House Rent In Bangalore: नौकरी करने या पढ़ने बेंगलुरु जाने की सोच रहे हैं तो जरा संभलकर, 50 हजार रुपये तक पहुंचा 2BHK का किराया

बडे़ शहरों में हाउस रेंट इस रफ्तार से बढ़ रहा है कि लोग जानकर हैरान हो जाते हैं। एनारॉक के डेटा से पता चलता है कि बेंगलुरु जैसे शहर के विभिन्न इलाकों में किराये में 2019 के बाद से दहाई अंकों की बढ़ोतरी हुई है, जो भारत के प्रमुख शहरों में व्यापक उछाल की निशानी है।

House Rent In Bangalore

House Rent In Bangalore: बीते दिनों एक खबर वायरल हुई थी कि बेंगलुरु में एक शख्स को किराये पर घर लेने के लिए लोहे का चना चबाना पड़ गया, यानी काफी मेहनत-मशक्कत के बाद भी उसे घर नहीं मिल रहा था। दरअसल, पिछले साल की शुरुआत के बाद से भारत के आईटी हब माने जा रहे बेंगलुरु में किराये लगभग दोगुने हो गए हैं, जिससे यह देश का मोस्ट वॉन्टेड और सबसे महंगा रेजिडेंशियल मार्केट बन गया है। मार्केट रिसर्चर्स के आंकड़ों के अनुसार, शहर के लैंडलॉर्ड्स, जिन्हें भारत का सिलिकॉन वैली कहा जाता है, अब अपनी संपत्ति के मूल्य का उच्चतम अनुपात किराये के रूप में लेते हैं। 

आपको बता दें कि कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु 15 लाख से ज्यादा वर्कर्स का घर है, जिनमें अल्फाबेट इंक के Google, Amazon.com इंक, गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक और एक्सेंचर इंक जैसी ग्लोबल फर्म्स के कर्मचारी शामिल हैं। यह आबादी कर्मचारियों के साथ महामारी के दौरान विस्थापित हो गई थी। कोरोना काल में रिमोट वर्क पर जाना या शहर छोड़ने से किराये कम हुए थे, लेकिन जैसे ही स्थिति सामान्य हुई और बेंगलुरु की अर्थव्यवस्था वापस पटरी पर आई, लैंडलॉर्ड्स अब महंगे रेंट कर चुके हैं और ऐसे में लोगों की हालत खराब है।

प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म एनारॉक के रिसर्च हेड प्रशांत ठाकुर का कहना है कि अभी रेंटल मार्केट काफी गर्म है। कोविड संकट के दौरान अपार्टमेंट के रेंट कम गए थे, क्योंकि काफी संख्या में लोग अपने होमटाउन वापस चले गए थे। अब जब लोग ऑफिस लौट रहे हैं तो मकान मालिकों ने अपने नुकसान की भरपाई के लिए रेंट काफी ज्यादा कर दिए हैं। एनारॉक के डेटा से पता चलता है कि बेंगलुरु के विभिन्न इलाकों में किराए में 2019 के बाद से दोहरे अंकों में उछाल आया है। 

रिपु दमन भदौरिया, जिन्होंने पिछले एमेजॉन से  नौकरी बदली और बेंगलुरू स्थित गूगल ऑफिस आए, उन्होंने माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया स्थित सर्च हब में नौकरी के लिए इंटरव्यू क्लियर करने की तुलना बेंगलुरु में घर ढूंढने से की। रियल एस्टेट कंसल्टेंसी एंजेन स्पेसेस के मालिक अर्पण बत्रा ने कहा कि सप्लाई की कमी ने प्रॉपर्टी एजेंट्स और अल्ट्रा-पिकी होम मालिकों को लिंक्डइन प्रोफाइल की मांग करने और संभावित किराएदारों से फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित किया है। एंजेन और अहमद रियल्टी के वकार अहमद- जिनके पास 35 क्लाइंट हैं, कहते हैं कि ऑफर करने के लिए कोई इन्वेंट्री नहीं है।

 

House Rent In Bangalore: बीते दिनों एक खबर वायरल हुई थी कि बेंगलुरु में एक शख्स को किराये पर घर लेने के लिए लोहे का चना चबाना पड़ गया, यानी काफी मेहनत-मशक्कत के बाद भी उसे घर नहीं मिल रहा था। दरअसल, पिछले साल की शुरुआत के बाद से भारत के आईटी हब माने जा रहे बेंगलुरु में किराये लगभग दोगुने हो गए हैं, जिससे यह देश का मोस्ट वॉन्टेड और सबसे महंगा रेजिडेंशियल मार्केट बन गया है। मार्केट रिसर्चर्स के आंकड़ों के अनुसार, शहर के लैंडलॉर्ड्स, जिन्हें भारत का सिलिकॉन वैली कहा जाता है, अब अपनी संपत्ति के मूल्य का उच्चतम अनुपात किराये के रूप में लेते हैं। 

आपको बता दें कि कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु 15 लाख से ज्यादा वर्कर्स का घर है, जिनमें अल्फाबेट इंक के Google, Amazon.com इंक, गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक और एक्सेंचर इंक जैसी ग्लोबल फर्म्स के कर्मचारी शामिल हैं। यह आबादी कर्मचारियों के साथ महामारी के दौरान विस्थापित हो गई थी। कोरोना काल में रिमोट वर्क पर जाना या शहर छोड़ने से किराये कम हुए थे, लेकिन जैसे ही स्थिति सामान्य हुई और बेंगलुरु की अर्थव्यवस्था वापस पटरी पर आई, लैंडलॉर्ड्स अब महंगे रेंट कर चुके हैं और ऐसे में लोगों की हालत खराब है।

प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म एनारॉक के रिसर्च हेड प्रशांत ठाकुर का कहना है कि अभी रेंटल मार्केट काफी गर्म है। कोविड संकट के दौरान अपार्टमेंट के रेंट कम गए थे, क्योंकि काफी संख्या में लोग अपने होमटाउन वापस चले गए थे। अब जब लोग ऑफिस लौट रहे हैं तो मकान मालिकों ने अपने नुकसान की भरपाई के लिए रेंट काफी ज्यादा कर दिए हैं। एनारॉक के डेटा से पता चलता है कि बेंगलुरु के विभिन्न इलाकों में किराए में 2019 के बाद से दोहरे अंकों में उछाल आया है। 

रिपु दमन भदौरिया, जिन्होंने पिछले एमेजॉन से  नौकरी बदली और बेंगलुरू स्थित गूगल ऑफिस आए, उन्होंने माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया स्थित सर्च हब में नौकरी के लिए इंटरव्यू क्लियर करने की तुलना बेंगलुरु में घर ढूंढने से की। रियल एस्टेट कंसल्टेंसी एंजेन स्पेसेस के मालिक अर्पण बत्रा ने कहा कि सप्लाई की कमी ने प्रॉपर्टी एजेंट्स और अल्ट्रा-पिकी होम मालिकों को लिंक्डइन प्रोफाइल की मांग करने और संभावित किराएदारों से फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित किया है। एंजेन और अहमद रियल्टी के वकार अहमद- जिनके पास 35 क्लाइंट हैं, कहते हैं कि ऑफर करने के लिए कोई इन्वेंट्री नहीं है।

 

संवादपत्र

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