नकदरहित बनाम प्रतिपूर्ति : एक स्वास्थ्य दावा करते वक़्त सही चुनाव कैसे करें

नकदरहित और प्रतिपूर्ति दावों के अलग ही फायदे एवं नुकसान होते हैं| देखिये कि आपके लिए क्या बेहतर रहेगा|

नकदरहित बनाम प्रतिपूर्ति : एक स्वास्थ्य दावा करते वक़्त सही चुनाव कैसे करें

एक स्वास्थ सम्बन्धी आपातकाल जिसमे अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत हो,उसके आपके वित्तीय स्वास्थ पर लघुकालिक और दीर्घकालिक परिणाम होंगे| गुणवत्ता स्वास्थ-देखभाल के बढ़ते खर्चे के कारण स्वास्थ बीमा,कई भारतीयों के लिए जल्द ही प्राथमिकता बनती जा रही है | स्वास्थ बीमा कंपनियां भी ग्राहकों के अनुकूल सुविधाएं जैसे कि नकदरहित या प्रतिपूर्ति माध्यम प्रदान करने पर ध्यान दे रही हैं |

आइये दोनों की तुलना करते हैं और आंकलन करते हैं कि दोनों में से बेहतर कौन सा है :

नकदरहित स्वास्थ बीमा दावा प्रक्रिया :

नकदरहित स्वास्थ बीमा योजना बीमाकर्ता को तुरंत भुगतान किये बिना चिकित्सीय देखभाल का लाभ उठाने का अवसर देती है | बीमा कंपनी सीधे अस्पताल से ही अपनी बकाया राशि का निपटारा करती है ,बशर्ते कि वह अस्पताल इनके नेटवर्क का एक हिस्सा हो | पॉलिसी से सम्बंधित सभी नियम एवं शर्तों के पूरा होने पर बिल का भुगतान किया जाता है |

आपातकाल में अस्पताल में भर्ती होने पर:

  • आपातकाल की स्थिति में,अस्पताल को आप जितनी जल्दी ही नकदरहित बीमा कार्ड और बीमा पॉलिसी का विवरण देते है उतनी ही जल्दी वह उपचार शुरू कर देगा |
  • इसके बाद वह बीमा कंपनी से उपचार को अनुमोदित करने के लिए संपर्क करेगा | वह आपकी ओर से एक पूर्व-अधिकृत फॉर्म जमा करेगा ,ताकि काम आगे बढे |
  • उपचार के ख़त्म होने के बाद बीमा कंपनी द्वारा बिलों की समीक्षा होगी,जो फिर समीक्षानुसार भुगतान करेगा |

नियोजित अस्पताल में भर्ती होने पर:

  • यहां आपको बीमा कंपनी को मेडिकल रिपोर्ट और संभावित खर्चे का अनुमान पहले ही बताना होगा ताकि उनसे स्वीकृति प्राप्त हो सके |
  • यदि स्वीकृति मिल जाती है ,तो बीमा कंपनी एक पूर्व-प्राधिकार पत्र जारी करेगा जिसे अस्पताल में भर्ती होने पर, स्वास्थ बीमा पॉलिसी विवरण के साथ स्वास्थ बीमा पहचान पत्र को जमा करना होगा|
  • हालांकि छुट्टी देते वक़्त, बीमा कंपनी से भुगतान का दावा करने के लिए अस्पताल बिल को अपने पास ही रखेंगे |

प्रतिपूर्ति स्वास्थ बीमा दावा प्रक्रिया :

  • यदि आपके आसपास कोई नेटवर्क अस्पताल नहीं है ,तो आप अपनी पसंद के किसी गैर-नेटवर्क अस्पताल में भर्ती हो सकते हैं और बाद में प्रतिपूर्ति का दावा कर सकते हैं | इस बीच,आपको उपचार के खर्चों का भुगतान स्वयं करना होगा ,जिसमे रूम का किराया और दवाइयां शामिल होगी |
  • एक बार आप दावा दर्ज करते हैं , तो बीमा कंपनी उपचार-सम्बंधित जानकारी की समीक्षा करेगी जैसे कि डिस्चार्ज रिपोर्ट, उपचार का विवरण और बेशक, वास्तविक बिल की भी |
  • वह दावा को स्वीकार कर लेगा यदि दस्तावेज़ ,बीमा पॉलिसियों में लिखे सभी मानदंडों को पूरा करते हो |
  • यदि दावा खारिज हो जाता है ,तो बीमा कंपनी उसकी वजह बताती है |

आपको किसे चुनना चाहिए ?

नकदरहित और प्रतिपूर्ति ,दोनों माध्यम के अपने फायदे हैं | नकदरहित दावों के साथ, आप अपना सारा ध्यान सबसे बेहतर उपचार पाने में लगाते हैं | हालांकि, आप इसका लाभ केवल नेटवर्क अस्पताल में ले सकते हैं जो आपके नज़दीक हो भी सकता है और नहीं भी |

प्रतिपूर्ति दावे की स्थिति में, आपको अपनी पसंद का अस्पताल चुनने की छूट होती है ,हालांकि,इसके खर्चों को आपको वहन करना होगा और इसका दावा बाद में किया जा सकेगा |

किसी भी परशानी से बचने के लिए:

  • किसी भी नियोजित उपचार के लिए पूर्व-अधिकृत अनुमोदन प्राप्त करें जिससे कि दावा में देरी होने से बचा जा सके |
  • सुनिश्चित करें कि प्रतिपूर्ति दावा दर्ज करते वक़्त सभी दस्तावेज़ और रसीदें सही जगह पर हो क्यूंकि बीमा कंपनी दस्तावेज़ सम्बंधित या अन्य औचित्य सम्बंधित कई स्पष्टीकरण की मांग कर सकती है ,जिससे देरी होने की संभावना है | 

एक स्वास्थ सम्बन्धी आपातकाल जिसमे अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत हो,उसके आपके वित्तीय स्वास्थ पर लघुकालिक और दीर्घकालिक परिणाम होंगे| गुणवत्ता स्वास्थ-देखभाल के बढ़ते खर्चे के कारण स्वास्थ बीमा,कई भारतीयों के लिए जल्द ही प्राथमिकता बनती जा रही है | स्वास्थ बीमा कंपनियां भी ग्राहकों के अनुकूल सुविधाएं जैसे कि नकदरहित या प्रतिपूर्ति माध्यम प्रदान करने पर ध्यान दे रही हैं |

आइये दोनों की तुलना करते हैं और आंकलन करते हैं कि दोनों में से बेहतर कौन सा है :

नकदरहित स्वास्थ बीमा दावा प्रक्रिया :

नकदरहित स्वास्थ बीमा योजना बीमाकर्ता को तुरंत भुगतान किये बिना चिकित्सीय देखभाल का लाभ उठाने का अवसर देती है | बीमा कंपनी सीधे अस्पताल से ही अपनी बकाया राशि का निपटारा करती है ,बशर्ते कि वह अस्पताल इनके नेटवर्क का एक हिस्सा हो | पॉलिसी से सम्बंधित सभी नियम एवं शर्तों के पूरा होने पर बिल का भुगतान किया जाता है |

आपातकाल में अस्पताल में भर्ती होने पर:

  • आपातकाल की स्थिति में,अस्पताल को आप जितनी जल्दी ही नकदरहित बीमा कार्ड और बीमा पॉलिसी का विवरण देते है उतनी ही जल्दी वह उपचार शुरू कर देगा |
  • इसके बाद वह बीमा कंपनी से उपचार को अनुमोदित करने के लिए संपर्क करेगा | वह आपकी ओर से एक पूर्व-अधिकृत फॉर्म जमा करेगा ,ताकि काम आगे बढे |
  • उपचार के ख़त्म होने के बाद बीमा कंपनी द्वारा बिलों की समीक्षा होगी,जो फिर समीक्षानुसार भुगतान करेगा |

नियोजित अस्पताल में भर्ती होने पर:

  • यहां आपको बीमा कंपनी को मेडिकल रिपोर्ट और संभावित खर्चे का अनुमान पहले ही बताना होगा ताकि उनसे स्वीकृति प्राप्त हो सके |
  • यदि स्वीकृति मिल जाती है ,तो बीमा कंपनी एक पूर्व-प्राधिकार पत्र जारी करेगा जिसे अस्पताल में भर्ती होने पर, स्वास्थ बीमा पॉलिसी विवरण के साथ स्वास्थ बीमा पहचान पत्र को जमा करना होगा|
  • हालांकि छुट्टी देते वक़्त, बीमा कंपनी से भुगतान का दावा करने के लिए अस्पताल बिल को अपने पास ही रखेंगे |

प्रतिपूर्ति स्वास्थ बीमा दावा प्रक्रिया :

  • यदि आपके आसपास कोई नेटवर्क अस्पताल नहीं है ,तो आप अपनी पसंद के किसी गैर-नेटवर्क अस्पताल में भर्ती हो सकते हैं और बाद में प्रतिपूर्ति का दावा कर सकते हैं | इस बीच,आपको उपचार के खर्चों का भुगतान स्वयं करना होगा ,जिसमे रूम का किराया और दवाइयां शामिल होगी |
  • एक बार आप दावा दर्ज करते हैं , तो बीमा कंपनी उपचार-सम्बंधित जानकारी की समीक्षा करेगी जैसे कि डिस्चार्ज रिपोर्ट, उपचार का विवरण और बेशक, वास्तविक बिल की भी |
  • वह दावा को स्वीकार कर लेगा यदि दस्तावेज़ ,बीमा पॉलिसियों में लिखे सभी मानदंडों को पूरा करते हो |
  • यदि दावा खारिज हो जाता है ,तो बीमा कंपनी उसकी वजह बताती है |

आपको किसे चुनना चाहिए ?

नकदरहित और प्रतिपूर्ति ,दोनों माध्यम के अपने फायदे हैं | नकदरहित दावों के साथ, आप अपना सारा ध्यान सबसे बेहतर उपचार पाने में लगाते हैं | हालांकि, आप इसका लाभ केवल नेटवर्क अस्पताल में ले सकते हैं जो आपके नज़दीक हो भी सकता है और नहीं भी |

प्रतिपूर्ति दावे की स्थिति में, आपको अपनी पसंद का अस्पताल चुनने की छूट होती है ,हालांकि,इसके खर्चों को आपको वहन करना होगा और इसका दावा बाद में किया जा सकेगा |

किसी भी परशानी से बचने के लिए:

  • किसी भी नियोजित उपचार के लिए पूर्व-अधिकृत अनुमोदन प्राप्त करें जिससे कि दावा में देरी होने से बचा जा सके |
  • सुनिश्चित करें कि प्रतिपूर्ति दावा दर्ज करते वक़्त सभी दस्तावेज़ और रसीदें सही जगह पर हो क्यूंकि बीमा कंपनी दस्तावेज़ सम्बंधित या अन्य औचित्य सम्बंधित कई स्पष्टीकरण की मांग कर सकती है ,जिससे देरी होने की संभावना है | 

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