- Date : 09/04/2021
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बैंक एफडी, पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम या आरबीआई बांड में पैसा लगाने से पहले उस पर मिलने ब्याज और कर प्रावधानों को जान लीजिए।

पैसा निवेश करके पैसा कमाने के कई साधन हैं, लेकिन आमलोगों के लिए बैंक एफडी, पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम और आरबीआई बांड सबसे सुरक्षित और सबसे आसान जरिया है। इनमें पैसा लगाने से पहले मिलने वाले ब्याज और कर प्रावधानों को जानना हर किसी के लिए जरूरी है।
बैंक एफडी:
आरबीआई से लाइसेंसप्राप्त बैंक में ही एफडी कराएं। देश में बहुत सारे बैंक हैं, इसलिए यहां पर हम प्रमुख दो बैंकों- भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में 1 साल, 2 साल, 3 साल, 5 साल और 10 साल के लिए की जाने वाली ₹2 करोड़ तक की एफडी पर मिलने वाले ब्याज की जानकारी दे रहे हैं। सभी दरें फरवरी 2021 के अनुसार हैं।
भारतीय स्टेट बैंक 1 साल से 2 साल तक की एफडी पर हर साल 5 फीसदी, 2 साल से 3 साल तक की एफडी पर हर साल 5.1 फीसदी, 3 साल से 5 साल तक की एफडी पर हर साल 5.3 फीसदी और 5 साल से 10 साल तक की एफडी पर हर साल 5.4 फीसदी ब्याज दे रहा है।
आईसीआईसीआई बैंक 1 साल से 389 दिनों तक की एफडी पर हर साल 4.9 फीसदी, 2 साल 1 दिन से 3 साल तक की एफडी पर हर साल 5.15 फीसदी, 3 साल 1 दिन से 5 साल तक की एफडी पर हर साल 5.35 फीसदी और 5 साल 1 दिन से 10 साल तक की एफडी पर हर साल 5.50 फीसदी ब्याज दे रहा है। दोनों बैंक सीनियर सिटीजन यानी 60 साल या उससे अधिक उम्र वालों को आम नागरिकों के मुकाबले आधा फीसदी ज्यादा ब्याज देता है।
आईसीआईसीआई बैंक 5 साल तक की कर बचत एफडी पर हर साल 5.35 फीसदी ब्याज दे रहा है। लेकिन इसमें अधिक से अधिक ₹1.5 लाख तक ही निवेश कर सकते हैं और इसे समय से पहले नहीं निकाल सकते हैं। आईसीआईसीआई बैंक कर बचत एफडी पर आम लोगों को हर साल 5.35 फीसदी, जबकि सीनियर सिटीजन को 5.85 फीसदी ब्याज दे रहा है।
सामान्य एफडी में निवेश करके आयकर छूट नहीं ले सकते हैं। कर बचत एफडी में ₹1.5 लाख तक निवेश करने पर आयकर कानून के तहत आयकर में छूट मिलती है। एफडी पर मिलने वाले ब्याज पर टीडीएस कटता है।
सीनियर सिटीजन के हर साल ₹50 हजार और आम निवेशकों के ₹10 हजार ब्याज पर टीडीएस नहीं कटता है।
पोस्ट ऑफिस स्कीम्स:
पोस्ट ऑफिस की बचत जमा खाता, एक साल की एफडी, दो साल की एफडी, तीन साल की एफडी, पांच साल की एफडी, पांच साल की आरडी, SCSS, PoMIS, NSC, PPF, KVP और SSY स्कीम्स में पैसे लगाकर पैसे कमा सकते हैं। पोस्ट ऑफिस जनवरी-फरवरी-मार्च 2021 के दौरान इन स्कीम्स पर क्रमश: 4फीसदी, 5.5 फीसदी, 5.5 फीसदी, 5.5 फीसदी, 6.7 फीसदी, 5.8 फीसदी, 7.4 फीसदी,6.6 फीसदी, 6.8 फीसदी, 7.1 फीसदी, 6.9 फीसदी और 7.6 फीसदी ब्याज दे रहा है।
पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम्स संबंधित कर प्रावधान: बचत जमा खाता, एक साल, दो साल, तीन साल और पांच साल की एफडी, पांच साल की आरडी, PoMIS, NSC, KVP में निवेश करने पर आयकर में छूट नहीं मिलती है। लेकिन इस पर मिलने वाले ब्याज पर टीडीएस कटता है। सीनियर सिटीजन के हर साल ₹50 हजार और आम निवेशकों के ₹10 हजार से अधिक ब्याज पर टीडीएस कटता है। SCSS, PPF और SSY में हर साल ₹1.5 लाख तक निवेश करने पर आयकर कानून की धारा 80सी के तहत आयकर में छूट मिलती है। SCSS में हर साल ₹50 हजार से अधिक ब्याज पर टीडीएस कटता है।
आरबीआई बांड या भारत सरकार का बांड:
भारत सरकार ने 01 जुलाई, 2020 से फ्लोटिंग रेट सेविंग बॉन्ड्स, 2020 (कर-योग्य) योजना शुरू की। हर छह महीने पर हरेक 1 जनवरी और 1 जुलाई को बांड पर ब्याज का भुगतान किया जाएगा। 1 जनवरी 2021 को कूपन का भुगतान 7.15 फीसदी किया गया।
आयकर अधिनियम, 1961 के तहत बांड धारक के टैक्स स्टेटस के अनुसार बांड पर ब्याज टैक्स देय होगा। बांड को वेल्थ-टैक्स एक्ट, 1957 के तहत वेल्थ-टैक्स से छूट मिलेगी।
पैसा निवेश करके पैसा कमाने के कई साधन हैं, लेकिन आमलोगों के लिए बैंक एफडी, पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम और आरबीआई बांड सबसे सुरक्षित और सबसे आसान जरिया है। इनमें पैसा लगाने से पहले मिलने वाले ब्याज और कर प्रावधानों को जानना हर किसी के लिए जरूरी है।
बैंक एफडी:
आरबीआई से लाइसेंसप्राप्त बैंक में ही एफडी कराएं। देश में बहुत सारे बैंक हैं, इसलिए यहां पर हम प्रमुख दो बैंकों- भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में 1 साल, 2 साल, 3 साल, 5 साल और 10 साल के लिए की जाने वाली ₹2 करोड़ तक की एफडी पर मिलने वाले ब्याज की जानकारी दे रहे हैं। सभी दरें फरवरी 2021 के अनुसार हैं।
भारतीय स्टेट बैंक 1 साल से 2 साल तक की एफडी पर हर साल 5 फीसदी, 2 साल से 3 साल तक की एफडी पर हर साल 5.1 फीसदी, 3 साल से 5 साल तक की एफडी पर हर साल 5.3 फीसदी और 5 साल से 10 साल तक की एफडी पर हर साल 5.4 फीसदी ब्याज दे रहा है।
आईसीआईसीआई बैंक 1 साल से 389 दिनों तक की एफडी पर हर साल 4.9 फीसदी, 2 साल 1 दिन से 3 साल तक की एफडी पर हर साल 5.15 फीसदी, 3 साल 1 दिन से 5 साल तक की एफडी पर हर साल 5.35 फीसदी और 5 साल 1 दिन से 10 साल तक की एफडी पर हर साल 5.50 फीसदी ब्याज दे रहा है। दोनों बैंक सीनियर सिटीजन यानी 60 साल या उससे अधिक उम्र वालों को आम नागरिकों के मुकाबले आधा फीसदी ज्यादा ब्याज देता है।
आईसीआईसीआई बैंक 5 साल तक की कर बचत एफडी पर हर साल 5.35 फीसदी ब्याज दे रहा है। लेकिन इसमें अधिक से अधिक ₹1.5 लाख तक ही निवेश कर सकते हैं और इसे समय से पहले नहीं निकाल सकते हैं। आईसीआईसीआई बैंक कर बचत एफडी पर आम लोगों को हर साल 5.35 फीसदी, जबकि सीनियर सिटीजन को 5.85 फीसदी ब्याज दे रहा है।
सामान्य एफडी में निवेश करके आयकर छूट नहीं ले सकते हैं। कर बचत एफडी में ₹1.5 लाख तक निवेश करने पर आयकर कानून के तहत आयकर में छूट मिलती है। एफडी पर मिलने वाले ब्याज पर टीडीएस कटता है।
सीनियर सिटीजन के हर साल ₹50 हजार और आम निवेशकों के ₹10 हजार ब्याज पर टीडीएस नहीं कटता है।
पोस्ट ऑफिस स्कीम्स:
पोस्ट ऑफिस की बचत जमा खाता, एक साल की एफडी, दो साल की एफडी, तीन साल की एफडी, पांच साल की एफडी, पांच साल की आरडी, SCSS, PoMIS, NSC, PPF, KVP और SSY स्कीम्स में पैसे लगाकर पैसे कमा सकते हैं। पोस्ट ऑफिस जनवरी-फरवरी-मार्च 2021 के दौरान इन स्कीम्स पर क्रमश: 4फीसदी, 5.5 फीसदी, 5.5 फीसदी, 5.5 फीसदी, 6.7 फीसदी, 5.8 फीसदी, 7.4 फीसदी,6.6 फीसदी, 6.8 फीसदी, 7.1 फीसदी, 6.9 फीसदी और 7.6 फीसदी ब्याज दे रहा है।
पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम्स संबंधित कर प्रावधान: बचत जमा खाता, एक साल, दो साल, तीन साल और पांच साल की एफडी, पांच साल की आरडी, PoMIS, NSC, KVP में निवेश करने पर आयकर में छूट नहीं मिलती है। लेकिन इस पर मिलने वाले ब्याज पर टीडीएस कटता है। सीनियर सिटीजन के हर साल ₹50 हजार और आम निवेशकों के ₹10 हजार से अधिक ब्याज पर टीडीएस कटता है। SCSS, PPF और SSY में हर साल ₹1.5 लाख तक निवेश करने पर आयकर कानून की धारा 80सी के तहत आयकर में छूट मिलती है। SCSS में हर साल ₹50 हजार से अधिक ब्याज पर टीडीएस कटता है।
आरबीआई बांड या भारत सरकार का बांड:
भारत सरकार ने 01 जुलाई, 2020 से फ्लोटिंग रेट सेविंग बॉन्ड्स, 2020 (कर-योग्य) योजना शुरू की। हर छह महीने पर हरेक 1 जनवरी और 1 जुलाई को बांड पर ब्याज का भुगतान किया जाएगा। 1 जनवरी 2021 को कूपन का भुगतान 7.15 फीसदी किया गया।
आयकर अधिनियम, 1961 के तहत बांड धारक के टैक्स स्टेटस के अनुसार बांड पर ब्याज टैक्स देय होगा। बांड को वेल्थ-टैक्स एक्ट, 1957 के तहत वेल्थ-टैक्स से छूट मिलेगी।