कार इंश्योरेंस डिडक्टबल्स और क्यों जरूरी है इन्हें जानना?

क्या आपको कार इंश्योरेंस डिडक्टबल्स की पूरी जानकारी है? नहीं है तो यहां पढ़े

कार इंश्योरेंस डिडक्टबल्स और क्यों जरूरी है इन्हें जानना?

राजेश कुमार कार दुर्घटना का शिकार बने। सौभाग्य से उन्हें चोट नहीं लगी। लेकिन, उनकी कार को काफी नुकसान पहुंचा और मरम्मत के लिए काफी खर्च हुआ और उन्हें 2,000 रुपये अपनी जेब से लगाने पड़े। ये बड़ी रकम खर्च न होने के बावजूद, राजेश मानकर चल रहे थे कि बीमा कंपनी दुर्घटना से हुए नुकसान की पूरी भरपाई करेगी।

संबंधित: क्या आपने नई कार खरीदी है? अब आगे ये करें!

लेकिन फिर राजेश को क्यों पैसे देने पड़े? 
उनके एजेंट ने उन्हें समझाया कि बीमा की भाषा में इसे डिडक्टबल कहते हैं।

मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी में डिडक्टबल काफी अहम फीचर होता है। ये क्लेम की रकम का वो छोटा हिस्सा है जिसका भार पॉलिसीधारक को उठाना होता है और बाकी रकम बीमा कंपनी चुकाती है। इस मामले में राजेश को 48,000 रुपये चुकाने होंगे। 

डिडक्टबल्स दो तरह के होते हैं: वालंटरी या ऐच्छिक और कंपल्सरी या अनिवार्य और ये दोनों से सिर्फ कॉम्प्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस पर लागू होते हैं। 

कंपल्सरी डिडक्टबल

सभी बीमा पॉलिसी में डिडक्टबल अनिवार्य होता है। बीमा कंपनी एक निश्चित राशि तय करती है जो क्लेम की रकम से काटी जाती है। इस राशि को काटने के बाद पॉलिसीधारक को क्लेम की रकम दी जाती है। इस मामले में पॉलिसीधारकों के पास कोई विकल्प नहीं है। 

संबंधित: कार इंश्योरेंस: क्या छोटे क्लेम करने चाहिए?

कंपल्सरी डिडक्टबल पहले से ही तय राशि होती है जिसकी गाड़ी के आधार पर गणना की जाती है। 

  • 1500 सीसी से ज्यादा इंजन क्षमता न होने वाली निजी कारों के लिए 1,000 रुपये
  • 2,000 रुपये के बजाय 4,000 रुपये

क्यों कोई व्यक्ति ऐच्छिक डिडक्टबल के लिए राजी होगा?

वालंटरी या ऐच्छिक डिडक्टबल के अपने फायदे हैं। पहला फायदा है इससे पॉलिसी का प्रीमियम कम होता है। ये साधारण समीकरण पर आधारित है; जितना ज्यादा डिडक्टबल, उतना कम प्रीमियम। 

ऐच्छिक डिडक्टबल प्रीमियम का खर्च घटाने और पैसे बचाने का अच्छा तरीका है। लेकिन, ये सुनिश्चित कर लीजिए कि आपने जिस डिडक्टबल का चुनाव किया है उसे आप अपनी वित्तीय हालत को बिना बिगाड़े चुका सकते हैं।

संबंधित: थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस में भरपाई की मांग करना

क्यों बीमा कंपनियां डिडक्टबल जोड़ती हैं?

बीमा कंपनियां घाटे का जोखिम कम करने के लिए डिडक्टबल की शर्त जोड़ती हैं। बीमा लेने वाला कार का मालिक ज्यादा लापरवाह हो सकता है। क्योंकि उसे पता है कि दुर्घटना होने पर या कार को हुए नुकसान होने पर उसकी भरपाई कोई और करेगा। लेकिन, अगर नुकसान का कुछ बोझ मालिक पर भी पड़ेगा तो वो ज्यादा सावधानी बरतेगा। 

इसके अलावा डिडक्टबल की शर्त होने से लोग छोटी-मोटी मरम्मत या नुकसान के लिए क्लेम करने से बचते हैं। जैसे अगर आपका डिडक्टबल 3,000 रुपये है।  

तो सही डिडक्टबल का चुनाव कैसे करें?

अगर आप ऊंचा डिडक्टबल चुनते हैं, तो आपको कम प्रीमियम देना पड़ेगा। लेकिन, ये डिडक्टबल चुनने की एकमात्र वजह नहीं होनी चाहिए। आपको दूसरी बातों को भी ध्यान में रखना चाहिए। इनमें आपकी मासिक आय, मासिक खर्च, आप कार का कितना इस्तेमाल करते हैं और कितनी बार शामिल हैं। योग्य डिडक्टबल का चुनाव करते वक्त इन सब बातों पर गौर करें और फिर फैसला लें। 

संबंधित: कार दुर्घटना होने के बाद क्या करें? (इंफोग्राफिक्स)

आखिर में

बीमा आपको वित्तीय घाटे से बचाता है। इसलिए इसका इस्तेमाल सही तरीके और जिम्मेदारी से करें। 

राजेश कुमार कार दुर्घटना का शिकार बने। सौभाग्य से उन्हें चोट नहीं लगी। लेकिन, उनकी कार को काफी नुकसान पहुंचा और मरम्मत के लिए काफी खर्च हुआ और उन्हें 2,000 रुपये अपनी जेब से लगाने पड़े। ये बड़ी रकम खर्च न होने के बावजूद, राजेश मानकर चल रहे थे कि बीमा कंपनी दुर्घटना से हुए नुकसान की पूरी भरपाई करेगी।

संबंधित: क्या आपने नई कार खरीदी है? अब आगे ये करें!

लेकिन फिर राजेश को क्यों पैसे देने पड़े? 
उनके एजेंट ने उन्हें समझाया कि बीमा की भाषा में इसे डिडक्टबल कहते हैं।

मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी में डिडक्टबल काफी अहम फीचर होता है। ये क्लेम की रकम का वो छोटा हिस्सा है जिसका भार पॉलिसीधारक को उठाना होता है और बाकी रकम बीमा कंपनी चुकाती है। इस मामले में राजेश को 48,000 रुपये चुकाने होंगे। 

डिडक्टबल्स दो तरह के होते हैं: वालंटरी या ऐच्छिक और कंपल्सरी या अनिवार्य और ये दोनों से सिर्फ कॉम्प्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस पर लागू होते हैं। 

कंपल्सरी डिडक्टबल

सभी बीमा पॉलिसी में डिडक्टबल अनिवार्य होता है। बीमा कंपनी एक निश्चित राशि तय करती है जो क्लेम की रकम से काटी जाती है। इस राशि को काटने के बाद पॉलिसीधारक को क्लेम की रकम दी जाती है। इस मामले में पॉलिसीधारकों के पास कोई विकल्प नहीं है। 

संबंधित: कार इंश्योरेंस: क्या छोटे क्लेम करने चाहिए?

कंपल्सरी डिडक्टबल पहले से ही तय राशि होती है जिसकी गाड़ी के आधार पर गणना की जाती है। 

  • 1500 सीसी से ज्यादा इंजन क्षमता न होने वाली निजी कारों के लिए 1,000 रुपये
  • 2,000 रुपये के बजाय 4,000 रुपये

क्यों कोई व्यक्ति ऐच्छिक डिडक्टबल के लिए राजी होगा?

वालंटरी या ऐच्छिक डिडक्टबल के अपने फायदे हैं। पहला फायदा है इससे पॉलिसी का प्रीमियम कम होता है। ये साधारण समीकरण पर आधारित है; जितना ज्यादा डिडक्टबल, उतना कम प्रीमियम। 

ऐच्छिक डिडक्टबल प्रीमियम का खर्च घटाने और पैसे बचाने का अच्छा तरीका है। लेकिन, ये सुनिश्चित कर लीजिए कि आपने जिस डिडक्टबल का चुनाव किया है उसे आप अपनी वित्तीय हालत को बिना बिगाड़े चुका सकते हैं।

संबंधित: थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस में भरपाई की मांग करना

क्यों बीमा कंपनियां डिडक्टबल जोड़ती हैं?

बीमा कंपनियां घाटे का जोखिम कम करने के लिए डिडक्टबल की शर्त जोड़ती हैं। बीमा लेने वाला कार का मालिक ज्यादा लापरवाह हो सकता है। क्योंकि उसे पता है कि दुर्घटना होने पर या कार को हुए नुकसान होने पर उसकी भरपाई कोई और करेगा। लेकिन, अगर नुकसान का कुछ बोझ मालिक पर भी पड़ेगा तो वो ज्यादा सावधानी बरतेगा। 

इसके अलावा डिडक्टबल की शर्त होने से लोग छोटी-मोटी मरम्मत या नुकसान के लिए क्लेम करने से बचते हैं। जैसे अगर आपका डिडक्टबल 3,000 रुपये है।  

तो सही डिडक्टबल का चुनाव कैसे करें?

अगर आप ऊंचा डिडक्टबल चुनते हैं, तो आपको कम प्रीमियम देना पड़ेगा। लेकिन, ये डिडक्टबल चुनने की एकमात्र वजह नहीं होनी चाहिए। आपको दूसरी बातों को भी ध्यान में रखना चाहिए। इनमें आपकी मासिक आय, मासिक खर्च, आप कार का कितना इस्तेमाल करते हैं और कितनी बार शामिल हैं। योग्य डिडक्टबल का चुनाव करते वक्त इन सब बातों पर गौर करें और फिर फैसला लें। 

संबंधित: कार दुर्घटना होने के बाद क्या करें? (इंफोग्राफिक्स)

आखिर में

बीमा आपको वित्तीय घाटे से बचाता है। इसलिए इसका इस्तेमाल सही तरीके और जिम्मेदारी से करें। 

संवादपत्र

संबंधित लेख

Union Budget