- Date : 10/10/2022
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बीमा करवाना और दावे का भुगतान दोनों को आसान बनाएगा बीमा सुगम एक्सचेंज

Bima Suagm Exchange: भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण अर्थात् इरडा ने बीमा सुगम प्लेटफार्म को मंजूरी देकर बीमा पॉलिसीधारकों के लिए बीमा लेना आसान कर दिया है। इसमें उपलब्ध ई-बीमा सुरक्षा के लिहाज से भी अच्छा होगा।
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार इरडा ने बीमा सुगम नाम के एक बीमा एक्सचेंज प्लेटफॉर्म आरंभ करने के लिए स्वीकृति दे दी है। बीमा सुगम एक ऐसा मंच होगा, जो बीमा से संबंधित सभी ज़रूरतों को एक ही जगह और आसानी से पूरी करने में सहायता करेगा।
इस प्लेटफॉर्म पर आप बीमा पॉलिसी खरीदने से लेकर दावे के निपटान तक बीमा से जुड़ी कई सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। इसके अलावा इस पर एजेंट पोर्टेबिलिटी और पॉलिसी पोर्टेबिलिटी की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
इस प्लेटफार्म पर पॉलिसीधारकों के लिए डीमैट प्रारूप में ई-बीमा या ई-आईए खाता होगा। यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी बेहतर होगा, क्योंकि इसमें दस्तावेजों को संभालने या सुरक्षित रखने की कोई जरूरत नहीं रहेगी। इस प्लेटफार्म किसी पॉलिसी का नवीकरण कराने के लिए भी कागजी कार्रवाई करने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस तरह से यह प्लेटफार्म बीमाधारकों के लिए पूरी प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाएगा।
यह भी पढ़ें: जीवन बीमा के महत्व और प्रकार
बीमा सुगम से दावों के निपटान में आसानी
बीमा सुगम पर पॉलिसीधारक और उसकी पारिवारिक बीमा पॉलिसियों तक एक ही जगह पर पहुंचा जा सकेगा। बीमा से संबंधित सभी जानकारियां एक ही जगह उपलब्ध होने के कारण नॉमिनी/लाभार्थियों के लिए दावा करना और उसका निपटान यानी क्लेम सेटलमेंट भी आसान हो जाएगा। इस प्लेटफार्म से धोखाधड़ी पर भी रोक लगाई जा सकती है। यह हर तरह की बीमा जरूरतों जैसे कि जीवन बीमा, स्वास्थ्य, वाहन, यात्रा आदि के लिए एक वन स्टॉप प्लेटफॉर्म होगा। हालांकि, सभी बीमा पॉलिसियों को एक जगह पर लाने के लिए मौजूदा संरचना में कुछ बदलाव करना होगा। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस या व्यापार में आसानी और सब्सिडी वाले प्रीमियम आदि सभी को जीवन और स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने के लिए पॉलिसीधारकों को “बीमा सुगम” के तहत बहुत सारे समाधान उपलब्ध कराये जाएंगे। बीमाकर्ता, एजेंट और ग्राहक इस प्लेटफार्म का उपयोग कर सकेंगे। यह UIDAI, NSDL, CDSL के साथ लिंक्ड रहेगा।
बीमा सुगम एक्सचेंज की निगरानी भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण अर्थात् इरडा द्वारा की जाएगी और लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल, जनरल इंश्योरेंस काउंसिल, ऑनलाइन पीएसबी और ब्रोकर्स एसोसिएशन इसके प्रमुख हितधारक होंगे।
इससे कई लाभ होंगे, जैसे कि इस पर उपलब्ध एजेंट पोर्टेबिलिटी से उन ग्राहकों को सुविधा होगी जिन्हें मौजूदा एजेंटों से सेवाएं प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यह पॉलिसीधारक या स्वयं एजेंट के जगह बदल लेने के कारण भी हो सकता है। इससे पॉलिसी बिक्री के बाद की सेवा में सुधार होगा और ग्राहकों को बेहतर अनुभव मिलेगा। इसके अलावा सभी बीमा कंपनियों द्वारा अनुमोदित व्यक्ति के सब्सक्रिप्शन लेने से भी वर्तमान बीमा रिपोजिटरी को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, ट्रांजेक्शनल प्लेटफॉर्म वाले मौजूदा फिनटेक इससे प्रभावित हो सकते हैं। इस संबंध में बीमा नियामक की ओर से जल्द ही पूरी घोषणा या सर्कुलर आने की उम्मीद की जा रही है।
यह भी पढ़ें: पहले क्या? पीपीएफ या जीवन बीमा
Bima Suagm Exchange: भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण अर्थात् इरडा ने बीमा सुगम प्लेटफार्म को मंजूरी देकर बीमा पॉलिसीधारकों के लिए बीमा लेना आसान कर दिया है। इसमें उपलब्ध ई-बीमा सुरक्षा के लिहाज से भी अच्छा होगा।
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार इरडा ने बीमा सुगम नाम के एक बीमा एक्सचेंज प्लेटफॉर्म आरंभ करने के लिए स्वीकृति दे दी है। बीमा सुगम एक ऐसा मंच होगा, जो बीमा से संबंधित सभी ज़रूरतों को एक ही जगह और आसानी से पूरी करने में सहायता करेगा।
इस प्लेटफॉर्म पर आप बीमा पॉलिसी खरीदने से लेकर दावे के निपटान तक बीमा से जुड़ी कई सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। इसके अलावा इस पर एजेंट पोर्टेबिलिटी और पॉलिसी पोर्टेबिलिटी की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
इस प्लेटफार्म पर पॉलिसीधारकों के लिए डीमैट प्रारूप में ई-बीमा या ई-आईए खाता होगा। यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी बेहतर होगा, क्योंकि इसमें दस्तावेजों को संभालने या सुरक्षित रखने की कोई जरूरत नहीं रहेगी। इस प्लेटफार्म किसी पॉलिसी का नवीकरण कराने के लिए भी कागजी कार्रवाई करने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस तरह से यह प्लेटफार्म बीमाधारकों के लिए पूरी प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाएगा।
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बीमा सुगम से दावों के निपटान में आसानी
बीमा सुगम पर पॉलिसीधारक और उसकी पारिवारिक बीमा पॉलिसियों तक एक ही जगह पर पहुंचा जा सकेगा। बीमा से संबंधित सभी जानकारियां एक ही जगह उपलब्ध होने के कारण नॉमिनी/लाभार्थियों के लिए दावा करना और उसका निपटान यानी क्लेम सेटलमेंट भी आसान हो जाएगा। इस प्लेटफार्म से धोखाधड़ी पर भी रोक लगाई जा सकती है। यह हर तरह की बीमा जरूरतों जैसे कि जीवन बीमा, स्वास्थ्य, वाहन, यात्रा आदि के लिए एक वन स्टॉप प्लेटफॉर्म होगा। हालांकि, सभी बीमा पॉलिसियों को एक जगह पर लाने के लिए मौजूदा संरचना में कुछ बदलाव करना होगा। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस या व्यापार में आसानी और सब्सिडी वाले प्रीमियम आदि सभी को जीवन और स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने के लिए पॉलिसीधारकों को “बीमा सुगम” के तहत बहुत सारे समाधान उपलब्ध कराये जाएंगे। बीमाकर्ता, एजेंट और ग्राहक इस प्लेटफार्म का उपयोग कर सकेंगे। यह UIDAI, NSDL, CDSL के साथ लिंक्ड रहेगा।
बीमा सुगम एक्सचेंज की निगरानी भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण अर्थात् इरडा द्वारा की जाएगी और लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल, जनरल इंश्योरेंस काउंसिल, ऑनलाइन पीएसबी और ब्रोकर्स एसोसिएशन इसके प्रमुख हितधारक होंगे।
इससे कई लाभ होंगे, जैसे कि इस पर उपलब्ध एजेंट पोर्टेबिलिटी से उन ग्राहकों को सुविधा होगी जिन्हें मौजूदा एजेंटों से सेवाएं प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यह पॉलिसीधारक या स्वयं एजेंट के जगह बदल लेने के कारण भी हो सकता है। इससे पॉलिसी बिक्री के बाद की सेवा में सुधार होगा और ग्राहकों को बेहतर अनुभव मिलेगा। इसके अलावा सभी बीमा कंपनियों द्वारा अनुमोदित व्यक्ति के सब्सक्रिप्शन लेने से भी वर्तमान बीमा रिपोजिटरी को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, ट्रांजेक्शनल प्लेटफॉर्म वाले मौजूदा फिनटेक इससे प्रभावित हो सकते हैं। इस संबंध में बीमा नियामक की ओर से जल्द ही पूरी घोषणा या सर्कुलर आने की उम्मीद की जा रही है।
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