Wrong Account Money Transfer: Transferred money to the wrong bank account SBI explains how to get it back

आप किसी को ऑनलाइन पैसे भेज रहे हों और गलती से अकाउंट नंबर गलत डल जाए और पैसे ट्रांसफर हो जाएं ऐसे में क्या करना चाहिए? क्या आपके वो पैसे डूब गए या उन्हें वापस पाने का कोई तरीका है?

Wrong Account Money Transfer

Wrong Account Money Transfer: डिजिटल पेमेंट के युग में कई बार मामूली सी गलती बड़ा नुकसान करा देती है। आप किसी को ऑनलाइन पैसे भेज रहे हों और गलती से अकाउंट नंबर गलत डल जाए और पैसे ट्रांसफर हो जाएं ऐसे में क्या करना चाहिए? क्या आपके वो पैसे डूब गए या उन्हें वापस पाने का कोई तरीका है? अक्सर लोगों के मन में इस तरह के सवाल आते हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एक कस्टमर को हाल ही में ऐसी ही एक समस्या का सामना करना पड़ा जिसके बाद उसने ट्विटर पर एसबीआई से मदद मांगी। एसबीआई ने ट्विटर पर इस समस्या का समाधान किया। 

उस शख्स ने एसबीआई को टैग करते हुए लिखा- मैने गलती से गलत अकाउंट नंबर पर पैसा भेज दिया है। मैने हेल्पलाइन द्वारा बताई गई पूरी जानकारी अपने ब्रांच को दे दी है। अभी तक मेरे बैंक ने पैसा कबतक वापस होगा इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। कृप्या मेरी मदद करें। 

एसबीआई ने इस ट्वीट के जवाब में ट्वीट कर कहा कि ऐसे मामलों में बैंक की होम ब्रांच उस बैंक के साथ बातचीत करती है जिस बैंक के अकाउंट में एसबीआई ग्राहक ने गलती से पैसा डाल दिया है। एसबीआई ने कहा कि अगर ग्राहक लाभार्थी की जगह किसी गलत खाते में पैसे गलती से पैसे डल जाने का आवेदन करता है तो ग्राहक की होम ब्रांच बिना किसी आर्थिक देनदारी के उस बैंक से बात करेगी जिसके खाते में पैसा गलती से डल गया है।


बैंक अपने ग्राहकों से बार-बार कहता है कि वो डिजिटल पेमेंट करते हुए लाभार्थी के अकाउंट डिटेल की सही तरीके से जांच कर ले। ग्राहकों द्वारा किसी भी गलत लेन-देन के लिए बैंक जिम्मेदार नहीं होता है। इसलिए अकाउंट में पैसा भेजने से पहले अकाउंट नंबर और आईएफएसई कोड की गहनता से जांच कर लें। इससे गलत ट्रांजेक्शन रोकने में बहुत मदद मिलती है। हालांकि ग्राहक की होम ब्रांच गलत अकाउंट में पैसा डल जाने पर बिना किसी जुर्माने या आर्थिक देनदारी के अन्य बैंक के साथ इस लेन-देन से संबंधित बातचीत कर सकता है। अगर ऐसा कोई मामला हो जाए तो तुरंत अपने होम ब्रांच को मामले की सूचना दें ताकि आपके पैसे को बैंक दोबारा प्राप्त कर सके।

संवादपत्र

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