Hybrid Mutual Funds: हाइब्रिड म्यूचुअल फंड के फायदे और नुकसान क्या हैं? टॉप फंड हाउस का परफॉर्मेंस

वे निवेशक जो इक्विटी में निवेश तो करना चाहते हैं लेकिन शेयर बाजार में सीधे-सीधे निवेश से बचते हैं वे म्यूचुअल फंड को चुनते हैं।

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Mutual Fund Investment: अधिकतर निवेशक जो बाजार में सीधे-सीधे निवेश करने से बचते हैं लेकिन अच्छा रिटर्न चाहते हैं ज्यादातर म्यूचुअल फंड की ओर अपना रुख करते हैं। पिछला साल शेयर बाजार के लिए उतना उत्साहजनक नहीं रहा और बाजार में लंबे अरसे अस्थिरता रही। बावजूद इसके निफ्टी में 6% की तेजी तेजी दिखाई पड़ी जबकि दुनियाभर के बाजारों में 10-20% की गिरावट थी। इसका मतलब देशी निवेशक शेयर बाजार से उतना निराश नहीं हुए थे। नजर डालते हैं उन म्यूचुअल फंड पर खासकर हाइब्रिड फंड पर और जानते हैं कौन सा फंड निवेशकों का भरोसा जीत सका। 

टॉप म्यूचुअल फंड रहा आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल  

हाइब्रिड ऑफर को लेकर यदि कोई म्यूचुअल फंड खासा चर्चित रहा तो वह है आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड। प्रदर्शन के लिहाज से भी यह सबसे सफल म्यूचुअल फंड रहा। आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि यह तीनों श्रेणियों - हाइब्रिड कैटेगरी, मल्टी एसेट एग्रेसिव हाइब्रिड और बैलेंस एडवांटेज में टॉप परफॉर्मर्स में से एक था। 

मल्टी एसेट फंड क्या होते हैं? 

मल्टी एसेट फंड उस श्रेणी का निवेश है जिसमें निवेशक एक फंड में निवेश करके कई तरह की परिसंपत्ति श्रेणियों या एसेट क्लास में निवेश का लाभ प्राप्त कर सकता है। 31 दिसंबर 2022 को समाप्त वर्ष में इस श्रेणी का एयूएम 23,000 करोड़ रुपए था। पहले पांच फंडों के पास इसका 89.63% यानी 21,691 करोड़ रुपए का हिस्सा था। 

यह भी पढ़ें: वैल्यू फंड कैसे अलग है?

फंड हाउस का परफॉर्मेंस कैसा रहा? 

पिछले साल रिटर्न यानी मुनाफ़े की दृष्टि से देखा जाए तो विविध परिसंपत्तियों में निवेश करने वाली आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट स्कीम ने 12% का रिटर्न दिया था और रिटर्न के हिसाब से टॉप पर था। इसके लिए सोने आदि परिसंपत्तियों के वर्ग में निवेश इसका कारण माना जा सकता है। बाजार के नीचे जाने के कारण इक्विटी के प्रति लोगों की रुचि कम हुई थी। 

दूसरे स्थान पर रहा एसबीआई मल्टी एसेट एलोकेशन फंड। इसने अपने ग्राहकों को 6% का मुनाफा दिया। 

जबकि एग्रेसिव हाइब्रिड श्रेणी में इक्विटी के प्रति रुझान बहुत ज्यादा दिखाई दिया और इसमें 65-80% तक यह आबंटन देखने को मिला। इसके इस श्रेणी का एयूएम ₹1,60,240 करोड़ का रहा और पहली पांच स्कीमों का हिस्सा लगभग 70.6% था। इस श्रेणी में भी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल 6% मुनाफा देने वाली स्कीम के साथ नंबर एक पर बना रहा। फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स और डेट (debt) आबंटन को इस सफलता का कारण माना जा रहा है। 

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड 

जब बाजार में बहुत अधिक अनिश्चितता हो तब निवेशक बैलेंस्ड एडवांटेज फंड को चुनते हैं और बीते वर्ष इस का एयूएम ₹1.96 हजार करोड़ रहा। हाइब्रिड प्रस्तावों के बीच यह सबसे बड़ी श्रेणी बनकर उभरा और पहले पांच फंड हाउसों का 72% हिस्सा देखा गया। इस श्रेणी के प्रचलित होने का सबसे बड़ा कारण माना जाता है कि निवेश फंड मैनेजर गतिशीलता से इक्विटी और डेट (debt) दोनों आवंटित कर पाते हैं। परंपरागत निवेशक अक्सर इस विकल्प को चुनते हैं और फंड हाउस इक्विटी में अपने आबंटन की वृद्धि करते हैं। 

बैलेंस्ड फंड का प्रदर्शन 

इस श्रेणी में भी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का नंबर पहला लगा जबकि उसने साल भर में लगभग 6% का मुनाफा कमा कर दिया। इक्विटी में कम आवंटन होने के कारण यह निवेश अपेक्षाकृत कम अनिश्चित था और यहाँ शुद्ध इक्विटी में 34.4% का ही स्तर देखने को मिला। श्रेणी में अगले नंबर पर एसबीआई बैलेंस्ड एडवांटेज और टाटा बैलेंस्ड एडवांटेज फंड रहे जो क्रमशः 4% और 3.4% का रिटर्न दे पाए। 

यह भी पढ़ें: अपना म्यूच्यूअल फण्ड पोर्टफोलियो के सुझाव

Mutual Fund Investment: अधिकतर निवेशक जो बाजार में सीधे-सीधे निवेश करने से बचते हैं लेकिन अच्छा रिटर्न चाहते हैं ज्यादातर म्यूचुअल फंड की ओर अपना रुख करते हैं। पिछला साल शेयर बाजार के लिए उतना उत्साहजनक नहीं रहा और बाजार में लंबे अरसे अस्थिरता रही। बावजूद इसके निफ्टी में 6% की तेजी तेजी दिखाई पड़ी जबकि दुनियाभर के बाजारों में 10-20% की गिरावट थी। इसका मतलब देशी निवेशक शेयर बाजार से उतना निराश नहीं हुए थे। नजर डालते हैं उन म्यूचुअल फंड पर खासकर हाइब्रिड फंड पर और जानते हैं कौन सा फंड निवेशकों का भरोसा जीत सका। 

टॉप म्यूचुअल फंड रहा आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल  

हाइब्रिड ऑफर को लेकर यदि कोई म्यूचुअल फंड खासा चर्चित रहा तो वह है आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड। प्रदर्शन के लिहाज से भी यह सबसे सफल म्यूचुअल फंड रहा। आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि यह तीनों श्रेणियों - हाइब्रिड कैटेगरी, मल्टी एसेट एग्रेसिव हाइब्रिड और बैलेंस एडवांटेज में टॉप परफॉर्मर्स में से एक था। 

मल्टी एसेट फंड क्या होते हैं? 

मल्टी एसेट फंड उस श्रेणी का निवेश है जिसमें निवेशक एक फंड में निवेश करके कई तरह की परिसंपत्ति श्रेणियों या एसेट क्लास में निवेश का लाभ प्राप्त कर सकता है। 31 दिसंबर 2022 को समाप्त वर्ष में इस श्रेणी का एयूएम 23,000 करोड़ रुपए था। पहले पांच फंडों के पास इसका 89.63% यानी 21,691 करोड़ रुपए का हिस्सा था। 

यह भी पढ़ें: वैल्यू फंड कैसे अलग है?

फंड हाउस का परफॉर्मेंस कैसा रहा? 

पिछले साल रिटर्न यानी मुनाफ़े की दृष्टि से देखा जाए तो विविध परिसंपत्तियों में निवेश करने वाली आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट स्कीम ने 12% का रिटर्न दिया था और रिटर्न के हिसाब से टॉप पर था। इसके लिए सोने आदि परिसंपत्तियों के वर्ग में निवेश इसका कारण माना जा सकता है। बाजार के नीचे जाने के कारण इक्विटी के प्रति लोगों की रुचि कम हुई थी। 

दूसरे स्थान पर रहा एसबीआई मल्टी एसेट एलोकेशन फंड। इसने अपने ग्राहकों को 6% का मुनाफा दिया। 

जबकि एग्रेसिव हाइब्रिड श्रेणी में इक्विटी के प्रति रुझान बहुत ज्यादा दिखाई दिया और इसमें 65-80% तक यह आबंटन देखने को मिला। इसके इस श्रेणी का एयूएम ₹1,60,240 करोड़ का रहा और पहली पांच स्कीमों का हिस्सा लगभग 70.6% था। इस श्रेणी में भी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल 6% मुनाफा देने वाली स्कीम के साथ नंबर एक पर बना रहा। फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स और डेट (debt) आबंटन को इस सफलता का कारण माना जा रहा है। 

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड 

जब बाजार में बहुत अधिक अनिश्चितता हो तब निवेशक बैलेंस्ड एडवांटेज फंड को चुनते हैं और बीते वर्ष इस का एयूएम ₹1.96 हजार करोड़ रहा। हाइब्रिड प्रस्तावों के बीच यह सबसे बड़ी श्रेणी बनकर उभरा और पहले पांच फंड हाउसों का 72% हिस्सा देखा गया। इस श्रेणी के प्रचलित होने का सबसे बड़ा कारण माना जाता है कि निवेश फंड मैनेजर गतिशीलता से इक्विटी और डेट (debt) दोनों आवंटित कर पाते हैं। परंपरागत निवेशक अक्सर इस विकल्प को चुनते हैं और फंड हाउस इक्विटी में अपने आबंटन की वृद्धि करते हैं। 

बैलेंस्ड फंड का प्रदर्शन 

इस श्रेणी में भी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का नंबर पहला लगा जबकि उसने साल भर में लगभग 6% का मुनाफा कमा कर दिया। इक्विटी में कम आवंटन होने के कारण यह निवेश अपेक्षाकृत कम अनिश्चित था और यहाँ शुद्ध इक्विटी में 34.4% का ही स्तर देखने को मिला। श्रेणी में अगले नंबर पर एसबीआई बैलेंस्ड एडवांटेज और टाटा बैलेंस्ड एडवांटेज फंड रहे जो क्रमशः 4% और 3.4% का रिटर्न दे पाए। 

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