- Date : 18/07/2023
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अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने एनुअल जनरल मीटिंग 2023 (Adani Group AGM 2023) में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट जानबूझकर लाई गई और इसका मकसद हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना और हमारे स्टॉक की कीमतें कम करना है।

Gautam Adani On Hindenburg Report: हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप को भारी नुकसान हुआ और अब इस बारे में कंपनी के चेयरमैन गौतम अडानी ने बड़ा बयान दिया है। गौतम अडानी ने मंगलवार को एनुअल जनरल मीटिंग 2023 के दौरान शेयरहोल्डप्स को संबोधित करते हुए कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट जनवरी 2023 में जारी की गई थी और इसका मकसद अडानी ग्रुप की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया और जानबूझकर टारगेटेड गलत सूचनाओं का इसमें सहारा लिया गया था। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट का उद्देश्य समूह की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना और उसके स्टॉक की कीमतों को कम करके लाभ कमाना था।
अडानी ग्रुप के चेयरमैन ने वार्षिक आम बैठक में कहा कि यूएस-बेस्ड शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट को सार्वजनिक करना कंपनी की छवि को नुकसान पहुंचाने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास था। इसके बाद पूरी तरह से सब्सक्राइब्ड एफपीओ के बावजूद हमने निवेशकों को उनके हितों की रक्षा के लिए पैसा लौटाने का फैसला किया। आपको बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर अकाउंटिंग धोखाधड़ी और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगाया था। इससे अडानी ग्रु के शेयरों में भारी गिरावट आई और कंपनी के बाजार मूल्य में सबसे निचले बिंदु पर लगभग 145 बिलियन डॉलर की गिरावट आई।
अडानी समूह ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया था और दावा किया था कि निहित स्वार्थों ने हिंडनबर्ग द्वारा किए गए दावों का फायदा उठाने की कोशिश की थी। इस बारे में गौतन अडानी ने कहा कि हमने तुरंत एक व्यापक खंडन जारी किया कि अलग-अलग निहित स्वार्थों ने शॉर्ट सेलर द्वारा किए गए दावों का फायदा उठाने की कोशिश की। इन संस्थाओं ने विभिन्न समाचारों और सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर झूठी कहानी को प्रोत्साहित और प्रचारित किया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया और रिपोर्ट मई 2023 में सार्वजनिक की गई।