I learned the hard way not to make these car insurance mistakes

मुझे आखिरकार समझ आ गया कि कार योग्य कार बीमा लेना क्यों जरूरी है। लेकिन, इसके पहले मुझसे कई गलतियां हुईं।

car insurance mistakes

मुझे हमेशा से ही कारों से लगाव रहा है। बचपन में मेरे पसंदीदा खिलौना कार ही थी और किशोर होने पर मैंने कई घंटे गुजारे हैं अपने पिता को मनाने में (वो कभी माने नहीं), कि वो मुझे अपनी कार चलाने दें। तो ये जानकर आश्चर्य नहीं होगा कि नौकरी करने के बाद मैंने सबसे पहले कार ही खरीदी। खरीदारी की लंबी, लेकिन रोमांचक प्रक्रिया पूरी करने के बाद मैं अपनी सेंकेड हैंड कार की चाबी लेकर काफी उत्तेजित था। मैंने कार खरीदने के लिए पहले ही बजट से ज्यादा पैसे खर्च कर दिए थे, इसलिए मैंने कार बीमा पर खर्च करना जरूरी नहीं समझा। मैं कार बीमा प्रीमियम को गैर-जरूरी खर्च मान रहा था।

मैंने प्रीमियम की रकम कम रखने के लिए मौजूदा कार बीमा पॉलिसी का नवीनीकरण करा लिया। लेकिन, मुझे पहले के कंप्रिहेंसिव कवर के बजाय थर्ड पार्टी कवर लेना ज्यादा बेहतर लगा। ये मेरी सबसे बड़ी भूल थी। कुछ ही हफ्तों के बाद मैं दुर्घटना का शिकार बना। सौभाग्यवश मुझे ज्यादा चोटें नहीं आई, लेकिन कार को काफी नुकसान पहुंचा। पूरा कवर नहीं लेने की वजह से मेरी जेब को बड़ा झटका लगा क्योंकि मुझे ही कार की मरम्मत का पूरा खर्च उठाना पड़ा। अगर आप कार खरीदने की योजना बना रहे हों तो नीचे दी गई गलतियां करने से जरूर बचें।

1. गलत कवर का चुनाव

कार बीमा पॉलिसी दो प्रकार की होती है। जहां एक तरफ सस्ती और कम कवर वाली पॉलिसी है, वहीं दूसरी थोड़ी महंगी होती है लेकिन व्यापक कवर मुहैया करता है।

थर्ड पार्ट लाइबिलिटी कार इंश्योरेंस प्लान: इस प्रकार का बीमा दुर्घटना होने पर सिर्फ दूसरे को पहुंची चोट या फिर दूसरे के वाहन को पहुंचे नुकसान को कवर करता है। इसमें आपको या आपके वाहन को हुए नुकसान की भरपाई नहीं की जाती है। ये बीमा पॉलिसी दिखने में ज्यादा आकर्षक लगती है, लेकिन इस विकल्प को चुनने के पहले इसे ठीक से समझना जरूरी है।

कंप्रिहेंसिव कवर कार इंश्योरेंस पॉलिसी: थर्ड पार्टी लाइबिलिटी के अतिरिक्त इस प्रकार की पॉलिसी में दुर्घटना में आपके वाहन को हुए नुकसान को भी कवर किया जाता है। इसके अलावा प्राकृतिक आपदा, चोरी, आग लगने, आदि से होने वाले नुकसान की भरपाई भी की जाती है, यानि आपको व्यापक सुरक्षा मिलता है।

2. पर्याप्त शोध का अभाव

कोई भी व्यक्ति अपना आधे से ज्यादा दिन कार बीमा पॉलिसी की छानबीन करने में नहीं गुजारना चाहता है। लेकिन, ये जरूरी है कि आप अलग-अलग बीमा कंपनियों की पॉलिसी के बारे में जानकारी हासिल करें। सबसे योग्य पॉलिसी पाने के लिए फायदे, कवर और प्रीमियम के आधार पर अलग-अलग पॉलिसी की तुलना करें। बीमा कंपनी का चुनाव करते वक्त कुछ बातें ध्यान रखनी चाहिए। ये हैं:

  • क्लेम देने अच्छा रिकॉर्ड
  • किफायती प्रीमियम पर बेहतर कवर
  • अच्छी ग्राहक सेवाएं
  • आपके पसंद के गैरेज/सर्विस सेंटर के लिए कैशलेस सेवा (अगर दी जाता हो तो)
  • अच्छी एनसीबी (नो क्लेम बोनस) पॉलिसी, आदि
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3. गलत आईडीवी 


आईडीवी (इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू) वो रकम होती है जो गाड़ी के पूरी तरह क्षतिग्रस्त या फिर चोरी हो जाने पर आपको क्लेम के तौर पर मिलती है। ये राशि कार निर्माता द्वारा निर्धारित की गई कीमत में से डिप्रीशीएशन कम करके तय की जाती है। जब आप क्लेम कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि आपकी कार के लिए जाहिर किया हुआ आईडीवी सही है। जहां एक ओर ऊंचा आईडीवी का मतलब है ज्यादा प्रीमियम, वहीं प्रीमियम बचाने के लिए कम आईडीवी तय करने से क्लेम के वक्त आपको घाटा उठाना पड़ सकता है।

नोट: आमतौर पर आईडीवी आपकी बीमा कंपनी द्वारा तय किया गया होता है, लेकिन आपके पास इसमें कुछ प्रतिशत बदलाव करने का विकल्प होता है।

4. जरूरी जानकारी की फिर से जांच करना भूलना


कई बार बीमा खरीदते वक्त हम पॉलिसी का ड्राफ्ट पढ़ना भूल जाते हैं। ऐसा करने से आप पॉलिसी की कई शर्तों से अनजान रह सकते हैं। इसलिए, दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें और सुनिश्चित कर लें कि सभी जानकारी ठीक हैं। आपके नाम, फोन नंबर, पता और वाहन नंबर में गलती होने पर आगे चलकर आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बीमा खरीदते ते पहले सुनिश्चित कर लें कि ये सभी जानकारी सही है।

5. एड-ऑन का विकल्प न चुनना


कई लोग एड-ऑन को अतिरिक्त खर्चा मानते हैं। लेकिन, कुछ एड-ऑन काफी आकर्षक कीमतों पर मिलते हैं जो भविष्य में आपको फायदा पहुंचा सकते हैं। जैसे, कार खराब होने पर सड़क किनारे सहायता, कार को खींचकर ले जाने की सुविधा, हाइड्रस्टैटिक कवर, इंजन प्रोटेक्टर, आदि कुछ ऐसे एड-ऑन हैं जिनके लिए ज्यादा पैसे नहीं चुकाने पड़ते हैं, लेकिन जरूरत के वक्त ये आपके बहुत काम आते हैं।

अपनी बीमा पॉलिसी को जानें

जब आप फैसला कर चुके हों कि कौन सी बीमा पॉलिसी खरीदनी है, इसके बाद ये जान लीजिए कि पॉलिसी में किन चीजों पर कवर दिया गया है और किन पर नहीं। दस्तखत करने से पहले सवाल पूछें और बाद में निराश होने के बजाय ठीक से पॉलिसी की सभी नियम और शर्तों को पढ़ लें। ये आसान कदम आपकी परेशानी कम कर सकते हैं और आपकी उम्मीद से ज्यादा पैसे भी बचा सकता है।

 डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी उद्देश्य के लिए है और इसे निवेश, बीमा, कर या कानूनी सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। इन क्षेत्रों से संबंधित निर्णय लेने के पहले विशेषज्ञों से स्वतंत्र सलाह प्राप्त करें।

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