- Date : 03/12/2019
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जीवन बीमा के कुछ ऐसे लाभ, जिनकी वजह से यह एक पसंदीदा वित्तीय स्रोत बना हुआ है।

ऐसे भारतीय परिवार जिनकी (वार्षिक) आय 25 लाख तक हो, उनके लिए जीवन बीमा सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प के रूप में उभरा है! डीएसपी ब्लैक रॉक इंडिया इन्वेस्टर पल्स सर्वे के अनुसार,70% समृद्ध भारतीय आबादी, नकदी के अलावा अन्य निवेश साधनों में भी अपनी पूंजी का निवेश कर रही है और उन्होंने बीमा में अपना पैसा लगा दिया है। यहां जीवन बीमा के कुछ ऐसे लाभ दिए गए हैं जिनकी वजह से यह एक पसंदीदा वित्तीय स्रोत बना हुआ है।
1)लाइफ कवर
जीवन बीमा खरीदने का मुख्य उद्देश्य होता है आपकी अनुपस्थिति में आपके परिवार को वित्तीय संरक्षण प्राप्त हो! एक जीवन बीमा पॉलिसी एक अच्छी वित्तीय योजना का आधार होती है, खासकर यदि आप अपने परिवार में कमाई करने वाले एकमात्र सदस्य हैं।
एक आदर्श पॉलिसी आपके परिवार को आराम से रहने और अपने जीवन स्तर को बनाए रखने के लिए पर्याप्त कवर प्रदान करती है। अगर समझदारी के साथ निवेश किया जाए तो यह भविष्य की वित्तीय आवश्यकताओं जैसे कि बच्चों की शिक्षा आदि के लिए भी पैसे प्रदान कर सकती है।
2)स्वास्थ्य संबंधी व्यय का कवरेज
आपकी जीवन बीमा पॉलिसी आपको गंभीर बीमारियों से होने वाले खर्चों और हानियों से आपकी आर्थिक रूप से रक्षा करती है। कुछ प्रकार के कैंसर, पहला दिल का दौरा, स्ट्रोक जैसी बीमारियों और ओपन चेस्ट सीएबीजी जैसी सर्जरी के लिए भी अगर कभी हमें कोई खर्च करना पड़े, तो उस खर्च को कवर करने के लिए भी इसमें राइडर्स उपलब्ध हैं। यहां मिलने वाले लाभ और उनसे जुड़े नियम हर पॉलिसी में भिन्न होते है।
3)सेवानिवृत्ति योजना
हालांकि बीमा अचानक हुई मौत के जोखिम को कवर करता है, लेकिन यह भी हो सकता है कि आपको ऐसी परिस्थिति का सामना न करना पड़े और आपको अपनी सेवानिवृत्ति के बाद के खर्चों से भी निपटना पड़े। स्थिर आय की कमी के कारण यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है। तो, जीवन बीमा की पेंशन योजना आपको वार्षिक राशि के रूप में आय का एक स्थिर स्रोत प्रदान कर सकती है, जो कि आपकी सेवानिवृत्ति के बाद के खर्चों को संभालना आसान बना देगी।
4)टैक्स प्लानिंग
हर निवेशक के दिमाग में एक आम चिंता रहती है - मैं टैक्स कैसे बचा सकता हूं? यदि आप बुद्धिमानी से निवेश करते है, तो टैक्स बचाने के लिए, बीमा एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। आपकी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए, आप जितने भी प्रीमियम का भुगतान करते हैं, उतनी रकम सेक्शन 80C के तहत आपकी कर योग्य रकम से घटा दी जाती है और आपकी पेंशन योजना के लिए किए गए योगदान की रकम धारा 80CCC के तहत आपकी कर योग्य रकम से घटा दी जाती है और इस तरह से प्रीमियम के रूप में भरे जाने वाले इन पैसों पर आपको टैक्स नहीं भरना पड़ता। हालांकि, इन कटौतियों के लिए भी कुछ वार्षिक सीमाएं रखी गई हैं और इनसे मिलने वाले लाभ आयकर के प्रावधानों के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। इसके बारे में विस्तृत रूप से सलाह लेने के लिए अपने कर सलाहकार से परामर्श करें।