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अडानी ग्रुप के शेयरों की कीमत तो गिरती जा रही है लेकिन पीई रेशियो अधिक है। पीई रेशियो के जरिए आप शेयर बाजार में किसी भी कंपनी के भविष्य को लेकर सटीक आकलन कर सकते हैं।

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 Adani Group: हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से ही अडानी ग्रुप के शेयर लगातार टूटते जा रहे हैं। समूह का मार्केट कैप 12 लाख करोड़ का गोता खा चुका है। हालांकि इस माहौल में भी अडानी ग्रुप के शेयरों का पीई रेशियो अभी भी अधिक है। और इसी कारण से यह कंपनी बार-बार निवेशकों के सामने दावा कर रही है कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है कंपनी के पास पर्याप्त पैसा है।  


दरअसल, पीई रेशियो यानी प्राइस टू अर्निग्स किसी भी कंपनी के शेयरों की प्राइस और उसकी कुल इनकम की तुलना करने में सहायक है। मतलब कोई भी कंपनी महंगी है या सस्ती है, वह रेशियो हम इस के जरिए निकाल सकते हैं। 


अब अडानी के शेयरों की बात करें तो अडानी टोटल गैस के शेयर करीब 81 फीसदी तक टूट चुके हैं। वहीं अदानी पोर्ट्स को 27 फीसदी का झटका लगा है। ऐसे में अगर पीई के हिसाब से देखें तो अडानी ग्रुप के ऐसे शेयर जिनका वैल्यूएशन अधिक रहा वे कम टूटे हैं। जैसे एसीसी सीमेंट है उसके शेयर सिर्फ 26 फीसदी टूटे हैं। वहीं अडानी पोर्ट्स के शेयर 26 फीसदी तक लुढ़के हैं जबकि अंबुजा सीमेंट्स 31 फीसदी तक गोता खाया है। 


क्या है पीई रेशियो
दरअसल, अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो फिर आपको पीई रेशियो के बारे में जरूर जानकारी होनी चाहिए। पीई रेशियो के जरिए ही आप सही से अंदाजा लगा सकते हैं कि शेयर बाजार में किस कंपनी के किस शेयर पर दांव खेलना चाहिए और किस पर नहीं। इस अनुपात के जरिए आप आसानी से समझ सकते हैं कि आने वाले समय में किसी शेयर के दाम में बढ़ोतरी संभव है या नहीं। इसी तरह से दो कंपनियों के शेयरों की तुलना करने में भी पीई रेशियो बहुत सहायक है। 

 

संवादपत्र

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