- Date : 22/04/2023
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Anand Mahindra Business Tips: महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा से जब पूछा गया कि करियर में रिस्क लेने का सबसे अच्छा समय कब है तो उन्होंने आम लोगों के साथ ही आंत्रप्रेन्योर्स के लिए कुछ बेहद जरूरी लीडरशिप और बिजनेस टिप्स साझा किए, जिनके बारे में आप भी जानें।

Anand Mahindra Business Tips: आनंद महिंद्रा बिजनेस में नित-नई ऊंचाइयां छूने के साथ ही लोगों को मोटिनवेट भी करते रहते हैं और इसके लिए ट्विटर एक बड़ा जरिया है। आनंद महिंद्रा द्वारा ट्विटर पर फैलाए गए ज्ञान से लोग काफी मोटिवेट होते रहते हैं। हाल ही में महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन ने उनलोगों को लीडरशिप से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सबक बताए, जिन्होंने जीवन में रिस्क लेने के सही समय और एक्सपीरियंस के साथ ही कुछ अहम बातों के बारे में उनसे सवाल पूछे।
एक बिजनेसवुमन ने आनंद महिंद्रा से पूछा था कि वह नई शुरुआत करने वालों को क्या सलाह देंगे? उन्होंने जवाब दिया- ‘नो पेन, नो गेन।’ 67 वर्षीय आनंद महिंद्रा ने सफलता के प्रति स्वाभाविक रूप से संदिग्ध होने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब मैंने पहली बार जिम में काम करना शुरू किया, तो कोच मुझे मेरे कंफर्ट जोन से दूर ले जाने के लिए इस मुहावरे का इस्तेमाल करते थे। एक उद्यमी के रूप में मुझे लगता है कि आपको सफलता के प्रति स्वाभाविक रूप से संदेह होना चाहिए। आमतौर पर आगे एक खाई दिखती है। कड़ी मेहनत और इनविजिबिलिटी के लिए तैयार रहें।
आनंद महिंद्रा ने अपने तेज और अनुकरणीय करियर में जो भी ज्ञान सीखा है, उसे साझा करते हुए कहा कि करियर में जोखिम लेने का सबसे अच्छा समय शुरुआती है और जो कुछ भी जोखिम नहीं उठाते हैं, वे कुछ भी हासिल नहीं करते हैं। आप अगर सफलता का स्वाद ज्यादा चखते हैं, तो जोखिम के लिए आपकी भूख कम हो जाएगी। इसलिए कैलकुलेटेड चांस लेने का सबसे अच्छा समय आपके करियर की शुरुआत है। उन्होंने अमेरिकी लेखक और वक्ता लियो बुस्काग्लिया का फेमस कोट दोहराया कि वह व्यक्ति, जो कुछ भी जोखिम नहीं लेता है, कुछ भी नहीं करता है, कुछ भी नहीं है, कुछ भी नहीं है, और कुछ भी नहीं बन जाता है।
Anand Mahindra Business Tips: आनंद महिंद्रा बिजनेस में नित-नई ऊंचाइयां छूने के साथ ही लोगों को मोटिनवेट भी करते रहते हैं और इसके लिए ट्विटर एक बड़ा जरिया है। आनंद महिंद्रा द्वारा ट्विटर पर फैलाए गए ज्ञान से लोग काफी मोटिवेट होते रहते हैं। हाल ही में महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन ने उनलोगों को लीडरशिप से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सबक बताए, जिन्होंने जीवन में रिस्क लेने के सही समय और एक्सपीरियंस के साथ ही कुछ अहम बातों के बारे में उनसे सवाल पूछे।
एक बिजनेसवुमन ने आनंद महिंद्रा से पूछा था कि वह नई शुरुआत करने वालों को क्या सलाह देंगे? उन्होंने जवाब दिया- ‘नो पेन, नो गेन।’ 67 वर्षीय आनंद महिंद्रा ने सफलता के प्रति स्वाभाविक रूप से संदिग्ध होने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब मैंने पहली बार जिम में काम करना शुरू किया, तो कोच मुझे मेरे कंफर्ट जोन से दूर ले जाने के लिए इस मुहावरे का इस्तेमाल करते थे। एक उद्यमी के रूप में मुझे लगता है कि आपको सफलता के प्रति स्वाभाविक रूप से संदेह होना चाहिए। आमतौर पर आगे एक खाई दिखती है। कड़ी मेहनत और इनविजिबिलिटी के लिए तैयार रहें।
आनंद महिंद्रा ने अपने तेज और अनुकरणीय करियर में जो भी ज्ञान सीखा है, उसे साझा करते हुए कहा कि करियर में जोखिम लेने का सबसे अच्छा समय शुरुआती है और जो कुछ भी जोखिम नहीं उठाते हैं, वे कुछ भी हासिल नहीं करते हैं। आप अगर सफलता का स्वाद ज्यादा चखते हैं, तो जोखिम के लिए आपकी भूख कम हो जाएगी। इसलिए कैलकुलेटेड चांस लेने का सबसे अच्छा समय आपके करियर की शुरुआत है। उन्होंने अमेरिकी लेखक और वक्ता लियो बुस्काग्लिया का फेमस कोट दोहराया कि वह व्यक्ति, जो कुछ भी जोखिम नहीं लेता है, कुछ भी नहीं करता है, कुछ भी नहीं है, कुछ भी नहीं है, और कुछ भी नहीं बन जाता है।