- Date : 30/08/2022
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बीमा कंपनियों द्वारा अधिकतम उम्र की सीमा बढ़ाई जाने से वरिष्ठ नागरिकों को भी मिलेगा सकेगा बीमे का लाभ।

Insurance for elders: देश में 60 के ऊपर के कामकाजी लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीमा कंपनियों ने अब ऐसी पॉलिसी तैयार करनी शुरु कर दी हैं, जो 70 या 75 साल तक चालू रहेंगी। वर्तमान समय में लगभग सभी बीमा कंपनियां 15 साल से 30 साल की आवधिक पॉलिसियां जारी करती है। इनमें एंडोमेंट पॉलिसी लेने के लिए न्यूनतम उम्र 8 वर्ष होनी ज़रूरी है। साथ ही पॉलिसी लेने की अधिकतम उम्र 60 साल है और इससे अधिक उम्र के लोगों को पॉलिसी नहीं दी जाती है। यह पॉलिसी 10 से 25 साल तक की होती है।
अब बीमा कंपनियां अधिकतम उम्र की सीमा बढ़ाकर 70 साल या 75 साल करने के लिए नई नीति लाने जा रही हैं। इसके अलावा पॉलिसीधारक को पॉलिसी पूरी होने के समय से पहले ही उसे रद्द करने की सुविधा भी मिल सकेगी। समय से पहले पॉलिसी रद्द करने पर पॉलिसीधारक को उनके द्वारा जमा कराया गया प्रीमियम वापस लौटा दिया जाएगा।
चिकित्सा के क्षेत्र में हुई उन्नति और लोगों की औसत आयु के बढ़ने से, इस समय देश में ऐसे लोगों की बड़ी आबादी है जो 60 साल के हो जाने के बाद भी काम कर रहे हैं और अच्छे पैसे कमा रहे हैं। इसलिए अब बीमा कंपनियां भी अधिकतम आयु सीमा बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं।
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जरूरत के हिसाब से पॉलिसी के चुनाव की सुविधा
अधिकांश पॉलिसी धारक अपने रिटायर होने की उम्र को लेकर उलझन में रहते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, बहुत लोग पॉलिसी को 75 की उम्र तक जारी रखना चाहते हैं मगर उन्हें 60 की उम्र में अपने रिटायर हो जाने और बीमा जारी न रख पाने की भी आशंका रहती है। इस बात को ध्यान में रखकर बीमा कंपनियां निर्धारित समय से पहले ही रद्द किए जा सकने की सुविधा वाली पॉलिसी बना रही हैं। पॉलिसी को समय से पहले कैंसिल करने पर पॉलिसीधारक द्वारा उन्हें भुगतान की गई किश्तों की रकम बिना ब्याज के वापस लौटा दी जाएगी। इसके लिए बीमा कंपनियां शून्य लागत वाली विस्तारित अवधि के लिए पॉलिसियां तैयार कर रही हैं।
फिलहाल बजाज अलियांज और मैक्स लाइफ ने ऐसी पॉलिसियां आरंभ की है और बाकी बीमा कंपनियां इस पर काम कर रही हैं। भविष्य में अन्य बीमा कंपनियां भी इस तरह की पॉलिसी लेकर आने वाली हैं, जिससे लोगों के पास चुनने के लिए अधिक विकल्प होंगे। इससे लोग 60 की उम्र के बाद भी बीमा करा सकेंगे और अपने परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित रख सकेंगे। परिवार की आर्थिक चिंताओं में कमी आएगी और बीमा कंपनियों को भी फायदा मिलेगा।
यह भी पढ़ें: मार्केट करेक्शन से लाभ उठाने के लिए निवेशक किन रणनीतियों का उपयोग कर सकते है?
इंट्रा-डे के बारे में जानें इस वीडियो में
Insurance for elders: देश में 60 के ऊपर के कामकाजी लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीमा कंपनियों ने अब ऐसी पॉलिसी तैयार करनी शुरु कर दी हैं, जो 70 या 75 साल तक चालू रहेंगी। वर्तमान समय में लगभग सभी बीमा कंपनियां 15 साल से 30 साल की आवधिक पॉलिसियां जारी करती है। इनमें एंडोमेंट पॉलिसी लेने के लिए न्यूनतम उम्र 8 वर्ष होनी ज़रूरी है। साथ ही पॉलिसी लेने की अधिकतम उम्र 60 साल है और इससे अधिक उम्र के लोगों को पॉलिसी नहीं दी जाती है। यह पॉलिसी 10 से 25 साल तक की होती है।
अब बीमा कंपनियां अधिकतम उम्र की सीमा बढ़ाकर 70 साल या 75 साल करने के लिए नई नीति लाने जा रही हैं। इसके अलावा पॉलिसीधारक को पॉलिसी पूरी होने के समय से पहले ही उसे रद्द करने की सुविधा भी मिल सकेगी। समय से पहले पॉलिसी रद्द करने पर पॉलिसीधारक को उनके द्वारा जमा कराया गया प्रीमियम वापस लौटा दिया जाएगा।
चिकित्सा के क्षेत्र में हुई उन्नति और लोगों की औसत आयु के बढ़ने से, इस समय देश में ऐसे लोगों की बड़ी आबादी है जो 60 साल के हो जाने के बाद भी काम कर रहे हैं और अच्छे पैसे कमा रहे हैं। इसलिए अब बीमा कंपनियां भी अधिकतम आयु सीमा बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं।
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जरूरत के हिसाब से पॉलिसी के चुनाव की सुविधा
अधिकांश पॉलिसी धारक अपने रिटायर होने की उम्र को लेकर उलझन में रहते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, बहुत लोग पॉलिसी को 75 की उम्र तक जारी रखना चाहते हैं मगर उन्हें 60 की उम्र में अपने रिटायर हो जाने और बीमा जारी न रख पाने की भी आशंका रहती है। इस बात को ध्यान में रखकर बीमा कंपनियां निर्धारित समय से पहले ही रद्द किए जा सकने की सुविधा वाली पॉलिसी बना रही हैं। पॉलिसी को समय से पहले कैंसिल करने पर पॉलिसीधारक द्वारा उन्हें भुगतान की गई किश्तों की रकम बिना ब्याज के वापस लौटा दी जाएगी। इसके लिए बीमा कंपनियां शून्य लागत वाली विस्तारित अवधि के लिए पॉलिसियां तैयार कर रही हैं।
फिलहाल बजाज अलियांज और मैक्स लाइफ ने ऐसी पॉलिसियां आरंभ की है और बाकी बीमा कंपनियां इस पर काम कर रही हैं। भविष्य में अन्य बीमा कंपनियां भी इस तरह की पॉलिसी लेकर आने वाली हैं, जिससे लोगों के पास चुनने के लिए अधिक विकल्प होंगे। इससे लोग 60 की उम्र के बाद भी बीमा करा सकेंगे और अपने परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित रख सकेंगे। परिवार की आर्थिक चिंताओं में कमी आएगी और बीमा कंपनियों को भी फायदा मिलेगा।
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