- Date : 30/08/2020
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बीमा पॉलिसी खरीदने की योजना बनाते वक्त यह जरूरी है कि आपको सभी विकल्पों के बारे में पता हो और आप प्रीमियम पेमेंट, पॉलिसी रकम (सम एश्योर्ड), पॉलिसी की अवधि और राइडर्स के आधार पर बाज़ार में मौजूद विभिन्न पॉलिसी की तुलना करें। इससे आप ऐसी पॉलिसी चुन सकेंगे जो आपकी जरूरतों से पूरी तरह मेल खाती हो।

मौजूदा वक्त में जहां लोग बच्चों के डायपर्स जैसी सामान्य वस्तु की खरीदारी से पहले भी रिसर्च और अन्य उत्पादों से तुलना करते हैं, वहीं लंबी अवधि वाले वित्तीय उत्पाद जैसे इंश्योरेंस खरीदने के लिए गहन रिसर्च ना करना मूखर्तापूर्ण है।
यह इसलिए क्योंकि कोई एक इंश्योरेंस उत्पाद सभी के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता। एक जीवन बीमाधारक के तौर पर आपकी जरूरतें दूसरे व्यक्ति से काफी अलग होगी। इन जरूरतों को पूरा करने के लिए इंश्योरेंस कंपनियां कई विशेषताओं और फायदों के साथ अलग-अलग प्लान पेश करती हैं। जब पॉलिसी खरीदने की योजना बना रहे हैं तो ये जरूरी है कि आप बाज़ार में मौजूद अलग-अलग विकल्पों को समझें। अलग-अलग मापदंडों पर पॉलिसी तुलना करें, जैसे- प्रीमियम भुगतान, सम एश्योर्ड, पॉलिसी अवधि और राइडर्स, ताकि अपनी जरूरतों के मुताबिक आप सबसे उपयुक्त पॉलिसी का चुनाव कर सकें।
जीवन बीमा पॉलिसी के मूल्यांकन के लिए यहां कुछ जानकारी दी गई हैं, जिन पर आप विचार कर सकते हैं:
जीवन बीमा पॉलिसी मूल्यांकन के सुझाव
- खर्च
- सुविधाएं
- कवरेज
- ग्राहक सेवा
- क्लेम निपटाने का रिकॉर्ड
- कंपनी की विश्वसनीयता
·खर्च: किसी उत्पाद का किफायती होना अच्छा होता है, लेकिन सबसे सस्ता का मतलब हमेशा सबसे अच्छा नहीं होती।
·सुविधाएं:खरीदारी में आसानी बहुत महत्वपूर्ण है। सीखने की सुविधा, ऑनलाइन जाकर तुलना और भुगतान करने की सुविधा अतिरिक्त फायदेमंद हो सकती है।
·कवरेज: एक अच्छे सम एश्योर्ड के साथ लोकप्रिय राइडर्स होना जरूरी है।
·ग्राहक सेवा: इस कारण पुरानी लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों और देश में कुछ निजी इंश्योरेंस कंपनियों के बीच काफी फर्क नज़र आता है। जरूरी साधनों से भरी वेबसाइट, 24x7 हेल्पलाइन सेवा, रिलेशनशिप मैनेजर और विस्तृत ई-मेल सहायता जैसी सुविधाओं को आपको जरूर देखना चाहिए।
·क्लेम निपटाने का रिकॉर्ड: क्लेम को पूरा करने में इंश्योरेंस कंपनी की क्षमता का ये एक महत्वपूर्ण संकेत है। बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने ऐसे मामलों को निपटाने के लिए 30 दिनों की समय सीमा निर्धारित कर रखी है, जिनमें जांच की आवश्यकता नहीं है। ऐसे मामले में पॉलिसीधारक के सारे दस्तावेज जमा करने के 30 दिनों के भीतर इंश्योरेंस कंपनी से क्लेम को निपटाने की उम्मीद की जाती है। लेकिन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के कारण बीमा कंपनियां हर दावे के निपटारे को लेकर ज्यादा सतर्क हो गई हैं। हर क्लेम की जांच सावधानी के साथ की जाती है।
·कंपनी की विश्वसनीयता: क्लेम निपटारे में इंश्योरेंस कंपनी की वित्तीय क्षमता भी काफी महत्वपूर्ण है। पॉलिसी खरीदने से पहले इंश्योरेंस कंपनी की मौलिक स्थिति की पूरी जांच कर लें। हालांकि इंश्योरेंस कंपनी वित्तीय तौर पर सक्षम है कि नहीं इसे सुनिश्चित करने के लिए IRDAI के पास पर्याप्त सुरक्षा उपाय हैं। ICRA और CRISIL जैसी रेटिंग एजेंसी भी इंश्योरेंस कंपनियों को क्लेम सेटलमेंट रेशियो, वित्तीय स्थिति आदि के आधार पर रेटिंग देती हैं।
इंश्योरेंस प्लान की तुलना
टर्म प्लान के लिए तुलनात्मक पहलू
प्रीमियम राशि
ऐसी पॉलिसी का चुनाव करें जिसमें वाजिब प्रीमियम पर ज्यादा कवर मिले
मृत्यु लाभ
नॉमिनी को अतिरिक्त मृत्यु लाभ जैसे एकमुश्त + मासिक आय/बढ़ती आय जैसे फायदे वाले प्लान में प्रीमियम की तुलना करें।
अतिरिक्त फायदे
ऐसी सलाह दी जाती है कि पॉलिसी का चुनाव अतिरिक्त फायदे जैसे, पॉलिसी में मौजूद टर्मिनल इलनेस राइडर, जरूरी समय पर लाइफ कवर बढ़ाने का विकल्प, एक्सिडेंटल कवर आदि को देखकर करना चाहिए।
क्लेम रेशियो - उच्च क्लेम रेशियो का मतलब है कि बीमा कंपनी द्वारा प्रभावी रूप से क्लेम का निपटारा किया जाता
प्रीमियम राशि
कंपिटीटिव लोड स्ट्रक्चर (पॉलिसी के साथ जुड़े चार्ज)
निश्चित सालों के बाद बोनस यूनिट
मार्केट लिंक्ड पॉलिसी की सफलता में फंड मैनेजर्स की विश्वसनीयता काफी अहम होती है क्योंकि इसमें सक्रिय फंड मैनेजमेंट जरूरी होता है।
प्रीमियम
परिपक्वता पर निश्चित रिटर्न (कंपनी के प्रदर्शन पर भी निर्भर)
ऐसी पॉलिसी का चुनाव करें जिसमें अतिरिक्त मृत्यु लाभ जैसे, अर्जित बोनस, टर्मिनल बोनस आदि हो।
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