षिक आय का 10-15 गुना हो। 

स्वास्थ्य बीमा के लिए, अपने परिवार के चिकित्सा इतिहास, उम्र और जीवनशैली की आदतों को ध्यान में रखें और अपनी बदलती परिस्थितियों के आधार पर अपने कवरेज को समायोजित करें।

यह भी पढ़ें: स्वास्थ्य बीमा के बारे में 5 बातें जो आप नहीं जानते होंगे

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