- Date : 29/08/2022
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अमेरिकी शेयर बाजारों में आई भारी गिरावट से प्रभावित भारतीय बाजारों के सेंसेक्स में कुछ सुधार हो रहा है।

Sensex-Nifty: अमेरिकी शेयर बाजारों में शुक्रवार को आई सुनामी के प्रभाव से भारतीय शेयर बाजारों के डूबने की जो आंशका थी वह आखिरकार सच साबित हुई। आज सुबह यानी 29 अगस्त को बाजार खुलने पर काफी अफरा-तफरी दिखाई दी। सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट देखी गई। खुशी की बात है कि थोड़े समय बाद बाजार में कुछ सुधार होता दिखाई दिया। सेंसेक्स में छाये लाल रंग पर अब कुछ-कुछ हरा रंग चढ़ता दिख रहा है। फिलहाल मारुति, अल्ट्राटेक सीमेंट, हिन्दुस्तान यूनीलिवर और नेस्ले इंडिया हरे निशान पर आ गये हैं। हालांकि अब भी कुल 26 स्टॉक्स लाल निशान पर ही बने हुए हैं। सेंसेक्स में थोड़ा सुधार होने से यह 57932 के स्तर पर पहुँच गया है। इस समय सेंसेक्स में 901 अंकों की गिरावट रह गई है। इसके अलावा निफ्टी फिफ्टी में भी 6 स्टॉक हरे निशान पर हैं। निफ्टी 251 अंकों के घाटे के साथ इस समय 17307 पर है।
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बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी पर एक नज़र
आज सोमवार को यानी हफ्ते के पहले दिन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के 30 स्टॉक्स वाले प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 1466 अंकों की भारी गिरावट आई और बाजार 57367 पर खुला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी की शुरुआत भी 17188 के स्तर पर हुई। हालांकि सेंसेक्स खुलने से पहले ही 1461 अंकों तक लुढ़क चुका था। यहाँ तक कि सेंसेक्स में हरे निशान पर किसी भी स्टॉक का कोई संकेत नहीं रह गया था।
सेंसेक्स के साथ ही रुपए पर भी इसका प्रभाव पड़ा है। अमेरिकी फेड के प्रमुख द्वारा मुद्रास्फीति पर रोक लगाने के लिए ब्याज की ऊँची दरों को कुछ समय तक जारी रखने के संकेत देने के बाद आज भारत का रुपया तेजी से नीचे आ गया है। पिछले सत्र के 79.87 की तुलना में रुपया गिर कर 80.11 प्रति डॉलर तक चला गया है। 26 अगस्त को फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने केंद्रीय बैंकरों की जैक्सन होल बैठक में कहा कि मुद्रास्फीति कम करने के लिए प्रतिबंधात्मक नीति लंबे समय तक जारी रखी जाएगी। उसी दिन डाऊ जोंस 1008 यानी 3.03 प्रतिशत चीजे उतरकर 32283 पर बंद हुआ। इसके अलावा, सप्ताह के अंतिम दिन, नैस्डैक 3.94 प्रतिशत या 497.56 अंकों के लुढ़काव के साथ 12141.71 पर, और एसएंडपी 141 अंक या 3.37 प्रतिशत नीचे गिर कर 4057 के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स पर शुरु में शामिल सभी कंपनियों के शेयरों में लाल निशान पर कारोबार हो रहा था। इन शेयरों में टेक महिंद्रा में सबसे अधिक यानी करीब 5.71 प्रतिशत का लुढ़काव देखा गया। टेक महिंद्रा के अलावा इंफोसिस, विप्रो, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, टीसीएस और बजाज फाइनेंस में भी काफी गिरावट दर्ज हुई। ऐसे में निवेश करने से पहले बाजार के रुख को अच्छी तरह भांपने और जानकारों की सलाह लेने के बाद ही आगे बढ़ना उचित होगा।
यह भी पढ़ें: भारत में 10,000 से कम के निवेश में छोटे बिजनेस के फायदेमंद आइडियाज
Nifty latest news
Sensex-Nifty: अमेरिकी शेयर बाजारों में शुक्रवार को आई सुनामी के प्रभाव से भारतीय शेयर बाजारों के डूबने की जो आंशका थी वह आखिरकार सच साबित हुई। आज सुबह यानी 29 अगस्त को बाजार खुलने पर काफी अफरा-तफरी दिखाई दी। सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट देखी गई। खुशी की बात है कि थोड़े समय बाद बाजार में कुछ सुधार होता दिखाई दिया। सेंसेक्स में छाये लाल रंग पर अब कुछ-कुछ हरा रंग चढ़ता दिख रहा है। फिलहाल मारुति, अल्ट्राटेक सीमेंट, हिन्दुस्तान यूनीलिवर और नेस्ले इंडिया हरे निशान पर आ गये हैं। हालांकि अब भी कुल 26 स्टॉक्स लाल निशान पर ही बने हुए हैं। सेंसेक्स में थोड़ा सुधार होने से यह 57932 के स्तर पर पहुँच गया है। इस समय सेंसेक्स में 901 अंकों की गिरावट रह गई है। इसके अलावा निफ्टी फिफ्टी में भी 6 स्टॉक हरे निशान पर हैं। निफ्टी 251 अंकों के घाटे के साथ इस समय 17307 पर है।
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बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी पर एक नज़र
आज सोमवार को यानी हफ्ते के पहले दिन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के 30 स्टॉक्स वाले प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 1466 अंकों की भारी गिरावट आई और बाजार 57367 पर खुला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी की शुरुआत भी 17188 के स्तर पर हुई। हालांकि सेंसेक्स खुलने से पहले ही 1461 अंकों तक लुढ़क चुका था। यहाँ तक कि सेंसेक्स में हरे निशान पर किसी भी स्टॉक का कोई संकेत नहीं रह गया था।
सेंसेक्स के साथ ही रुपए पर भी इसका प्रभाव पड़ा है। अमेरिकी फेड के प्रमुख द्वारा मुद्रास्फीति पर रोक लगाने के लिए ब्याज की ऊँची दरों को कुछ समय तक जारी रखने के संकेत देने के बाद आज भारत का रुपया तेजी से नीचे आ गया है। पिछले सत्र के 79.87 की तुलना में रुपया गिर कर 80.11 प्रति डॉलर तक चला गया है। 26 अगस्त को फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने केंद्रीय बैंकरों की जैक्सन होल बैठक में कहा कि मुद्रास्फीति कम करने के लिए प्रतिबंधात्मक नीति लंबे समय तक जारी रखी जाएगी। उसी दिन डाऊ जोंस 1008 यानी 3.03 प्रतिशत चीजे उतरकर 32283 पर बंद हुआ। इसके अलावा, सप्ताह के अंतिम दिन, नैस्डैक 3.94 प्रतिशत या 497.56 अंकों के लुढ़काव के साथ 12141.71 पर, और एसएंडपी 141 अंक या 3.37 प्रतिशत नीचे गिर कर 4057 के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स पर शुरु में शामिल सभी कंपनियों के शेयरों में लाल निशान पर कारोबार हो रहा था। इन शेयरों में टेक महिंद्रा में सबसे अधिक यानी करीब 5.71 प्रतिशत का लुढ़काव देखा गया। टेक महिंद्रा के अलावा इंफोसिस, विप्रो, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, टीसीएस और बजाज फाइनेंस में भी काफी गिरावट दर्ज हुई। ऐसे में निवेश करने से पहले बाजार के रुख को अच्छी तरह भांपने और जानकारों की सलाह लेने के बाद ही आगे बढ़ना उचित होगा।
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