Mutual Fund Investment: म्युचुअल फंड में 30 साल तक हर महीने इतना करें निवेश, रिटायरमेंट पर नहीं होगी पैसों की चिंता

इक्विटी म्युचुअल फंड निश्चित तौर पर लंबे समय में अच्छे रिटर्न का बेहतरीन विकल्प है। यह उन इनवेस्टर्स के लिए सही है जिनके पास अपने स्टॉक पोर्टफोलियो को मैनेज करने का टाइम नहीं है।

Mutual Fund Investment

Mutual Fund Investment: इक्विटी म्यूचुअल फंड उन इनवेस्टर्स के लिए सही है जिनके पास अपने स्टॉक पोर्टफोलियो को मैनेज करने का टाइम नहीं है। फाइनेंशियल एडवाइजरों के मुताबिक इक्विटी म्युचुअल फंड निश्चित तौर पर लंबे समय में अच्छे रिटर्न का बेहतरीन विकल्प है। बाजार जानकारों का मानना है कि लंबी अवधि के निवेशक को म्यूचुअल फंड एसआईपी (व्यवस्थित निवेश योजना) में जाना चाहिए क्योंकि यह निवेशक को निवेश की अवधि में म्यूचुअल फंड स्कीम द्वारा दिए गए रिटर्न का एवरेज मिलने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि इसे कभी भी शुरू किया जा सकता है क्योंकि हर बार म्यूचुअल फंड एसआईपी शुरू करने का अच्छा समय होता है।

म्यूचुअल फंड सलाहकारों का कहना है कि यदि कोई निवेशक अनुशासित है तो उस स्थिति में 20 रुपये 500 रुपये से  लेकर 21,000 रुपये तक की मासिक एसआईपी शुरू करने से उसे 30 सालों में उसे 100 करोड़ रुपये जमा करने में मदद मिल सकती है। हालांकि इसके लिए उन्हें अपने म्यूचुअल फंड एसआईपी में थोड़ी सावधानी बरतनी होगी।

ट्रांसेंड कैपिटल के वेल्थ मैनेजर कार्तिक झावेरी के मुताबिक लॉन्ग टर्म म्यूचुअल फंड एसआईपी निवेशक को चक्रवृद्धि लाभ प्राप्त करने में मदद करता है। इसका मतलब है कि किसी के पैसे पर अर्जित ब्याज पर ब्याज। हालांकि उन्होंने कहा कि  निवेशकों को मेरा सुझाव है कि अपनी मंथली इनकम में वृद्धि के साथ अपने मंथली एसआईपी को बढ़ाएं। यह आपके निवेश को आपकी आय के साथ बढ़ने में मदद करता है।

म्यूच्यूअल फण्ड से अमीर कैसे बने ?

एक अनुशासित म्युचुअल फंड निवेशक अपनी मासिक एसआईपी राशि कैसे बढ़ा सकता है, इस पर कार्तिक झावेरी ने कहा कि कोई भी सालाना एसआईपी स्टेप अप का उपयोग कर सकता है। इस तरह एक निवेशक अपनी मासिक एसआईपी राशि को सालाना लगभग 15 प्रतिशत बढ़ा देता है। ऐसा करने से व्यक्ति अपनी आय और बचत के बीच संतुलन बनाने में सफल होता है।

Mutual Fund Investment: इक्विटी म्यूचुअल फंड उन इनवेस्टर्स के लिए सही है जिनके पास अपने स्टॉक पोर्टफोलियो को मैनेज करने का टाइम नहीं है। फाइनेंशियल एडवाइजरों के मुताबिक इक्विटी म्युचुअल फंड निश्चित तौर पर लंबे समय में अच्छे रिटर्न का बेहतरीन विकल्प है। बाजार जानकारों का मानना है कि लंबी अवधि के निवेशक को म्यूचुअल फंड एसआईपी (व्यवस्थित निवेश योजना) में जाना चाहिए क्योंकि यह निवेशक को निवेश की अवधि में म्यूचुअल फंड स्कीम द्वारा दिए गए रिटर्न का एवरेज मिलने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि इसे कभी भी शुरू किया जा सकता है क्योंकि हर बार म्यूचुअल फंड एसआईपी शुरू करने का अच्छा समय होता है।

म्यूचुअल फंड सलाहकारों का कहना है कि यदि कोई निवेशक अनुशासित है तो उस स्थिति में 20 रुपये 500 रुपये से  लेकर 21,000 रुपये तक की मासिक एसआईपी शुरू करने से उसे 30 सालों में उसे 100 करोड़ रुपये जमा करने में मदद मिल सकती है। हालांकि इसके लिए उन्हें अपने म्यूचुअल फंड एसआईपी में थोड़ी सावधानी बरतनी होगी।

ट्रांसेंड कैपिटल के वेल्थ मैनेजर कार्तिक झावेरी के मुताबिक लॉन्ग टर्म म्यूचुअल फंड एसआईपी निवेशक को चक्रवृद्धि लाभ प्राप्त करने में मदद करता है। इसका मतलब है कि किसी के पैसे पर अर्जित ब्याज पर ब्याज। हालांकि उन्होंने कहा कि  निवेशकों को मेरा सुझाव है कि अपनी मंथली इनकम में वृद्धि के साथ अपने मंथली एसआईपी को बढ़ाएं। यह आपके निवेश को आपकी आय के साथ बढ़ने में मदद करता है।

म्यूच्यूअल फण्ड से अमीर कैसे बने ?

एक अनुशासित म्युचुअल फंड निवेशक अपनी मासिक एसआईपी राशि कैसे बढ़ा सकता है, इस पर कार्तिक झावेरी ने कहा कि कोई भी सालाना एसआईपी स्टेप अप का उपयोग कर सकता है। इस तरह एक निवेशक अपनी मासिक एसआईपी राशि को सालाना लगभग 15 प्रतिशत बढ़ा देता है। ऐसा करने से व्यक्ति अपनी आय और बचत के बीच संतुलन बनाने में सफल होता है।

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