- Date : 20/06/2023
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आईटी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि ने आईआईटी बॉम्बे को 315 करोड़ दान दिया है। बेंगलुरु में नंदन नीलेकणि और आईआईटी बॉम्बे के निदेशक प्रोफेसर सुभाषिस चौधरी ने एमओयू साइन किए।

Nandan Nilekani Donation: कहते हैं बड़े लोगों को बड़ा उनका नाम नहीं बल्कि काम बनाता है । देखा जाए तो कई लोगों के पास बहुत पैसा लेकिन वो समाज को वापस नहीं करते। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जो ये मानते हैं कि उन्होंने जीवन में इतना पा लिया है कि अब समाज को उसे लौटाने का समय है। ऐसे ही एक शख्स हैं नंदन नीलेकणि। आईटी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि ने आईआईटी बॉम्बे को 315 करोड़ दान दिया है। बेंगलुरु में नंदन नीलेकणि और आईआईटी बॉम्बे के निदेशक प्रोफेसर सुभाषिस चौधरी ने एमओयू साइन किए।
नंदन नीलेकणि की ओर से बयान जारी कर कहा गया 'आईआईटी-बॉम्बे मेरे जीवन की आधारशिला रहा है, जिसने मेरे शुरूआती सालों को आकार दिया और मेरी यात्रा की नींव रखी। यह दान एक वित्तीय योगदान से बढ़कर है उस जगह के लिए एक श्रद्धांजलि है जिसने मुझे बहुत कुछ दिया है। ये दान उन छात्रों के प्रति प्रतिबद्धता है जो कल हमारी दुनिया को आकार देंगे।'
प्रेस नोट में कहा गया कि ये दान विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने, इंजीनियरिंग और टेकनोलॉजी के उभरते क्षेत्रों में रिसर्च को बढ़ावा देने और आईआईटी बॉम्बे में एक डीप टेकनिकल स्टार्टअप मैकेनिजम को बढ़ाने में सहायक होगा।
आईआईटी बॉम्बे के निदेशक सुभासिस चौधरी ने कहा कि यह दान आईआईटी बॉम्बे के विकास को काफी तेजी देगा। उन्होंने कहा 'आईआईटी बॉम्बे रिसर्च और एकेडमिक एक्सिलेंस बिल्डिंग के लिए प्रतिबद्ध है जो भारत को वैज्ञानिक खोज में अग्रणी बना सकता है और मानव जाति के सामने आने वाली चुनौतियों को हल करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। नंदन का योगदान भारत में यूनिवर्सिटी में रिसर्च एंड डेवलपमेंट को आगे बढ़ाने के लिए सहायक होगा।' गौरतलब है कि नंदन नीलेकणी 2009 से 2014 तक कैबिनेट मंत्री के पद पर रहते हुए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के संस्थापक अध्यक्ष रह चुके हैं।