LIC Share: LIC Policy लेने वाले परेशान! क्या अडानी की वजह से डूब जाएगा आपका पैसा? जानें पूरा मामला

क्या आपके पेरेंट भी रोजाना पूछते हैं कि क्या एलआईसी डूबने जा रही है और एलआईसी में जमा उनका सारा पैसा डूब जाएगा। इसे आसानी से समझा जा सकते है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से..

LIC Share Price, Hindenburg report

LIC Share: अडानी समूह के गलत तरीके से कारोबर करने के हिंडेनबर्ग के आरोप के बाद शेयर मार्केट में जोरदार गिरावट दर्ज की जा रही है। अडानी समहू के कारोबार की चोट एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है। दरअसल एलआईसी पॉलिसी लेने वाले गरीब और मध्यम वर्ग को अपना पैसा डूबने का डर सताने लगा है। आइए जानते हैं आखिर ऐसा क्यों कहा जा रहा है और इसके पीछे की वजह क्या है। 

बता दें कि एलआई की तरफ से अडानी समूह में काफी निवेश किया गया है। ऐसे में डर है कि अगर अडानी समूह को नुकसान होता है, तो उसका नुकसान एलआईसी को भी उठाना होगा। क्यों कि एलआईसी के पैसे अडानी समूह में लगे हैं। लेकिन क्या एक एलआईसी पॉलिसी होल्डर के तौर पर आपको घबराने की जरूरत है, तो बता दें कि एलआईसी की तरफ से अडानी समूह में 36474.78 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जो आपकी हमारी और हमारी कमाई है। यह रकम देखने में काफी ज्यादा लगती है। लेकिन सच यह भी है कि यह LIC के कुल निवेश का मात्र 1 फीसद है। मतलब साफ है कि जो रकम हमें देखने में ज्यादा लग रही है, वो एलआईसी के कुल निवेश के हिसाब से बेहद मामूली है। ऐसे में एलआईसी पॉलिसी लेने वालों को ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। 


बता दें कि एलआईसी की तरफ से साफ किया गया है कि अडानी समूह में निवेश को लेकर पॉलिसी लेने वालों को घबराने की जरूरत नहीं है। कंपनी ने बताया कि उसके पास करीब 41.66 लाख करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है और कंपनी ने एक नहीं कई समूह में निवेश कर रखा है। साथ ही यह निवेश लंबी अवधि के लिए है। ऐसे में एलआईसी को नुकसान नहीं होने जा रहा है।

वाजिब है कि अडानी समूह के शेयर गिर रहे हैं, तो निवेशक के तौर पर एलआईसी को नुकसान होगा। लेकिन अगर कल को बढ़ेंगे, तो फायदा भी होगा। वैसे भी एलआईसी ने साफ कर दिया है कि वो अडानी समूह के शेयर को फिलहाल बेचने नहीं जा रहा है।

 

LIC Share: अडानी समूह के गलत तरीके से कारोबर करने के हिंडेनबर्ग के आरोप के बाद शेयर मार्केट में जोरदार गिरावट दर्ज की जा रही है। अडानी समहू के कारोबार की चोट एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है। दरअसल एलआईसी पॉलिसी लेने वाले गरीब और मध्यम वर्ग को अपना पैसा डूबने का डर सताने लगा है। आइए जानते हैं आखिर ऐसा क्यों कहा जा रहा है और इसके पीछे की वजह क्या है। 

बता दें कि एलआई की तरफ से अडानी समूह में काफी निवेश किया गया है। ऐसे में डर है कि अगर अडानी समूह को नुकसान होता है, तो उसका नुकसान एलआईसी को भी उठाना होगा। क्यों कि एलआईसी के पैसे अडानी समूह में लगे हैं। लेकिन क्या एक एलआईसी पॉलिसी होल्डर के तौर पर आपको घबराने की जरूरत है, तो बता दें कि एलआईसी की तरफ से अडानी समूह में 36474.78 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जो आपकी हमारी और हमारी कमाई है। यह रकम देखने में काफी ज्यादा लगती है। लेकिन सच यह भी है कि यह LIC के कुल निवेश का मात्र 1 फीसद है। मतलब साफ है कि जो रकम हमें देखने में ज्यादा लग रही है, वो एलआईसी के कुल निवेश के हिसाब से बेहद मामूली है। ऐसे में एलआईसी पॉलिसी लेने वालों को ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। 


बता दें कि एलआईसी की तरफ से साफ किया गया है कि अडानी समूह में निवेश को लेकर पॉलिसी लेने वालों को घबराने की जरूरत नहीं है। कंपनी ने बताया कि उसके पास करीब 41.66 लाख करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है और कंपनी ने एक नहीं कई समूह में निवेश कर रखा है। साथ ही यह निवेश लंबी अवधि के लिए है। ऐसे में एलआईसी को नुकसान नहीं होने जा रहा है।

वाजिब है कि अडानी समूह के शेयर गिर रहे हैं, तो निवेशक के तौर पर एलआईसी को नुकसान होगा। लेकिन अगर कल को बढ़ेंगे, तो फायदा भी होगा। वैसे भी एलआईसी ने साफ कर दिया है कि वो अडानी समूह के शेयर को फिलहाल बेचने नहीं जा रहा है।

 

संवादपत्र

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