Insurance premium: सस्ते प्रीमियम पर लीजिए बेहतर बीमा पॉलिसी

यदि आप बीमा पॉलिसी के लिए प्रीमियम के तौर पर बड़ी रकम दे रहे हों तो ये तरीके जरूर अपनाएँ।

सस्ते प्रीमियम

अच्छा कवरेज देने वाली बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए ग्राहकों को प्रीमियम के तौर पर मोटी रकम चुकानी पड़ती है। ग्राहक बरबस यह सोचने पर मजबूर हो जाता है कि किस तरह महंगे प्रीमियम के जगह मुनासिब प्रीमियम पर एक अच्छी पॉलिसी कैसे मिल सकेगी।

कम प्रीमियम पर बेहतर पॉलिसी लेने के लिए ग्राहक के लिए जरूरी है कि वह पॉलिसी खरीदने या रिन्यूअल करने से पहले अच्छी तरह विचार-विमर्श कर ले। 

साथ ही कारगर रणनीति अपनाने से भी प्रीमियम के खर्चे को कम किया जा सकता है। यहाँ कुछ तरीके बताए जा रहे हैं जिससे महंगे प्रीमियम से बचा जा सकेगा। 

पॉलिसी रिन्यूअल इससे पहले अन्य स्कीमों से करें तुलना 

पॉलिसी रिन्यू करने के पहले अन्य बीमा स्कीमों या योजनाओं से तुलना जरूर करनी चाहिए। ऐसे कई तरह की ऑनलाइन सुविधाएँ और टूल्स उपलब्ध हैं जो ग्राहक को अन्य स्कीमों से तुलना करने का अवसर देते हैं। इन टूल्स के माध्यम से अन्य बीमा कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले फीचर और प्रीमियम से संबंधित पूरी जानकारी ली जा सकती है। 

केवल प्रीमियम के आधार पर बीमा पॉलिसी को बदलना ठीक नहीं होगा। पॉलिसी खरीदते समय प्रीमियम के साथ ही भुगतान, सेट्लमेंट रेश्यो, भुगतान में लगने वाले समय, पॉलिसी खरीदने बाद की सेवाएँ और कंपनी की विश्वसनीयता आदि पर भी विचार करना चाहिए। 

यदि कार के लिए बीमा कराना हो तो यह जरूर देख लें कि कार की कंपनी और बीमा कंपनी के बीच कोई गठजोड़ हो तो बेहतर है। ऐसे में कैशलेस भुगतान की सुविधा अपने आप मिल सकती है। 

पॉलिसी टेन्योर समाप्त होने के पहले करें रिन्यूअल 

यदि आपको मौजूदा पॉलिसी रिन्यू करानी हो तो अवधि (टेन्योर) समाप्त होने के पहले उसे रिन्यू करा लें। इससे नो क्लेम बोनस स्कीम (NCB) का फायदा मिलता है। बीमा कंपनियाँ अक्सर उन पॉलिसीधारकों को नो क्लेम बोनस स्कीम देती हैं जिन्होंने पॉलिसी की अवधि के दौरान कोई भी भुगतान क्लेम नहीं किया हो। 

हेल्थ इंश्योरेंस उपलब्ध कराने वाली कंपनियाँ नो क्लेम बोनस के रूप में रिवॉर्ड देती हैं, वहीं कार का बीमा कराने वाली कंपनियाँ प्रीमियम पर रियायत के रूप में नो क्लेम बोनस देती है।

यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम

अनावश्यक ऐड ऑन से बचें 

अक्सर बीमा कंपनियाँ बहुत सारी सुविधाएँ ऐड ऑन के रूप में उपलब्ध कराती हैं। ये सुविधाएँ नि:शुल्क नहीं होतीं बल्कि इनसे प्रीमियम की कीमत बढ़ जाती है। इस तरह के ऐड ऑन जो आपके लिए आवश्यक नहीं है उनसे बचकर प्रीमियम के खर्च पर नियंत्रण पाया जा सकता है। 

रिन्यूअल के समय एक बार ऐड ऑन की जाँच जरूर कर लें। यदि ऐड ऑन गैरज़रूरी है तो रिन्यूअल के समय उन्हें हटाया जा सकता है जिससे प्रीमियम भी सस्ता हो जाएगा। 

एक्टिव लाइफ बेनिफिट का दावा करें 

कई बीमा कंपनियाँ पॉलिसीधारक को परिवार के सदस्यों के नाम पर हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने पर प्रीमियम में रियायत देती हैं। यदि आप नई पॉलिसी ले रहे हों तो बीमा कंपनी से इस विषय में जरूर पूछ सकते हैं। यदि ऐसी ऐसी व्यवस्था उपलब्ध हो तो हेल्थ इंश्योरेंस के रिन्युअल पर आपको प्रीमियम में छूट भी मिल सकती है।

यह भी पढ़ेंमार्केट में निफ़्टी ५० से रिटर्न कैसे पाए?

अच्छा कवरेज देने वाली बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए ग्राहकों को प्रीमियम के तौर पर मोटी रकम चुकानी पड़ती है। ग्राहक बरबस यह सोचने पर मजबूर हो जाता है कि किस तरह महंगे प्रीमियम के जगह मुनासिब प्रीमियम पर एक अच्छी पॉलिसी कैसे मिल सकेगी।

कम प्रीमियम पर बेहतर पॉलिसी लेने के लिए ग्राहक के लिए जरूरी है कि वह पॉलिसी खरीदने या रिन्यूअल करने से पहले अच्छी तरह विचार-विमर्श कर ले। 

साथ ही कारगर रणनीति अपनाने से भी प्रीमियम के खर्चे को कम किया जा सकता है। यहाँ कुछ तरीके बताए जा रहे हैं जिससे महंगे प्रीमियम से बचा जा सकेगा। 

पॉलिसी रिन्यूअल इससे पहले अन्य स्कीमों से करें तुलना 

पॉलिसी रिन्यू करने के पहले अन्य बीमा स्कीमों या योजनाओं से तुलना जरूर करनी चाहिए। ऐसे कई तरह की ऑनलाइन सुविधाएँ और टूल्स उपलब्ध हैं जो ग्राहक को अन्य स्कीमों से तुलना करने का अवसर देते हैं। इन टूल्स के माध्यम से अन्य बीमा कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले फीचर और प्रीमियम से संबंधित पूरी जानकारी ली जा सकती है। 

केवल प्रीमियम के आधार पर बीमा पॉलिसी को बदलना ठीक नहीं होगा। पॉलिसी खरीदते समय प्रीमियम के साथ ही भुगतान, सेट्लमेंट रेश्यो, भुगतान में लगने वाले समय, पॉलिसी खरीदने बाद की सेवाएँ और कंपनी की विश्वसनीयता आदि पर भी विचार करना चाहिए। 

यदि कार के लिए बीमा कराना हो तो यह जरूर देख लें कि कार की कंपनी और बीमा कंपनी के बीच कोई गठजोड़ हो तो बेहतर है। ऐसे में कैशलेस भुगतान की सुविधा अपने आप मिल सकती है। 

पॉलिसी टेन्योर समाप्त होने के पहले करें रिन्यूअल 

यदि आपको मौजूदा पॉलिसी रिन्यू करानी हो तो अवधि (टेन्योर) समाप्त होने के पहले उसे रिन्यू करा लें। इससे नो क्लेम बोनस स्कीम (NCB) का फायदा मिलता है। बीमा कंपनियाँ अक्सर उन पॉलिसीधारकों को नो क्लेम बोनस स्कीम देती हैं जिन्होंने पॉलिसी की अवधि के दौरान कोई भी भुगतान क्लेम नहीं किया हो। 

हेल्थ इंश्योरेंस उपलब्ध कराने वाली कंपनियाँ नो क्लेम बोनस के रूप में रिवॉर्ड देती हैं, वहीं कार का बीमा कराने वाली कंपनियाँ प्रीमियम पर रियायत के रूप में नो क्लेम बोनस देती है।

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अनावश्यक ऐड ऑन से बचें 

अक्सर बीमा कंपनियाँ बहुत सारी सुविधाएँ ऐड ऑन के रूप में उपलब्ध कराती हैं। ये सुविधाएँ नि:शुल्क नहीं होतीं बल्कि इनसे प्रीमियम की कीमत बढ़ जाती है। इस तरह के ऐड ऑन जो आपके लिए आवश्यक नहीं है उनसे बचकर प्रीमियम के खर्च पर नियंत्रण पाया जा सकता है। 

रिन्यूअल के समय एक बार ऐड ऑन की जाँच जरूर कर लें। यदि ऐड ऑन गैरज़रूरी है तो रिन्यूअल के समय उन्हें हटाया जा सकता है जिससे प्रीमियम भी सस्ता हो जाएगा। 

एक्टिव लाइफ बेनिफिट का दावा करें 

कई बीमा कंपनियाँ पॉलिसीधारक को परिवार के सदस्यों के नाम पर हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने पर प्रीमियम में रियायत देती हैं। यदि आप नई पॉलिसी ले रहे हों तो बीमा कंपनी से इस विषय में जरूर पूछ सकते हैं। यदि ऐसी ऐसी व्यवस्था उपलब्ध हो तो हेल्थ इंश्योरेंस के रिन्युअल पर आपको प्रीमियम में छूट भी मिल सकती है।

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