- Date : 23/01/2021
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लंबे नज़रिए पर ज़ोर देने के साथ, वॉरेन बफे की निवेश रणनीति और सिद्धांत उन लोगों के निवेश पोर्टफोलियो को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं जो पहली बार निवेश कर रहे हैं.

आपको निवेश क्यों शुरू करना चाहिए? अपने पैसे को सिर्फ़ बचत खाते में रखने से आपका पैसा नहीं बढ़ेगा. महंगाई की रफ़्तार अक्सर आपके द्वारा कमाए गए ब्याज से तेज़ होती है. ज़िन्दगी में व्यस्त रहते हुए भी पैसा कमाने के लिए आपको पैसे की ज़रूरत पड़ती है. पैसे को अलग रखना और इसका बुद्धिमानी से निवेश करना आपकी कमाई को लगातार बढ़ाने और भविष्य में उससे फ़ायदा पाने का एक अच्छा तरीका है.
हालांकि, पहली बार निवेश करते हुए थोड़ा डर लगता है. ज़्यादातर लोग अपनी मेहनत की कमाई को निवेश में लगाने से कतराते हैं, लेकिन थोड़ी रिसर्च और मेहनत करें तो आप एक मज़बूत निवेश पोर्टफोलियो बना सकते हैं. अगर आप सीखना चाहते हैं कि पैसे का निवेश कैसे किया जाए, लेकिन यह नहीं पता कि कहाँ से शुरू करें, तो यहाँ प्रसिद्ध निवेशक वॉरेन बफे के कुछ नियम बताए जा रहे हैं जिनकी मदद से आप निवेश की रणनीति तैयार कर सकते हैं.
बफे के अनुसार, निवेश के दो ख़ास नियम हैं: नियम 1: कभी पैसे न खोएं; नियम # 2: नियम # 1 को कभी न भूलें.
1. अपना निवेश करें और उसमें बने रहें
वॉरेन बफे इस बात में यकीन रखते हैं कि कोई भी निवेश लंबी अवधि के लिए किया जाना चाहिए और वे अक्सर इस बात को दोहराते भी हैं. उनका एक मशहूर कथन है, "अगर आप दस साल तक किसी स्टॉक को रखने के लिए तैयार नहीं हैं, तो दस मिनट के लिए भी इसे खरीदने के बारे में न सोचें." निवेश पर बेहतर रिटर्न का रहस्य किसी शेयर को खरीदकर भूल जाना है. धैर्य रखें. क्वालिटी निवेश समय के साथ कमाकर देते हैं और तेज़ी से बढ़ते हैं. मूल रूप से, उनका मंत्र है ‘ट्रेडिंग नहीं, निवेश करें'. बार-बार ट्रेडिंग करने से कमीशन और टैक्स के रूप में आपके रिटर्न का एक अहम भाग बर्बाद हो जाता है. इसलिए, आपको इसे लंबे समय तक रखना चाहिए और निवेश पर अच्छे रिटर्न का लाभ उठाना चाहिए.
2. ज़रूरत के हिसाब से अपने पास थोड़ा कैश भी रखें
निवेश के अवसर हमेशा उपलब्ध नहीं होते, या हो सकता है कि किसी आर्थिक स्थिति में किसी ख़ास इंडस्ट्री में निवेश करने का यह सही समय न हो. बाज़ार में सुधार से बढ़िया निवेश के अवसर पैदा होते हैं जो बाद में फ़ायदा पहुँचाते हैं. लेकिन ऐसा कब होगा इसकी सटीक भविष्यवाणी नहीं की जा सकती. अगर आपकी लिस्ट में मौजूद कोई भी कंपनी आपके निवेश के उद्देश्यों को पूरा नहीं करती, तो उसमें पैसे न लगाना ही बेहतर विकल्प होगा. अपने पास पैसे रखना भी एक अच्छे निवेश के लिए ज़रूरी है.
3. उन कंपनियों में निवेश करें जिन्हें आप समझते हैं
बफे चेताते हैं कि उन कंपनियों या उद्योगों में निवेश न करें जिन्हें आप पूरी तरह से नहीं समझते हैं. पहले यह समझना एक अच्छी निवेश रणनीति है कि कोई भी कंपनी पैसा कैसे बनाती है और ऐसी कौन-सी बातें हैं जो उसके बिज़नेस पर असर डालती हैं. इस तरह आपके लिए उस इंडस्ट्री के बारे में अपडेट रहना आसान हो जाएगा. अगर आप किसी ऐसी कंपनी में रुचि रखते हैं जो बहुत चर्चा में है, लेकिन इसके बारे में बहुत कुछ नहीं जानते हैं, तो पहले इसके बारे में और जानें. अगर आपको यह मुश्किल लगे, तो इसमें बहुत अधिक समय न लगाएं. जिस बिज़नेस या कंपनी को आप समझते हैं, उस पर आगे बढ़ें.
4. निवेश करने के लिए जानी-मानी कंपनियों को ढूंढें
किसी कंपनी का नाम सुनकर उसमें निवेश करना एक बड़ी गलती साबित हो सकती है और लंबे समय में आपको खाली हाथ भी लौटना पड़ सकता है. एक बढ़िया लंबे समय की निवेश रणनीति यह होगी कि आप एक औसत दर्जे की कंपनी में सस्ते में निवेश करने के बजाय किसी जानी-मानी कंपनी के लिए उचित कीमत चुकाकर निवेश करें. बफे के अनुसार, एक जानी-मानी कंपनी वह है जो अगले 10-15 वर्षों तक टिकी रहती है या उसके टिके रहने का अनुमान लगाया जा सकता है. देखा जाए तो मंदी के दौरान, स्ट्रेटेजिक एसेट और प्राइसिंग पावर वाली कंपनियों में पैसा लगाने से फ़ायदा मिलता है और अर्थव्यवस्था में उछाल आने के साथ ही उनका प्रदर्शन और भी बेहतर होता है. उन कंपनियों को ढूंढें जिन्हें आप पसंद करते हैं और सही कीमत और मौके का इंतज़ार करें.
5. प्राइस और वैल्यू के बीच का अंतर जानिए
वॉरेन बफे का कहना है कि "प्राइस या कीमत वह है जो आप चुकाते हैं. वैल्यू या मूल्य वह है जो आप हासिल करते हैं”. ज्यादातर मामलों में, स्टॉक की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है और अच्छी कंपनी के फंडामेंटल्स चाहे कितने भी अच्छे हों उसे भी इस अस्थिरता का सामना करना पड़ता है. प्राइस/मूल्य को उसकी बिज़नेस वैल्यू से अलग रखकर देखा जा सकता है. उनका नियम है कि वे किसी भी स्टॉक को उसकी इंट्रिंसिक वैल्यू से कम कीमत पर खरीदते हैं और उसे तब तक रखते हैं जब तक कि उसकी कीमत कंपनी की असली वैल्यू तक नहीं पहुँच जाती. कंपनी का स्टॉक प्राइस निवेशक को भावनात्मक रूप से बेचैन कर सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भविष्य में उसका कैश फ्लो अस्थिर रहेगा. बफे की सलाह है कि प्राइस और वैल्यू के बीच के फ़र्क को समझें और अच्छी क्वालिटी वाली कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करें. कोई स्टॉक सस्ता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वो निवेश के लिए अच्छा भी है.
6. सही खबरों पर ध्यान केंद्रित करें
बफे का मानना है कि अगर निवेश करना है तो टीवी या बाज़ार की अफवाहों पर बहुत ज़्यादा ध्यान न दें. आ रही खबरों को बहुत सोच-समझ कर सुनें - लेकिन तुरंत फ़ैसला न लें. ज्यादातर समाचार, निवेशकों की भावनाओं को भड़काने और सिर्फ़ उन्हें उकसाने के लिए होते हैं. वे 99-1 के नियम में विश्वास करते हैं, जहां निवेशकों को 99% निवेश से जुड़े फैसले केवल 1% खबरों के हिसाब से करने चाहिए. अगर कोई कंपनी 100 साल से व्यापार में है, तो बफे का मानना है कि वो अचानक खड़ी हुई चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से मज़बूत है.
7. सही समय पर बेचें
हालाँकि बफे ‘निवेश करें और बने रहें’ की रणनीति का पालन करते हैं, लेकिन वे यह भी सलाह देते हैं कि अगर कंपनी के फंडामेंटल बदल गए हैं और अब उसमें बने रहना आपके निवेश के लिए सही नहीं है तो उस स्टॉक को बेच दें. उनका मानना है कि निवेश की सफलता सही समय पर अच्छे शेयर खरीदने और कंपनी के मज़बूत रहने तक उनमें बने रहने में है.
8. ऐसे निवेश करें मानो आप पूरी कंपनी को खरीद रहे हैं
बफे निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे अपने निवेश को ‘स्टॉक’ न समझें, बल्कि एक शेयर भी खरीदें तो उसे पूरी कंपनी खरीदने की सोच के साथ खरीदें. जब आप कोई स्टॉक खरीदते हैं, तो आप सिर्फ़ एक शेयर नहीं खरीद रहे होते हैं; बल्कि आप उस बिज़नेस में अपनी हिस्सेदारी ले रहे होते हैं. कोई भी शेयर तब खरीदें जब आप उस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी की भावना रख सकें, इसलिए नहीं कि आप चाहते हैं कि स्टॉक ऊपर जाए.
और आखिर में
अक्सर निवेश को एक मुश्किल काम के तौर पर देखा जाता है. वॉरेन बफे के सरल तरीकों को अपनाकर, आप अपने पोर्टफोलियो को बेहतर ढंग से मैनेज करना सीख सकते हैं और अपने निवेश पर ज़्यादा मुनाफ़ा कमाते हुए बड़ी गलतियों से बच सकते हैं.
अस्वीकरण: यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी देने के लिए है और इसे निवेश या टैक्स या किसी भी कानूनी सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. कोई भी निवेश के निर्णय लेने से पहले आपको किसी जानकार से भी निष्पक्ष सलाह लेनी चाहिए.
आपको निवेश क्यों शुरू करना चाहिए? अपने पैसे को सिर्फ़ बचत खाते में रखने से आपका पैसा नहीं बढ़ेगा. महंगाई की रफ़्तार अक्सर आपके द्वारा कमाए गए ब्याज से तेज़ होती है. ज़िन्दगी में व्यस्त रहते हुए भी पैसा कमाने के लिए आपको पैसे की ज़रूरत पड़ती है. पैसे को अलग रखना और इसका बुद्धिमानी से निवेश करना आपकी कमाई को लगातार बढ़ाने और भविष्य में उससे फ़ायदा पाने का एक अच्छा तरीका है.
हालांकि, पहली बार निवेश करते हुए थोड़ा डर लगता है. ज़्यादातर लोग अपनी मेहनत की कमाई को निवेश में लगाने से कतराते हैं, लेकिन थोड़ी रिसर्च और मेहनत करें तो आप एक मज़बूत निवेश पोर्टफोलियो बना सकते हैं. अगर आप सीखना चाहते हैं कि पैसे का निवेश कैसे किया जाए, लेकिन यह नहीं पता कि कहाँ से शुरू करें, तो यहाँ प्रसिद्ध निवेशक वॉरेन बफे के कुछ नियम बताए जा रहे हैं जिनकी मदद से आप निवेश की रणनीति तैयार कर सकते हैं.
बफे के अनुसार, निवेश के दो ख़ास नियम हैं: नियम 1: कभी पैसे न खोएं; नियम # 2: नियम # 1 को कभी न भूलें.
1. अपना निवेश करें और उसमें बने रहें
वॉरेन बफे इस बात में यकीन रखते हैं कि कोई भी निवेश लंबी अवधि के लिए किया जाना चाहिए और वे अक्सर इस बात को दोहराते भी हैं. उनका एक मशहूर कथन है, "अगर आप दस साल तक किसी स्टॉक को रखने के लिए तैयार नहीं हैं, तो दस मिनट के लिए भी इसे खरीदने के बारे में न सोचें." निवेश पर बेहतर रिटर्न का रहस्य किसी शेयर को खरीदकर भूल जाना है. धैर्य रखें. क्वालिटी निवेश समय के साथ कमाकर देते हैं और तेज़ी से बढ़ते हैं. मूल रूप से, उनका मंत्र है ‘ट्रेडिंग नहीं, निवेश करें'. बार-बार ट्रेडिंग करने से कमीशन और टैक्स के रूप में आपके रिटर्न का एक अहम भाग बर्बाद हो जाता है. इसलिए, आपको इसे लंबे समय तक रखना चाहिए और निवेश पर अच्छे रिटर्न का लाभ उठाना चाहिए.
2. ज़रूरत के हिसाब से अपने पास थोड़ा कैश भी रखें
निवेश के अवसर हमेशा उपलब्ध नहीं होते, या हो सकता है कि किसी आर्थिक स्थिति में किसी ख़ास इंडस्ट्री में निवेश करने का यह सही समय न हो. बाज़ार में सुधार से बढ़िया निवेश के अवसर पैदा होते हैं जो बाद में फ़ायदा पहुँचाते हैं. लेकिन ऐसा कब होगा इसकी सटीक भविष्यवाणी नहीं की जा सकती. अगर आपकी लिस्ट में मौजूद कोई भी कंपनी आपके निवेश के उद्देश्यों को पूरा नहीं करती, तो उसमें पैसे न लगाना ही बेहतर विकल्प होगा. अपने पास पैसे रखना भी एक अच्छे निवेश के लिए ज़रूरी है.
3. उन कंपनियों में निवेश करें जिन्हें आप समझते हैं
बफे चेताते हैं कि उन कंपनियों या उद्योगों में निवेश न करें जिन्हें आप पूरी तरह से नहीं समझते हैं. पहले यह समझना एक अच्छी निवेश रणनीति है कि कोई भी कंपनी पैसा कैसे बनाती है और ऐसी कौन-सी बातें हैं जो उसके बिज़नेस पर असर डालती हैं. इस तरह आपके लिए उस इंडस्ट्री के बारे में अपडेट रहना आसान हो जाएगा. अगर आप किसी ऐसी कंपनी में रुचि रखते हैं जो बहुत चर्चा में है, लेकिन इसके बारे में बहुत कुछ नहीं जानते हैं, तो पहले इसके बारे में और जानें. अगर आपको यह मुश्किल लगे, तो इसमें बहुत अधिक समय न लगाएं. जिस बिज़नेस या कंपनी को आप समझते हैं, उस पर आगे बढ़ें.
4. निवेश करने के लिए जानी-मानी कंपनियों को ढूंढें
किसी कंपनी का नाम सुनकर उसमें निवेश करना एक बड़ी गलती साबित हो सकती है और लंबे समय में आपको खाली हाथ भी लौटना पड़ सकता है. एक बढ़िया लंबे समय की निवेश रणनीति यह होगी कि आप एक औसत दर्जे की कंपनी में सस्ते में निवेश करने के बजाय किसी जानी-मानी कंपनी के लिए उचित कीमत चुकाकर निवेश करें. बफे के अनुसार, एक जानी-मानी कंपनी वह है जो अगले 10-15 वर्षों तक टिकी रहती है या उसके टिके रहने का अनुमान लगाया जा सकता है. देखा जाए तो मंदी के दौरान, स्ट्रेटेजिक एसेट और प्राइसिंग पावर वाली कंपनियों में पैसा लगाने से फ़ायदा मिलता है और अर्थव्यवस्था में उछाल आने के साथ ही उनका प्रदर्शन और भी बेहतर होता है. उन कंपनियों को ढूंढें जिन्हें आप पसंद करते हैं और सही कीमत और मौके का इंतज़ार करें.
5. प्राइस और वैल्यू के बीच का अंतर जानिए
वॉरेन बफे का कहना है कि "प्राइस या कीमत वह है जो आप चुकाते हैं. वैल्यू या मूल्य वह है जो आप हासिल करते हैं”. ज्यादातर मामलों में, स्टॉक की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है और अच्छी कंपनी के फंडामेंटल्स चाहे कितने भी अच्छे हों उसे भी इस अस्थिरता का सामना करना पड़ता है. प्राइस/मूल्य को उसकी बिज़नेस वैल्यू से अलग रखकर देखा जा सकता है. उनका नियम है कि वे किसी भी स्टॉक को उसकी इंट्रिंसिक वैल्यू से कम कीमत पर खरीदते हैं और उसे तब तक रखते हैं जब तक कि उसकी कीमत कंपनी की असली वैल्यू तक नहीं पहुँच जाती. कंपनी का स्टॉक प्राइस निवेशक को भावनात्मक रूप से बेचैन कर सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भविष्य में उसका कैश फ्लो अस्थिर रहेगा. बफे की सलाह है कि प्राइस और वैल्यू के बीच के फ़र्क को समझें और अच्छी क्वालिटी वाली कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करें. कोई स्टॉक सस्ता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वो निवेश के लिए अच्छा भी है.
6. सही खबरों पर ध्यान केंद्रित करें
बफे का मानना है कि अगर निवेश करना है तो टीवी या बाज़ार की अफवाहों पर बहुत ज़्यादा ध्यान न दें. आ रही खबरों को बहुत सोच-समझ कर सुनें - लेकिन तुरंत फ़ैसला न लें. ज्यादातर समाचार, निवेशकों की भावनाओं को भड़काने और सिर्फ़ उन्हें उकसाने के लिए होते हैं. वे 99-1 के नियम में विश्वास करते हैं, जहां निवेशकों को 99% निवेश से जुड़े फैसले केवल 1% खबरों के हिसाब से करने चाहिए. अगर कोई कंपनी 100 साल से व्यापार में है, तो बफे का मानना है कि वो अचानक खड़ी हुई चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से मज़बूत है.
7. सही समय पर बेचें
हालाँकि बफे ‘निवेश करें और बने रहें’ की रणनीति का पालन करते हैं, लेकिन वे यह भी सलाह देते हैं कि अगर कंपनी के फंडामेंटल बदल गए हैं और अब उसमें बने रहना आपके निवेश के लिए सही नहीं है तो उस स्टॉक को बेच दें. उनका मानना है कि निवेश की सफलता सही समय पर अच्छे शेयर खरीदने और कंपनी के मज़बूत रहने तक उनमें बने रहने में है.
8. ऐसे निवेश करें मानो आप पूरी कंपनी को खरीद रहे हैं
बफे निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे अपने निवेश को ‘स्टॉक’ न समझें, बल्कि एक शेयर भी खरीदें तो उसे पूरी कंपनी खरीदने की सोच के साथ खरीदें. जब आप कोई स्टॉक खरीदते हैं, तो आप सिर्फ़ एक शेयर नहीं खरीद रहे होते हैं; बल्कि आप उस बिज़नेस में अपनी हिस्सेदारी ले रहे होते हैं. कोई भी शेयर तब खरीदें जब आप उस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी की भावना रख सकें, इसलिए नहीं कि आप चाहते हैं कि स्टॉक ऊपर जाए.
और आखिर में
अक्सर निवेश को एक मुश्किल काम के तौर पर देखा जाता है. वॉरेन बफे के सरल तरीकों को अपनाकर, आप अपने पोर्टफोलियो को बेहतर ढंग से मैनेज करना सीख सकते हैं और अपने निवेश पर ज़्यादा मुनाफ़ा कमाते हुए बड़ी गलतियों से बच सकते हैं.
अस्वीकरण: यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी देने के लिए है और इसे निवेश या टैक्स या किसी भी कानूनी सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. कोई भी निवेश के निर्णय लेने से पहले आपको किसी जानकार से भी निष्पक्ष सलाह लेनी चाहिए.