- Date : 21/09/2022
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निवेश करते समय मुनाफे के साथ-साथ यह भी ध्यान में रखें कि किस निवेश से कितना आयकर बच सकता है।

Tax saving investment schemes: यह बात सौ प्रतिशत सच है कि हम लाभ अर्जित करने के लिए ही निवेश करते हैं। मगर, बाजार में निवेश करते समय केवल मुनाफे के बारे में सोचना सही रणनीति नहीं है। हमें इस पर भी ध्यान देना चाहिए कि किस जगह निवेश करने पर अधिक लाभ होगा; जैसे कि कहाँ निवेश करके कर में बचत कर पाएंगे या किस निवेश में लागत कम आएगी। बाजार में कर बचाने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, लेकिन आमतौर पर लोग सावधि जमा (एफडी) या राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) जैसी छोटी बचत योजनाओं पर ही भरोसा करते हैं। वित्त सलाहकार म्यूचुअल फंड की ईएलएसएस स्कीमों को भी अच्छा विकल्प मानते हैं। ईएलएसएस से 5 साल में एफडी या एनएससी के मुकाबले कई गुना अधिक मुनाफा मिल रहा है। यहां कुछ ऐसी ही ईएलएसएस स्कीमों की जानकारी दी जा रही है।
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बेहतरीन मुनाफा देने वाली निवेश योजनाएँ
एसबीआई टैक्स एडवांटेज फंड का रिटर्न 5 साल में 24% सीएजीआर रहा है। साथ ही, 5 साल में 1 लाख रुपए की वैल्यू बढ़कर 2.94 लाख रुपए हो गई है। इसके अलावा 5 साल में 5000 के मासिक एसआईपी की वैल्यू 9.31 लाख रुपए हो जाती है।
क्वांट टैक्स प्लान का रिटर्न 5 साल में 22.1% सीएजीआर रहा है। साथ ही, 5 साल में 1 लाख रुपए की वैल्यू बढ़कर 2.72 लाख रुपए हो गई है। इसके अलावा 5 साल में 5000 के मासिक एसआईपी की वैल्यू 9.30 लाख रुपए हो जाती है।
केनरा रोबेको इक्विटी टैक्स सेवर फंड का रिटर्न 5 साल में 16% सीएजीआर रहा है। साथ ही, 5 साल में 1 लाख रुपए की वैल्यू बढ़कर 2.10 लाख रुपए हो गई है। इसके अलावा 5 साल में 5000 के मासिक एसआईपी की वैल्यू 7 लाख रुपए हो जाती है।
मिरे एसेट टैक्स सेवर फंड का रिटर्न 5 साल में 15% सीएजीआर रहा है। साथ ही, 5 साल में 1 लाख रुपए की वैल्यू बढ़कर 2 लाख रुपए हो गई है। इसके अलावा 5 साल में 5000 के मासिक एसआईपी की वैल्यू 6.82 लाख रुपए हो जाती है।
बैंक ऑफ इंडिया टैक्स एडवांटेज फंड का रिटर्न 5 साल में 14.72% सीएजीआर रहा है। साथ ही, 5 साल में 1 लाख रुपए की वैल्यू बढ़कर 1.98 लाख रुपए हो गई है। इसके अलावा 5 साल में 5000 के मासिक एसआईपी की वैल्यू 6.97 लाख रुपए हो जाती है।
अब सावधि जमा, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र पर मिलनेवाले ब्याज पर एक नज़र डालते हैं:
5 साल की सावधि जमा पर ज्यादातर बड़े बैंक 5.5% से 6.5% ब्याज दे रहे हैं। कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक में यह दर 7% भी है। जबकि पोस्ट ऑफिस की 5 साल की सावधि जमा पर 6.7% वार्षिक ब्याज दर मिल रहा है। पोस्ट ऑफिस की 5 साल के राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र पर 6.8% सालाना ब्याज मिल रहा है।
विशेषज्ञों की राय
ईएलएसएस में निवेश के कई फायदे हैं। बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर ए. के. निगम कहते हैं कि कर बचानेवाली दूसरी स्कीमों की अपेक्षा इस वर्ग में अधिक मुनाफा है। ईएलएसएस में से कम से कम 80% एक्सपोजर इक्विटी में होता है, इसलिए अधिक मुनाफे की गुंजाइश बढ़ जाती है। इसी वजह से यह कर बचाने का एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है। ईएलएसएस लंबी अवधि में एफडी या आरडी जैसे विकल्पों से बेहतर दिखाई देता है। अगर आप बाजार का कुछ जोखिम ले सकते हैं तो कर बचाने के लिए इसमें निवेश कर सकते हैं। आप लॉक इन समय पूरा होने के बाद भी जबतक चाहें अपना निवेश जारी रख सकते हैं।
ईएलएसएस में एसआईपी का विकल्प
ईएलएसएस में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) को भी चुना जा सकता है। ईएलएसएस में निवेश पर होने वाला लाभ और रिडम्पशन से मिली राशि पूरी तरह कर मुक्त होती है। इक्विटी से जुड़ी बचत योजनाएं या ईएलएसएस के द्वारा 1 साल में 1 लाख रुपए तक के मुनाफे पर लंबी अवधि के पूंजीगत कर लाभ (एलटीसीजी) को आयकर से छूट मिलती है। हालांकि इस सीमा से अधिक लाभ पर 10% की दर से आयकर देना होता है। आप अपनी पसंद के अनुसार कोई भी स्कीम चुन सकते हैं।
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