Amul Price Hike: कर्नाटक में 'मिल्क वॉर'! नंदिनी से मिल रही टक्कर के बीच अमूल नहीं बढ़ाएगा दूध के दाम

Amul Milk Price Hike: गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर जयेन मेहता ने अमुल दूध के दाम में बढ़ोतरी को लेकर बड़ा बयान दिया है।

Amul Price Hike

Amul Milk Price Hike:अमूल ब्रैंड के तहत दूध समेत अन्य डेयरी प्रोडक्ट बेचने वाली गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ लिमिटेड (GCMMF) ने मिल्क प्राइस हाइक की खबरों पर बड़ा बयान दिया है। जीसीएमएमफ के एमडी जयेन मेहता ने कहा है कि अमूल दूध के दाम बढ़ाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। जयेन मेहता के इस बयान से उन सभी लोगों की आशंका दूर हो गई है, जो इस बात से हैरान-परेशान थे कि आने वाले समय में फिर से अमूल दूध के दाम बढ़ जाएंगे। 

जयेन मेहता ने कहा है कि एक साल में लागत मूल्य 15 पर्सेंट बढ़ गया है और ऐसी स्थिति में फेडरेशन को पिछले साल खुदरा मूल्य में कुछ बढ़ोतरी करनी पड़ी थी। महीने की शुरुआत में ही गुजरात में अमूल दूध के दाम में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी। इससे पहले फरवरी 2023 में दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अन्य राज्यों में भी अमूल दूध के दाम में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी। मेहता ने कहा कि उम्मीद है कि सभी उत्पादों की बिक्री इसी रफ्तार से चलती रहेगी। मांग अब असंगठित क्षेत्र से संगठित कंपनियों की तरफ जा रही है।

गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर जयेन मेहता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि जीसीएमएमएफ ने कोविड महामारी के कारण साल 2020 और 2021 में कीमतें नहीं बढ़ाई थीं, लेकिन पिछले साल कुछेक मौकों पर प्राइस हाइक की गई हैं। मेहता ने कहा कि जीसीएमएमएफ खुदरा कीमतों का लगभग 80 फीसदी दूध उत्पादक किसानों को देता है। दूध की बढ़ती मांग के बीच कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राजस्व में 20 फीसदी बढ़ोतरी के साथ इसके 66,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 में 55,055 करोड़ रुपये का कारोबार किया था, जो कि एक साल पहले की तुलना में 18.5 फीसदी ज्यादा है।

Amul Milk Price Hike:अमूल ब्रैंड के तहत दूध समेत अन्य डेयरी प्रोडक्ट बेचने वाली गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ लिमिटेड (GCMMF) ने मिल्क प्राइस हाइक की खबरों पर बड़ा बयान दिया है। जीसीएमएमफ के एमडी जयेन मेहता ने कहा है कि अमूल दूध के दाम बढ़ाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। जयेन मेहता के इस बयान से उन सभी लोगों की आशंका दूर हो गई है, जो इस बात से हैरान-परेशान थे कि आने वाले समय में फिर से अमूल दूध के दाम बढ़ जाएंगे। 

जयेन मेहता ने कहा है कि एक साल में लागत मूल्य 15 पर्सेंट बढ़ गया है और ऐसी स्थिति में फेडरेशन को पिछले साल खुदरा मूल्य में कुछ बढ़ोतरी करनी पड़ी थी। महीने की शुरुआत में ही गुजरात में अमूल दूध के दाम में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी। इससे पहले फरवरी 2023 में दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अन्य राज्यों में भी अमूल दूध के दाम में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी। मेहता ने कहा कि उम्मीद है कि सभी उत्पादों की बिक्री इसी रफ्तार से चलती रहेगी। मांग अब असंगठित क्षेत्र से संगठित कंपनियों की तरफ जा रही है।

गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर जयेन मेहता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि जीसीएमएमएफ ने कोविड महामारी के कारण साल 2020 और 2021 में कीमतें नहीं बढ़ाई थीं, लेकिन पिछले साल कुछेक मौकों पर प्राइस हाइक की गई हैं। मेहता ने कहा कि जीसीएमएमएफ खुदरा कीमतों का लगभग 80 फीसदी दूध उत्पादक किसानों को देता है। दूध की बढ़ती मांग के बीच कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राजस्व में 20 फीसदी बढ़ोतरी के साथ इसके 66,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 में 55,055 करोड़ रुपये का कारोबार किया था, जो कि एक साल पहले की तुलना में 18.5 फीसदी ज्यादा है।

संवादपत्र

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