- Date : 30/05/2023
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बेटिंग ऐप्स को लेकर एप्पल और सरकार के बीच हो सकता है मतभेद, एप्पल ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा फरवरी के आदेश का पालन करने से इनकार नहीं किया है।

Betting Apps: ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स को लेकर पिछले दिनों खबर आई थी की सरकार इसपर या तो बैन लगाने की तैयारी में है या फिर क्रिप्टो की तरह यहां भी टैक्स लगेगा। इस बीच खबर है कि दुनिया की जानी मानी मोबाइल कंपनी एप्पल ने कहा है कि उसे अपने ऐप स्टोर से बेटिंग ऐप्स को हटाने के केंद्र सरकार के निर्देश का पालन करने के लिए ठोस कारण की जरूरत होगी।
Apple ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा फरवरी के आदेश का पालन करने से इनकार नहीं किया है। लेकिन उसका कहना है कि वो सट्टेबाजी ऐप्स को मनमाने तरीके से नहीं हटा सकता है। कंपनी ने कहा कि चूंकि सट्टेबाजी वाले ऐप दूसरे देशों में वैध हैं इसलिए भारत में उन्हें हटाना उनके लिए मुश्किल होगा।
गौरतलब है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा 138 गेमिंग और सट्टेबाजी एप्लिकेशन की सूची जारी की गई थी। इसके बाद Apple के अधिकारियों और आईटी अधिकारियों ने मार्च में मुलाकात की थी, जिन्हें भारत में संचालन से रोक दिया गया था।
एक अंतरिम उपाय के रूप में Apple ने कुछ ऐसे ऐप्स को हटा दिया है जिन्हें IT मंत्रालय ने फरवरी में प्रतिबंधित कर दिया था।
इससे पहले अप्रैल में केंद्र ने ऑनलाइन गेमर्स को बेटिंग की लत से बचाने के लिए आईटी नियमों में संशोधन कर गेमिंग के लिए नए नियमों को अधिसूचित किया था। इसके साथ ही सरकार ने पैसे के साथ दांव लगाने या सट्टेबाजी करने वाले खेलों पर रोक लगा दी थी।
इसके बाद मंत्रालय के अधिकारियों ने फिर से ऐप्पल से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सट्टेबाजी या दांव लगाने की अनुमति देने वाले कोई भी ऐप उसके ऐप स्टोर पर मौजूद ना रहें। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार कई स्व-नियामक संगठन (एसआरओ) स्थापित करेगी जो देश में संचालन के नियमों का पालन करने वाले खेलों को मंजूरी देंगे।