जानिए क्यों अहम है छात्र यात्रा बीमा

विकसित देशों में इलाज का खर्चा महंगा होने की वजह से पढ़ाई या उससे जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए विदेश जाने वाले छात्रों के लिए योग्य बीमा कवर लेना बेहद अहम है

जानिए क्यों अहम है छात्र यात्रा बीमा

विदेश में पढ़ाई करने की तैयारी में जुटे छात्रों में योग्य छात्र यात्रा बीमा के चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति होती है। कई छात्र इसे आम यात्रा बीमा समान मानने की गलती करते हैं, तो वहीं कई छात्र इसे न लेने की भूल कर बैठते हैं जो उनके लिए बड़ा वित्तीय जोखिम साबित हो सकता है। इस लेख के जरिए हम छात्र यात्रा बीमा को सरल तरीके से समझाने की कोशिश करेंगे ताकि आपके लिए बीमा खरीदना आसान हो सके।

बीमा व्याप्ति और विशेषताएं: किस तरह से छात्र यात्रा बीमा आम यात्रा बीमा से अलग है?

जहां यात्रा बीमा आपको सिर्फ सफर के दौरान सुरक्षा प्रदान करता है और यात्रा समाप्त होने पर  बीमा खत्म हो जाता है, वहीं छात्र यात्रा बीमा का दायरा ज्यादा बड़ा होता है और जब तक छात्र परदेश में रहते हैं तब तक उन्हें सुरक्षा देता है। छात्र यात्रा बीमा पॉलिसी की मुख्य विशेषताओं की सूची नीचे दी जा रही है:

  • मुत्यु की स्थिति में सुरक्षा
  • दुर्घटना की वजह से विकलांगता से सुरक्षा
  • माता या पिता दोनों में एक बीमार होने/आकस्मिक चोट लगने/मुत्यु की स्थिति या प्रायोजक की मुत्यु/विकलांगता की स्थिति में शिक्षा शुल्क की भरपाई
  • छात्र के अस्पताल में भर्ती होने पर आपाती चिकित्सीय खर्च
  • शिक्षा में अवरोध
  • चिकित्सीय निकास, स्वदेश भेजा जाना
  • आपाती दंत्य संबंधी इलाज
  • परिवार के किसी सदस्य के अस्पताल में भर्ती होने पर उससे मिलने के लिए छात्र द्वारा की गई यात्रा का खर्चा
  • छात्र के गिरफ्तार होने पर जमानत की राशि का भुगतान
  • यात्री सामान का खोना या देरी से पहुंचना
  • पासपोर्ट का खोना
  • अन्य व्यक्ति के लिए निजी देनदारी

छात्र यात्रा बीमा खरीदने से पहले क्या पता करें

ऐसा हो सकता है कि आपके विश्वविद्यालय की किसी विशिष्ट बीमा पॉलिसी लेने की शर्त हो, ऐसे में आपके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। हालांकि, ज्यादातर विश्वविद्यालय मोटे तौर पर मापदंड निर्धारित करते हैं और छात्रों को उनके मुताबिक पॉलिसी चुनने आजादी देते हैं। ऐसे में आपके पास दो विकल्प हैं:

  • भारत छोड़ने के पहले छात्र यात्रा बीमा खरीदना
  • जिस देश जा रहे हैं वहां कि किसी बीमा कंपनी से साधारण स्वास्थ्य बीमा खरीदना

कौन सा विकल्प बेहतर है?

साधारण स्वास्थ्य बीमा के मुकाबले छात्र यात्रा बीमा लेना ज्यादा उपयुक्त है क्योंकि छात्र यात्रा बीमा के तहत आपको यात्रा से जुड़े जोखिम से भी सुरक्षा मिलती है और आपको हर बार यात्रा करते वक्त अलग से बीमा लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

इसके अलावा विदेशी बीमा कंपनी के बजाय भारतीय कंपनी से पॉलिसी खरीदने से प्रीमियम की राशि में आपकी काफी बचत होगी। जैसे 1 लाख अमेरिकी डॉलर की सालाना कवर वाली टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस की स्टूडेंट गार्ड – ओवरसीज हेल्थ इंश्योरेंस प्लान – प्लान बी का प्रीमियम करीब 32,000 रुपये है। वहीं, यूएस फायर इंश्योरेंस कंपनी की कॉलीजिट केयर प्लान के लिए आपको 732 अमेरिकी डॉलर खर्च करने होंगे। यानि अगर 1 अमेरिकी डॉलर को 67 भारतीय रुपये के बराबर माना जाए, तो आपको 49,044 रुपये चुकाने पड़ेंगे।

लेकिन, प्रीमियम की रकम के आधार पर ही पॉलिसी का चुनाव नहीं किया जाना चाहिए; बीमा कंपनी से जुड़े अस्पताल, मुआवजा देने की प्रक्रिया, कैशलेस सुविधा भी अहम हैं। बीमा का चुनाव करते वक्त विदेश में पढ़ रहे छात्रों और विश्वविद्यालय के सलाहकारों की राय भी महत्वपूर्ण हो सकती है, इसलिए आप ज्यादा से ज्यादा सवाल पूछें और इंटरनेट पर भी समीक्षा और फोरम को भी पढ़ें।

अन्य जरूरी बातें

  • छात्र यात्रा बीमा खरीदने के लिए आपकी उम्र 16 साल से 35 साल के बीच होनी चाहिए।
  • आमतौर पर पॉलिसी में शामिल न किए जाने वाले मदात्यय, नशीली दवाओं की लत, दिमागी बीमारियां जैसे अपवादों को भी कुछ छात्र यात्रा बीमा पॉलिसी के तहत नवीनीकरण प्रीमियम के भुगतान द्वारा दायरे में लिए जाने का प्रावधान है।
  • मुआवजा दिए जाने की प्रक्रिया परिभाषित होती है और बीमा कंपनियों के मुताबिक इसमें थोड़ा फेर-बदल होता है। आमतौर पर सबसे पहले आपको कंपनी की हेल्पलाइन पर या फिर विदेशी आपाती चिकित्सीय सहायता सेवा विभाग को मुआवजे के बारे जानकारी देनी होती है। अगर बीमारी बीमा के तहत शामिल है और पूर्ववर्ती बीमारी नहीं है तो ज्यादातर मामलों में बीमा कंपनी सीधा अस्पताल को पैसों का भुगतान करती है। भरपाई के मामलों में मुआवजे के फॉर्म को भरना पड़ता है और साथ ही बीमा कंपनी द्वारा निर्धारित किए गए कागजात भी जमा करने पड़ते हैं।
  • बीमा पॉलिसी खत्म होने पर अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करके पॉलिसी की अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है।

विकसित देशों में महंगे इलाज को देखते हुए विदेश में जाकर रहने वाले परिवारों के लिए अस्पताल में भर्ती होने या फिर विकलांगता की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ से बचने के लिए बीमा पॉलिसी लेना बेहद जरूरी है। छात्र यात्रा बीमा इन जरूरतों को पूरा करता है, इसलिए विदेश में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बीमा खरीदना अहम है।

विदेश में पढ़ाई करने की तैयारी में जुटे छात्रों में योग्य छात्र यात्रा बीमा के चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति होती है। कई छात्र इसे आम यात्रा बीमा समान मानने की गलती करते हैं, तो वहीं कई छात्र इसे न लेने की भूल कर बैठते हैं जो उनके लिए बड़ा वित्तीय जोखिम साबित हो सकता है। इस लेख के जरिए हम छात्र यात्रा बीमा को सरल तरीके से समझाने की कोशिश करेंगे ताकि आपके लिए बीमा खरीदना आसान हो सके।

बीमा व्याप्ति और विशेषताएं: किस तरह से छात्र यात्रा बीमा आम यात्रा बीमा से अलग है?

जहां यात्रा बीमा आपको सिर्फ सफर के दौरान सुरक्षा प्रदान करता है और यात्रा समाप्त होने पर  बीमा खत्म हो जाता है, वहीं छात्र यात्रा बीमा का दायरा ज्यादा बड़ा होता है और जब तक छात्र परदेश में रहते हैं तब तक उन्हें सुरक्षा देता है। छात्र यात्रा बीमा पॉलिसी की मुख्य विशेषताओं की सूची नीचे दी जा रही है:

  • मुत्यु की स्थिति में सुरक्षा
  • दुर्घटना की वजह से विकलांगता से सुरक्षा
  • माता या पिता दोनों में एक बीमार होने/आकस्मिक चोट लगने/मुत्यु की स्थिति या प्रायोजक की मुत्यु/विकलांगता की स्थिति में शिक्षा शुल्क की भरपाई
  • छात्र के अस्पताल में भर्ती होने पर आपाती चिकित्सीय खर्च
  • शिक्षा में अवरोध
  • चिकित्सीय निकास, स्वदेश भेजा जाना
  • आपाती दंत्य संबंधी इलाज
  • परिवार के किसी सदस्य के अस्पताल में भर्ती होने पर उससे मिलने के लिए छात्र द्वारा की गई यात्रा का खर्चा
  • छात्र के गिरफ्तार होने पर जमानत की राशि का भुगतान
  • यात्री सामान का खोना या देरी से पहुंचना
  • पासपोर्ट का खोना
  • अन्य व्यक्ति के लिए निजी देनदारी

छात्र यात्रा बीमा खरीदने से पहले क्या पता करें

ऐसा हो सकता है कि आपके विश्वविद्यालय की किसी विशिष्ट बीमा पॉलिसी लेने की शर्त हो, ऐसे में आपके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। हालांकि, ज्यादातर विश्वविद्यालय मोटे तौर पर मापदंड निर्धारित करते हैं और छात्रों को उनके मुताबिक पॉलिसी चुनने आजादी देते हैं। ऐसे में आपके पास दो विकल्प हैं:

  • भारत छोड़ने के पहले छात्र यात्रा बीमा खरीदना
  • जिस देश जा रहे हैं वहां कि किसी बीमा कंपनी से साधारण स्वास्थ्य बीमा खरीदना

कौन सा विकल्प बेहतर है?

साधारण स्वास्थ्य बीमा के मुकाबले छात्र यात्रा बीमा लेना ज्यादा उपयुक्त है क्योंकि छात्र यात्रा बीमा के तहत आपको यात्रा से जुड़े जोखिम से भी सुरक्षा मिलती है और आपको हर बार यात्रा करते वक्त अलग से बीमा लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

इसके अलावा विदेशी बीमा कंपनी के बजाय भारतीय कंपनी से पॉलिसी खरीदने से प्रीमियम की राशि में आपकी काफी बचत होगी। जैसे 1 लाख अमेरिकी डॉलर की सालाना कवर वाली टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस की स्टूडेंट गार्ड – ओवरसीज हेल्थ इंश्योरेंस प्लान – प्लान बी का प्रीमियम करीब 32,000 रुपये है। वहीं, यूएस फायर इंश्योरेंस कंपनी की कॉलीजिट केयर प्लान के लिए आपको 732 अमेरिकी डॉलर खर्च करने होंगे। यानि अगर 1 अमेरिकी डॉलर को 67 भारतीय रुपये के बराबर माना जाए, तो आपको 49,044 रुपये चुकाने पड़ेंगे।

लेकिन, प्रीमियम की रकम के आधार पर ही पॉलिसी का चुनाव नहीं किया जाना चाहिए; बीमा कंपनी से जुड़े अस्पताल, मुआवजा देने की प्रक्रिया, कैशलेस सुविधा भी अहम हैं। बीमा का चुनाव करते वक्त विदेश में पढ़ रहे छात्रों और विश्वविद्यालय के सलाहकारों की राय भी महत्वपूर्ण हो सकती है, इसलिए आप ज्यादा से ज्यादा सवाल पूछें और इंटरनेट पर भी समीक्षा और फोरम को भी पढ़ें।

अन्य जरूरी बातें

  • छात्र यात्रा बीमा खरीदने के लिए आपकी उम्र 16 साल से 35 साल के बीच होनी चाहिए।
  • आमतौर पर पॉलिसी में शामिल न किए जाने वाले मदात्यय, नशीली दवाओं की लत, दिमागी बीमारियां जैसे अपवादों को भी कुछ छात्र यात्रा बीमा पॉलिसी के तहत नवीनीकरण प्रीमियम के भुगतान द्वारा दायरे में लिए जाने का प्रावधान है।
  • मुआवजा दिए जाने की प्रक्रिया परिभाषित होती है और बीमा कंपनियों के मुताबिक इसमें थोड़ा फेर-बदल होता है। आमतौर पर सबसे पहले आपको कंपनी की हेल्पलाइन पर या फिर विदेशी आपाती चिकित्सीय सहायता सेवा विभाग को मुआवजे के बारे जानकारी देनी होती है। अगर बीमारी बीमा के तहत शामिल है और पूर्ववर्ती बीमारी नहीं है तो ज्यादातर मामलों में बीमा कंपनी सीधा अस्पताल को पैसों का भुगतान करती है। भरपाई के मामलों में मुआवजे के फॉर्म को भरना पड़ता है और साथ ही बीमा कंपनी द्वारा निर्धारित किए गए कागजात भी जमा करने पड़ते हैं।
  • बीमा पॉलिसी खत्म होने पर अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करके पॉलिसी की अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है।

विकसित देशों में महंगे इलाज को देखते हुए विदेश में जाकर रहने वाले परिवारों के लिए अस्पताल में भर्ती होने या फिर विकलांगता की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ से बचने के लिए बीमा पॉलिसी लेना बेहद जरूरी है। छात्र यात्रा बीमा इन जरूरतों को पूरा करता है, इसलिए विदेश में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बीमा खरीदना अहम है।

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