- Date : 29/04/2023
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Bengaluru House Rent: बेंगलुरु में किराये पर घर लेना बहुत मुश्किल काम होता जा रहा है और हाल ही में कुछ ऐसा देखने को मिला है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे कि आखिरकार बेंगलुरु में हाउस रेंट करने के लिए क्या-क्या नहीं करना होगा?

Bengaluru House Rent: अच्छे एजुकेशन और 10वीं-12वीं में अच्छे मार्क्स का क्या फायदा होता है, ये तो दुनिया जानती है, लेकिन इसका एक फायदा यह भी है कि आपको बेंगलुरु में किराये पर घर दिला देता है। जी हां, आपने सही सुना। हाल ही में एक ब्रोकर और टेनेंट के बीत बातचीत का तो यही सार निकलता है। ऐसा लगता है कि 12वीं में 90 पर्सेंट मार्क्स जिसे नहीं है, उसे किराये पर घर लेने में काफी दिक्कत होगी बेंगलुरु में किराये का अपार्टमेंट ढूंढृते समय इसकी जरूर जरूरत होती है।
दरअसल, बेंगलुरु के एक शख्स का एक ट्विटर पोस्ट वायरल हो गया है जिसमें उसके चचेरे भाई को घर किराये पर देने से इसलिए मना कर दिया गया, क्योंकि उसने 12वीं क्लास में 90 पर्सेंट मार्क्स हासिल नहीं किए थे। ट्विटर पर यूजर ने अपने पोस्ट में किरायेदार और ब्रोकर के बीच एक वॉट्सएप चैट शेयर किया है। शुभ द्वारा पोस्ट किए गए ट्वीट में कहा गया है, ‘मार्क्स आपका भविष्य तय नहीं करते हैं, लेकिन यह निश्चित रूप से तय करते हैं कि आपको बेंगलुरु में फ्लैट मिलेगा या नहीं।’
शुभ ने लिखा- ‘मैं विश्वास नहीं कर सकता कि मेरे चचेरे भाई को मालिक द्वारा किराये पर फ्लैट के लिए मना कर दिया गया, क्योंकि उसे 12वीं कक्षा में 76% मार्क्स मिले थे और मालिक कम से कम 90 पर्सेंट की उम्मीद कर रहा था।’ स्क्रीनशॉट में ब्रोकर ने पहले किरायेदार योगेश को बताया कि उसकी प्रोफाइल को मालिक ने मंजूरी दे दी है। इसके बाद उसने उसे अपना लिंक्डइन और ट्विटर प्रोफाइल, क्लास 10 और 12 की मार्कशीट के साथ पैन और आधार कार्ड साझा करने के लिए कहा। इतना ही नहीं, योगेश से खुद पर 150-200 शब्दों में एक लेख साझा करने को भी कहा। जब मकान मालिक ने उसके मार्क्स देखे, तो उसने 12वीं कक्षा में उसके खराब अंकों के कारण उसे किराये पर घर देने से इनकार कर दिया।
यह ट्वीट काफी वायरल हो रहा है और अब तक 1.5 लाख से ज्यादा लोग इसे देख चुके हैं। यूजर्स बेंगलुरु में हाउस रेंट करने से जुड़े इस अजीबोगरीब ट्रेंड को लेकर हैरान हैं। एक यूजर ने लिखा- ‘जल्द ही हमें बेंगलुरु में फ्लैट रेंज पर लेने के लिए एंट्रेस एग्जाम देना होगा।’ एक यूजर ने लिखा- ‘मेरे रिजल्ट तो ऐसे हैं कि मुझे 1बीएचके भी नहीं मिलेगा।’ एक और यूजर ने लिखा- ‘असली। मेरे मकान मालिक ने मुझसे सख्ती से कहा कि अगर सीजीपीए 8.5 से नीचे गया तो समान पैक करके पहली फुर्सत में निकल जाना।’
Bengaluru House Rent: अच्छे एजुकेशन और 10वीं-12वीं में अच्छे मार्क्स का क्या फायदा होता है, ये तो दुनिया जानती है, लेकिन इसका एक फायदा यह भी है कि आपको बेंगलुरु में किराये पर घर दिला देता है। जी हां, आपने सही सुना। हाल ही में एक ब्रोकर और टेनेंट के बीत बातचीत का तो यही सार निकलता है। ऐसा लगता है कि 12वीं में 90 पर्सेंट मार्क्स जिसे नहीं है, उसे किराये पर घर लेने में काफी दिक्कत होगी बेंगलुरु में किराये का अपार्टमेंट ढूंढृते समय इसकी जरूर जरूरत होती है।
दरअसल, बेंगलुरु के एक शख्स का एक ट्विटर पोस्ट वायरल हो गया है जिसमें उसके चचेरे भाई को घर किराये पर देने से इसलिए मना कर दिया गया, क्योंकि उसने 12वीं क्लास में 90 पर्सेंट मार्क्स हासिल नहीं किए थे। ट्विटर पर यूजर ने अपने पोस्ट में किरायेदार और ब्रोकर के बीच एक वॉट्सएप चैट शेयर किया है। शुभ द्वारा पोस्ट किए गए ट्वीट में कहा गया है, ‘मार्क्स आपका भविष्य तय नहीं करते हैं, लेकिन यह निश्चित रूप से तय करते हैं कि आपको बेंगलुरु में फ्लैट मिलेगा या नहीं।’
शुभ ने लिखा- ‘मैं विश्वास नहीं कर सकता कि मेरे चचेरे भाई को मालिक द्वारा किराये पर फ्लैट के लिए मना कर दिया गया, क्योंकि उसे 12वीं कक्षा में 76% मार्क्स मिले थे और मालिक कम से कम 90 पर्सेंट की उम्मीद कर रहा था।’ स्क्रीनशॉट में ब्रोकर ने पहले किरायेदार योगेश को बताया कि उसकी प्रोफाइल को मालिक ने मंजूरी दे दी है। इसके बाद उसने उसे अपना लिंक्डइन और ट्विटर प्रोफाइल, क्लास 10 और 12 की मार्कशीट के साथ पैन और आधार कार्ड साझा करने के लिए कहा। इतना ही नहीं, योगेश से खुद पर 150-200 शब्दों में एक लेख साझा करने को भी कहा। जब मकान मालिक ने उसके मार्क्स देखे, तो उसने 12वीं कक्षा में उसके खराब अंकों के कारण उसे किराये पर घर देने से इनकार कर दिया।
यह ट्वीट काफी वायरल हो रहा है और अब तक 1.5 लाख से ज्यादा लोग इसे देख चुके हैं। यूजर्स बेंगलुरु में हाउस रेंट करने से जुड़े इस अजीबोगरीब ट्रेंड को लेकर हैरान हैं। एक यूजर ने लिखा- ‘जल्द ही हमें बेंगलुरु में फ्लैट रेंज पर लेने के लिए एंट्रेस एग्जाम देना होगा।’ एक यूजर ने लिखा- ‘मेरे रिजल्ट तो ऐसे हैं कि मुझे 1बीएचके भी नहीं मिलेगा।’ एक और यूजर ने लिखा- ‘असली। मेरे मकान मालिक ने मुझसे सख्ती से कहा कि अगर सीजीपीए 8.5 से नीचे गया तो समान पैक करके पहली फुर्सत में निकल जाना।’