- Date : 20/05/2023
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2000 रुपये के नोट को लेकर आपके मन में जितने भी सवाल है उनके जवाब आपको यहां मिल जाएंगे।

2000 Rs Note Exchange: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को एक नोटिस जारी कर बैंकों को तत्काल प्रभाव से 2,000 रुपये के नोट जारी करने से रोकने की सलाह दी है. हालांकि, आरबीआई की तरफ से ये कहा गया है कि 2000 के नोट वैध मुद्रा बनी रहेगी। नोटबंदी के बाद से इस तरह की खबर पर मार्केट पेनिक कर जाता है और लोग उस करेंसी को लेने से मना कर देते हैं। ऐसे में अगर आपके मन में भी 2000 के नोट को लेकर जितने सवाल आ सकते हैं उनका जवाब हम नीचे देने की कोशिश करेंगे।
2000 रुपये मूल्यवर्ग के नोटों को वापस क्यों लिया जा रहा है?
2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट को नवंबर 2016 में भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 24(1) के तहत मुख्य रूप से सभी 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को वापस लेने के बाद अर्थव्यवस्था में कैशफ्लो को तेजी से मार्केट में उतारने के लिए 2 हजार के नोट चलन में आए थे। उस उद्देश्य की पूर्ति और पर्याप्त मात्रा में अन्य मूल्यवर्ग के बैंकनोटों की उपलब्धता के साथ 2018-19 में 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी। आरबीआई के मुताबिक मार्च 2017 से पहले 2000 रुपये मूल्यवर्ग के अधिकांश नोट जारी किए गए थे जिनकी अनुमानित लाइफ 4 से 5 साल होती है और वो पूरा होने वाला है। यह भी देखा गया है कि इस मूल्यवर्ग का आमतौर पर लेन-देन के लिए उपयोग नहीं किया जाता है। इसके अलावा जनता की मुद्रा आवश्यकता को पूरा करने के लिए अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोटों का स्टॉक पर्याप्त बना हुआ है।
क्या कागज का टुकड़ा बनकर रह जाएंगे 2 हजार के नोट?
नहीं, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को नोटिस जारी कर बैंकों को तत्काल प्रभाव से 2,000 रुपए के नोट जारी करने से रोकने की सलाह दी है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि ये नोट बेकार हो जाएंगे। आरबीआई के मुताबिक 2000 के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक की "स्वच्छ नोट नीति" को ध्यान में रखते हुए ये निर्णय लिया गया है कि 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को संचलन से वापस ले लिया जाए।
स्वच्छ नोट नीति क्या है?
यह आरबीआई द्वारा जनता को अच्छी गुणवत्ता वाले बैंक नोटों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अपनाई गई नीति है।
क्या 2000 रुपये के नोटों की लीगल एक्सेप्टेंस बनी हुई है?
जी हां, 2000 रुपये के बैंक नोट की लीगल एक्सेप्टेंस बनी हुई है।
क्या 2000 रुपये के नोट सामान्य लेनदेन के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं?
जी हां, जनता अपने लेनदेन के लिए 2000 रुपये के नोटों का उपयोग जारी रख सकती है और उन्हें भुगतान के तौर पर ले भी सकती है। हालांकि, उन्हें सितंबर 2023 को या उससे पहले इन बैंक नोटों को जमा करने या बदलने के लिए कहा गया है।
एक बार में कितने नोट बदले जा सकते हैं?
एक बार में 20,000/- रुपये की सीमा तक 2000 रुपये के नोटों का आदान-प्रदान कर सकते हैं।
क्या 2000 रुपये के नोटों को व्यापार प्रतिनिधियों (बीसी) के माध्यम से बदला जा सकता है?
हां, एक खाताधारक के लिए रु. 4000/- प्रति दिन तक बीसी के माध्यम से रु. 2000 के नोटों का एक्सचेंज किया जा सकता है।
एक्सचेंज की सुविधा किस तारीख से उपलब्ध होगी?
बैंकों को प्रारंभिक व्यवस्था करने के लिए समय देते हुए आरबीआई ने 23 मई, 2023 से बैंक शाखाओं या आरबीआई शाखाओं को 2000 रुपये के नोट बदलने की तारीख तय की है
क्या बैंक शाखाओं से 2000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए बैंक का ग्राहक होना आवश्यक है?
जी, नहीं, अगर आपका उस बैंक में खाता नहीं भी है तो भी आप किसी भी बैंक में जाकर एक बार में 20,000/- की सीमा तक रु. 2000 के नोटों को बदल सकते हैं।
क्या होगा अगर किसी को व्यवसाय या अन्य उद्देश्यों के लिए 20,000/- रुपये से अधिक नकद की आवश्यकता है?
बैंक खातों में जमा बिना किसी प्रतिबंध के किया जा सकता है। 2000 रुपये के नोटों को बैंक खातों में जमा किया जा सकता है और उसके बाद इन जमाओं के बदले नगद पैसा निकाला जा सकता है।
क्या एक्सचेंज सुविधा के लिए कोई शुल्क देना होगा?
नहीं, विनिमय सुविधा नि:शुल्क प्रदान की जाएगी।
क्या वरिष्ठ नागरिकों, विकलांग व्यक्तियों आदि के लिए विनिमय और जमा की विशेष व्यवस्था होगी?
बैंकों को निर्देश दिया गया है कि वे वरिष्ठ नागरिकों, विकलांग व्यक्तियों आदि को 2000 रुपये के नोटों को बदलने/जमा करने में होने वाली असुविधा को कम करने के लिए व्यवस्था करें।
2000 Rs Note Exchange: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को एक नोटिस जारी कर बैंकों को तत्काल प्रभाव से 2,000 रुपये के नोट जारी करने से रोकने की सलाह दी है. हालांकि, आरबीआई की तरफ से ये कहा गया है कि 2000 के नोट वैध मुद्रा बनी रहेगी। नोटबंदी के बाद से इस तरह की खबर पर मार्केट पेनिक कर जाता है और लोग उस करेंसी को लेने से मना कर देते हैं। ऐसे में अगर आपके मन में भी 2000 के नोट को लेकर जितने सवाल आ सकते हैं उनका जवाब हम नीचे देने की कोशिश करेंगे।
2000 रुपये मूल्यवर्ग के नोटों को वापस क्यों लिया जा रहा है?
2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट को नवंबर 2016 में भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 24(1) के तहत मुख्य रूप से सभी 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को वापस लेने के बाद अर्थव्यवस्था में कैशफ्लो को तेजी से मार्केट में उतारने के लिए 2 हजार के नोट चलन में आए थे। उस उद्देश्य की पूर्ति और पर्याप्त मात्रा में अन्य मूल्यवर्ग के बैंकनोटों की उपलब्धता के साथ 2018-19 में 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी। आरबीआई के मुताबिक मार्च 2017 से पहले 2000 रुपये मूल्यवर्ग के अधिकांश नोट जारी किए गए थे जिनकी अनुमानित लाइफ 4 से 5 साल होती है और वो पूरा होने वाला है। यह भी देखा गया है कि इस मूल्यवर्ग का आमतौर पर लेन-देन के लिए उपयोग नहीं किया जाता है। इसके अलावा जनता की मुद्रा आवश्यकता को पूरा करने के लिए अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोटों का स्टॉक पर्याप्त बना हुआ है।
क्या कागज का टुकड़ा बनकर रह जाएंगे 2 हजार के नोट?
नहीं, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को नोटिस जारी कर बैंकों को तत्काल प्रभाव से 2,000 रुपए के नोट जारी करने से रोकने की सलाह दी है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि ये नोट बेकार हो जाएंगे। आरबीआई के मुताबिक 2000 के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक की "स्वच्छ नोट नीति" को ध्यान में रखते हुए ये निर्णय लिया गया है कि 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को संचलन से वापस ले लिया जाए।
स्वच्छ नोट नीति क्या है?
यह आरबीआई द्वारा जनता को अच्छी गुणवत्ता वाले बैंक नोटों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अपनाई गई नीति है।
क्या 2000 रुपये के नोटों की लीगल एक्सेप्टेंस बनी हुई है?
जी हां, 2000 रुपये के बैंक नोट की लीगल एक्सेप्टेंस बनी हुई है।
क्या 2000 रुपये के नोट सामान्य लेनदेन के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं?
जी हां, जनता अपने लेनदेन के लिए 2000 रुपये के नोटों का उपयोग जारी रख सकती है और उन्हें भुगतान के तौर पर ले भी सकती है। हालांकि, उन्हें सितंबर 2023 को या उससे पहले इन बैंक नोटों को जमा करने या बदलने के लिए कहा गया है।
एक बार में कितने नोट बदले जा सकते हैं?
एक बार में 20,000/- रुपये की सीमा तक 2000 रुपये के नोटों का आदान-प्रदान कर सकते हैं।
क्या 2000 रुपये के नोटों को व्यापार प्रतिनिधियों (बीसी) के माध्यम से बदला जा सकता है?
हां, एक खाताधारक के लिए रु. 4000/- प्रति दिन तक बीसी के माध्यम से रु. 2000 के नोटों का एक्सचेंज किया जा सकता है।
एक्सचेंज की सुविधा किस तारीख से उपलब्ध होगी?
बैंकों को प्रारंभिक व्यवस्था करने के लिए समय देते हुए आरबीआई ने 23 मई, 2023 से बैंक शाखाओं या आरबीआई शाखाओं को 2000 रुपये के नोट बदलने की तारीख तय की है
क्या बैंक शाखाओं से 2000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए बैंक का ग्राहक होना आवश्यक है?
जी, नहीं, अगर आपका उस बैंक में खाता नहीं भी है तो भी आप किसी भी बैंक में जाकर एक बार में 20,000/- की सीमा तक रु. 2000 के नोटों को बदल सकते हैं।
क्या होगा अगर किसी को व्यवसाय या अन्य उद्देश्यों के लिए 20,000/- रुपये से अधिक नकद की आवश्यकता है?
बैंक खातों में जमा बिना किसी प्रतिबंध के किया जा सकता है। 2000 रुपये के नोटों को बैंक खातों में जमा किया जा सकता है और उसके बाद इन जमाओं के बदले नगद पैसा निकाला जा सकता है।
क्या एक्सचेंज सुविधा के लिए कोई शुल्क देना होगा?
नहीं, विनिमय सुविधा नि:शुल्क प्रदान की जाएगी।
क्या वरिष्ठ नागरिकों, विकलांग व्यक्तियों आदि के लिए विनिमय और जमा की विशेष व्यवस्था होगी?
बैंकों को निर्देश दिया गया है कि वे वरिष्ठ नागरिकों, विकलांग व्यक्तियों आदि को 2000 रुपये के नोटों को बदलने/जमा करने में होने वाली असुविधा को कम करने के लिए व्यवस्था करें।