- Date : 09/04/2023
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गुजरात के पॉपुलर डेयरी ब्रांड अमूल ने बीते 5 अप्रैल को ट्वीट किया कि वह बेंगलुरु में ताजा दूध और अन्य उत्पादों की आपूर्ति करेगा। बेंगलुरु के बाजार में अमूल की एंट्री की घोषणा के बाद से कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं।

Amul Vs Nandini In Karnataka: डेयरी प्रोडक्ट बेचने वाला गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) का पॉपुलर ब्रांड अमूल कर्नाटक में एंट्री मारने के लिए तैयार है। लेकिन इसे स्थानीय लोगों के साथ-साथ विपक्षी नेताओं के भी प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। अमूल ने 5 अप्रैल को ट्वीट किया कि वह बेंगलुरु में ताजा दूध और अन्य प्रोडक्ट्स की आपूर्ति करेगा। अमूल ने ट्वीट में लिखा कि बेंगलुरु में दूध और दही के साथ ताजगी की एक नई लहर आ रही है। ज्यादा जानकारी जल्द मिलेगी।
दरअसल, कर्नाटक में लोकल ब्रांड KMF है, जो नंदिनी नाम के तहत राज्य में दूध और दही बेचता है। अब अमूल की एंट्री की घोषणा से कर्नाटक के इस लोकल ब्रांड में खलबली मचना स्वाभाविक है। अमूल की घोषणा के बाद ट्विटर पर #Savenandini और #GobackAmul जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि केएमएफ देश में दूसरा सबसे बड़ा दूध खरीदकर्ता है।
अमूल दूध के विरोध में बेंगलुरु शहर के होटल केवल नंदिनी ब्रैंड का इस्तेमाल करेंगे। ब्रुहट बेंगलुरु होटल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पीसी राव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बेंगलुरु के सभी होटलों ने सर्वसम्मति से स्थानीय किसानों का समर्थन करने के लिए केवल नंदिनी उत्पादों का उपयोग करने का फैसला किया है। वहीं, अमूल बनाम नंदिनी विवाद का राजनीतिक असर भी शुरू हो गया है। बेंगलुरु के बाजार में अमूल की एंट्री की घोषणा के बाद से कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं। कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर राज्य के लोकल डेयरी ब्रैंड नंदिनी को मारने की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि अमूल के मुद्दे पर सरकार का रुख स्पष्ट है। कांग्रेस पर अमूल के कर्नाटक में प्रवेश का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए बोम्मई ने कहा कि अमूल के संबंध में हमारे पास पूर्ण स्पष्टता है। नंदिनी एक राष्ट्रीय ब्रैंड है और यह कर्नाटक तक ही सीमित नहीं है। हमने अन्य राज्यों में भी नंदिनी को एक ब्रैंड के रूप में लोकप्रिय बनाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में न केवल दुग्ध उत्पादन बढ़ा है, बल्कि दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहन भी दिया गया है।
Amul Vs Nandini In Karnataka: डेयरी प्रोडक्ट बेचने वाला गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) का पॉपुलर ब्रांड अमूल कर्नाटक में एंट्री मारने के लिए तैयार है। लेकिन इसे स्थानीय लोगों के साथ-साथ विपक्षी नेताओं के भी प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। अमूल ने 5 अप्रैल को ट्वीट किया कि वह बेंगलुरु में ताजा दूध और अन्य प्रोडक्ट्स की आपूर्ति करेगा। अमूल ने ट्वीट में लिखा कि बेंगलुरु में दूध और दही के साथ ताजगी की एक नई लहर आ रही है। ज्यादा जानकारी जल्द मिलेगी।
दरअसल, कर्नाटक में लोकल ब्रांड KMF है, जो नंदिनी नाम के तहत राज्य में दूध और दही बेचता है। अब अमूल की एंट्री की घोषणा से कर्नाटक के इस लोकल ब्रांड में खलबली मचना स्वाभाविक है। अमूल की घोषणा के बाद ट्विटर पर #Savenandini और #GobackAmul जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि केएमएफ देश में दूसरा सबसे बड़ा दूध खरीदकर्ता है।
अमूल दूध के विरोध में बेंगलुरु शहर के होटल केवल नंदिनी ब्रैंड का इस्तेमाल करेंगे। ब्रुहट बेंगलुरु होटल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पीसी राव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बेंगलुरु के सभी होटलों ने सर्वसम्मति से स्थानीय किसानों का समर्थन करने के लिए केवल नंदिनी उत्पादों का उपयोग करने का फैसला किया है। वहीं, अमूल बनाम नंदिनी विवाद का राजनीतिक असर भी शुरू हो गया है। बेंगलुरु के बाजार में अमूल की एंट्री की घोषणा के बाद से कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं। कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर राज्य के लोकल डेयरी ब्रैंड नंदिनी को मारने की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि अमूल के मुद्दे पर सरकार का रुख स्पष्ट है। कांग्रेस पर अमूल के कर्नाटक में प्रवेश का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए बोम्मई ने कहा कि अमूल के संबंध में हमारे पास पूर्ण स्पष्टता है। नंदिनी एक राष्ट्रीय ब्रैंड है और यह कर्नाटक तक ही सीमित नहीं है। हमने अन्य राज्यों में भी नंदिनी को एक ब्रैंड के रूप में लोकप्रिय बनाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में न केवल दुग्ध उत्पादन बढ़ा है, बल्कि दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहन भी दिया गया है।