- Date : 26/05/2023
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अमेजन ने इस साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (NITs) सहित देश के अलग-अलग संस्थानों से कैंपस प्लेसमेंट के बाद ऑफर लेटर देरी से भेजने का फैसला किया है।

Amazon Delays Campus Placement: अमेजन ने इस साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (NITs) सहित देश के अलग-अलग संस्थानों से कैंपस प्लेसमेंट के बाद ऑफर लेटर देरी से भेजने का फैसला किया है। अमेजन की तरफ से कहा गया है कि चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थिति की वजह से उन्हें ऐसा करना पड़ रहा है। अमेजन की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि- चुनौतीपूर्ण आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए हम कॉलेज हायरिंग में 6 महीने की देरी कर रहे हैं। ऐसा इसलिए ताकि हम किसी भी तरह की वित्तीय चुनौती का सामना कर सकें। अमेजन अगली पीढ़ी के लीडर्स की भर्ती और उनके विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
कहा जा रहा है कि विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के छात्रों पर ऑफर लैटर कैंसिल होने का व्यापक प्रभाव पड़ा है। जानकारी के मुताबिक जिन्हें 6 महीने बाद ज्वाइनिंग का ऑफर लेटर मिला है वो नौकरी के वैकल्पिक अवसरों की तलाश कर रहे हैं। उनका उद्देश्य देरी के कारण होने वाले किसी भी संभावित नकारात्मक प्रभाव से बचकर अपनी प्रोफेशनल स्कोप को सुरक्षित रखना है।
गौरतलब है कि मार्च में अमेज़ॅन के सीईओ एंडी जेसी ने अतिरिक्त 9,000 कर्मचारियों को निकालने के कंपनी के फैसले के बारे में एक सार्वजनिक घोषणा की थी। इससे पहले अमेजन ने 18 हजार कर्मचारियों को निकाला था और ये निकासी अमेजन की सबसे बड़ी फायरिंग ड्राइव थी।
इस बीच रिपोर्टें आई हैं कि कई सिलिकॉन वैली कंपनियां जो पहले से ही महत्वपूर्ण डाउनसाइज़िंग से गुजर चुकी हैं, आगे अपने मैनफोर्स को कम करने पर विचार कर सकती हैं। इनमें Google, मेटा, अमेज़ॅन, जूम, सेल्सफोर्स, माइक्रोसॉफ्ट और पलंतिर शामिल हैं।
Amazon Delays Campus Placement: अमेजन ने इस साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (NITs) सहित देश के अलग-अलग संस्थानों से कैंपस प्लेसमेंट के बाद ऑफर लेटर देरी से भेजने का फैसला किया है। अमेजन की तरफ से कहा गया है कि चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थिति की वजह से उन्हें ऐसा करना पड़ रहा है। अमेजन की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि- चुनौतीपूर्ण आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए हम कॉलेज हायरिंग में 6 महीने की देरी कर रहे हैं। ऐसा इसलिए ताकि हम किसी भी तरह की वित्तीय चुनौती का सामना कर सकें। अमेजन अगली पीढ़ी के लीडर्स की भर्ती और उनके विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
कहा जा रहा है कि विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के छात्रों पर ऑफर लैटर कैंसिल होने का व्यापक प्रभाव पड़ा है। जानकारी के मुताबिक जिन्हें 6 महीने बाद ज्वाइनिंग का ऑफर लेटर मिला है वो नौकरी के वैकल्पिक अवसरों की तलाश कर रहे हैं। उनका उद्देश्य देरी के कारण होने वाले किसी भी संभावित नकारात्मक प्रभाव से बचकर अपनी प्रोफेशनल स्कोप को सुरक्षित रखना है।
गौरतलब है कि मार्च में अमेज़ॅन के सीईओ एंडी जेसी ने अतिरिक्त 9,000 कर्मचारियों को निकालने के कंपनी के फैसले के बारे में एक सार्वजनिक घोषणा की थी। इससे पहले अमेजन ने 18 हजार कर्मचारियों को निकाला था और ये निकासी अमेजन की सबसे बड़ी फायरिंग ड्राइव थी।
इस बीच रिपोर्टें आई हैं कि कई सिलिकॉन वैली कंपनियां जो पहले से ही महत्वपूर्ण डाउनसाइज़िंग से गुजर चुकी हैं, आगे अपने मैनफोर्स को कम करने पर विचार कर सकती हैं। इनमें Google, मेटा, अमेज़ॅन, जूम, सेल्सफोर्स, माइक्रोसॉफ्ट और पलंतिर शामिल हैं।