मासिक धर्म के समय सफाई ना रखने के नुकसान

मासिक धर्म को एक टैबू समझा जाता है। लेकिन अगर मासिक धर्म के दौरान आप स्वस्थ्य आदतों को नहीं अपनायें तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। मासिक धर्म के दौरान सफाई ना रखने से होने वाले नुकसान को जानने के लिए यह लेख पढ़े।

Effects of not maintaing menstrural hygiene

भले ही इसके साथ एक तर्कहीन टैबू जुड़ा हो लेकिन सच्चाई यही है कि मासिक धर्म एक प्राकृतिक शारीरिक प्रक्रिया है जिससे हर महिला को गुजरना होता है। हालांकि हर महिला को नियमित रूप से इससे गुजरना होता है फिर भी इस दौरान सफाई रखने के बारे में सभी को सही जानकारी नहीं होती। 

मासिक धर्म के समय महिला को खुद की स्वच्छता पर खास ध्यान देना होता है। इस समय महिला को जीवन के लिए खतरनाक बिमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।मासिक धर्म के समय स्वच्छता नहीं रखने से जनन अंगों और मूत्र मार्ग से जुड़े फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। 

मासिक धर्म से जुड़ी अस्वास्थ्यकर प्रथाओं से होने वाले हानिकारक प्रभाव 

  • त्वचा में खुजली होने से परेशानी होती है और कई बार यह डर्मटाइटिस ( एक तरह का त्वचा रोग जिसमें त्वचा सूज कर लाल हो जाती है और कई बार फफोलों के साथ घाव हो जाते हैं) में बदल जाती है।
  • पेशाब के रास्ते में होने वाले बैक्टीरिया संक्रमण से यूरिनरी ट्रेक्ट इन्फेक्शन ( यूटीआई) हो सकता है। यह इंफेक्शन उस रास्ते में कहीं भी हो सकता है। अगर इसका इलाज नहीं किया जाए तो यह किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है और यह नुकसान जानलेवा भी हो सकता है। 
  • खतरनाक जीवाणुओं के फैलने पर यह इंफेक्शन योनि मार्ग में भी फैल सकता है। इससे योनि को नुकसान हो सकता है। 
  • योनि स्राव के पीएच संतुलन में बदलाव हो सकता है जिससे उसकी स्वाभाविक स्थिति में बदलाव हो सकता है। पीएच का स्तर बढ़ने से हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ने के लिए सही वातावरण मिल जाता है। 
  • योनि के भीतर अच्छे और बुरे बैक्टीरिया का नाजुक संतुलन बना होता है। इस संतुलन के बिगड़ने से बैक्टीरियल वेजिनोसिस ( बी.वी.)  हो सकता है। गर्भवती या गर्भधारण की तैयारी कर रही महिलाओं को यह प्रभावित कर सकता है। 
  •  यूटीआई और रिप्रोडक्टिव ट्रेक्ट इंफेक्शन के होने से सर्वाइकल कैंसर ( ग्रभाशय ग्रीवा का कैंसर)  होने की संभावना बढ़ जाती है। सर्वाइकल कैंसर सर्विक्स ( ग्रभाशय का मुख) में होने वाला कैंसर है। यह कैंसर ह्यूमन पेपिलोमा वायरस ( एचपीवी) के कारण होता है। 
  • सफाई का ध्यान ना रखने से महिलाओं के बांझ होने का खतरा भी बढ़ जाता है। 
  • मासिक धर्म के समय बेहतर स्वच्छता रखने के उपाय

सैनिटरी नैपकिन, टैम्पन या मेंस्ट्रल कप का इस्तेमाल करें। ये सभी तरीके सही हैं और आपको इन तरीकों को बदलने की जरूरत नहीं होगी। आपको जो सही लगे उस तरीके को अपना सकते हैं। 

  • अपने सैनिटरी नैपकिन, टैम्पन या मेंस्ट्रल कप को नियमित रूप से बदलते रहें, अगर रक्त स्राव ज्यादा ना हो तब भी । मासिक धर्म के समय निकलने वाला खून जल्दी दूषित हो जाता है इसलिए प्रयोग के साधनों को जल्दी बदलते रहें। इसके आपको त्वचा में खाज की समस्या भी नहीं होगी। 
  • अपने जनन अंगों को नियमित रूप से साफ करें और पक्का करें कि आपकी योनि के अंदर और उसके आस-पास का खून अच्छी तरह से साफ हो गया है। इससे ना केवल आप साफ महसूस करेंगी बल्कि यह आपको ज्यादा स्वस्थ्य बनाने के साथ आपके निजी अंगों की देखभाल भी करता है। जब भी इस्तेमाल के साधन को बदलें तो साफ करने की कोशिश करें- नहीं तो दिन में कुछ बार तो जरूर साफ करें। 
  • अगर घर से बाहर जा रहे हैं तो अपने पास अतिरिक्त नैपकिन या टैम्पन जरूर रखें। घर पहुंचने तक का इंतजार ना करें ( आपको पता है कि क्या हो सकता है!)। अपने पास रखे नैपकिन या टैम्पन को किसी साफ बैग में रखें। साफ्ट टॉवेल, वेट टिश्यू और हैंड सैनिटाज़र भी साथ रख सकते हैं। 

आखिर में यही कि यह सब आपकी ही भलाई के लिए है

मासिक धर्म के समय स्वच्छता बनाए रखना मुश्किल काम नहीं है। थोड़े से प्रयास से बेहतर सफाई रखना संभव है। तो इस लेख में बताए सरल तरीकों का प्रयोग करें। क्योंकि आखिरकार इसका फायदा आपको ही होगा! 

भले ही इसके साथ एक तर्कहीन टैबू जुड़ा हो लेकिन सच्चाई यही है कि मासिक धर्म एक प्राकृतिक शारीरिक प्रक्रिया है जिससे हर महिला को गुजरना होता है। हालांकि हर महिला को नियमित रूप से इससे गुजरना होता है फिर भी इस दौरान सफाई रखने के बारे में सभी को सही जानकारी नहीं होती। 

मासिक धर्म के समय महिला को खुद की स्वच्छता पर खास ध्यान देना होता है। इस समय महिला को जीवन के लिए खतरनाक बिमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।मासिक धर्म के समय स्वच्छता नहीं रखने से जनन अंगों और मूत्र मार्ग से जुड़े फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। 

मासिक धर्म से जुड़ी अस्वास्थ्यकर प्रथाओं से होने वाले हानिकारक प्रभाव 

  • त्वचा में खुजली होने से परेशानी होती है और कई बार यह डर्मटाइटिस ( एक तरह का त्वचा रोग जिसमें त्वचा सूज कर लाल हो जाती है और कई बार फफोलों के साथ घाव हो जाते हैं) में बदल जाती है।
  • पेशाब के रास्ते में होने वाले बैक्टीरिया संक्रमण से यूरिनरी ट्रेक्ट इन्फेक्शन ( यूटीआई) हो सकता है। यह इंफेक्शन उस रास्ते में कहीं भी हो सकता है। अगर इसका इलाज नहीं किया जाए तो यह किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है और यह नुकसान जानलेवा भी हो सकता है। 
  • खतरनाक जीवाणुओं के फैलने पर यह इंफेक्शन योनि मार्ग में भी फैल सकता है। इससे योनि को नुकसान हो सकता है। 
  • योनि स्राव के पीएच संतुलन में बदलाव हो सकता है जिससे उसकी स्वाभाविक स्थिति में बदलाव हो सकता है। पीएच का स्तर बढ़ने से हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ने के लिए सही वातावरण मिल जाता है। 
  • योनि के भीतर अच्छे और बुरे बैक्टीरिया का नाजुक संतुलन बना होता है। इस संतुलन के बिगड़ने से बैक्टीरियल वेजिनोसिस ( बी.वी.)  हो सकता है। गर्भवती या गर्भधारण की तैयारी कर रही महिलाओं को यह प्रभावित कर सकता है। 
  •  यूटीआई और रिप्रोडक्टिव ट्रेक्ट इंफेक्शन के होने से सर्वाइकल कैंसर ( ग्रभाशय ग्रीवा का कैंसर)  होने की संभावना बढ़ जाती है। सर्वाइकल कैंसर सर्विक्स ( ग्रभाशय का मुख) में होने वाला कैंसर है। यह कैंसर ह्यूमन पेपिलोमा वायरस ( एचपीवी) के कारण होता है। 
  • सफाई का ध्यान ना रखने से महिलाओं के बांझ होने का खतरा भी बढ़ जाता है। 
  • मासिक धर्म के समय बेहतर स्वच्छता रखने के उपाय

सैनिटरी नैपकिन, टैम्पन या मेंस्ट्रल कप का इस्तेमाल करें। ये सभी तरीके सही हैं और आपको इन तरीकों को बदलने की जरूरत नहीं होगी। आपको जो सही लगे उस तरीके को अपना सकते हैं। 

  • अपने सैनिटरी नैपकिन, टैम्पन या मेंस्ट्रल कप को नियमित रूप से बदलते रहें, अगर रक्त स्राव ज्यादा ना हो तब भी । मासिक धर्म के समय निकलने वाला खून जल्दी दूषित हो जाता है इसलिए प्रयोग के साधनों को जल्दी बदलते रहें। इसके आपको त्वचा में खाज की समस्या भी नहीं होगी। 
  • अपने जनन अंगों को नियमित रूप से साफ करें और पक्का करें कि आपकी योनि के अंदर और उसके आस-पास का खून अच्छी तरह से साफ हो गया है। इससे ना केवल आप साफ महसूस करेंगी बल्कि यह आपको ज्यादा स्वस्थ्य बनाने के साथ आपके निजी अंगों की देखभाल भी करता है। जब भी इस्तेमाल के साधन को बदलें तो साफ करने की कोशिश करें- नहीं तो दिन में कुछ बार तो जरूर साफ करें। 
  • अगर घर से बाहर जा रहे हैं तो अपने पास अतिरिक्त नैपकिन या टैम्पन जरूर रखें। घर पहुंचने तक का इंतजार ना करें ( आपको पता है कि क्या हो सकता है!)। अपने पास रखे नैपकिन या टैम्पन को किसी साफ बैग में रखें। साफ्ट टॉवेल, वेट टिश्यू और हैंड सैनिटाज़र भी साथ रख सकते हैं। 

आखिर में यही कि यह सब आपकी ही भलाई के लिए है

मासिक धर्म के समय स्वच्छता बनाए रखना मुश्किल काम नहीं है। थोड़े से प्रयास से बेहतर सफाई रखना संभव है। तो इस लेख में बताए सरल तरीकों का प्रयोग करें। क्योंकि आखिरकार इसका फायदा आपको ही होगा! 

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