- Date : 03/11/2022
- Read: 3 mins
बीकानेर भुजिया बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी बीकाजी फूड्स का आज IPO जारी हो रहा है।

Bikaji Foods IPO: मिठाई और नमकीन बनाने वाली कंपनी बीकाजी फूड्स निर्माता कंपनी 3 नवंबर, 2022 को अपना सार्वजनिक प्रारंभिक प्रस्ताव प्रस्तुत (IPO) करने जा रही है। इस प्रस्ताव के जरिए कंपनी 900 करोड़ रपए जुटाएगी। इस प्रस्ताव में कंपनी के मौजूदा शेयरधारकों और प्रमोटरों द्वारा 29.37 मिलियन शेयर जारी किए जाएँगे। कंपनी ने प्रस्ताव के लिए मूल्य बैंड ₹285 से ₹300 प्रति शेयर तय किया है।
कंपनी की स्थापना शिव रतन अग्रवाल ने 1986 में की थी। स्थापना के समय कंपनी का नाम था शिवदीप फूड प्रोडक्ट्स। 1993 में बीकाजी ब्रांड लॉन्च किया गया। कंपनी द्वारा 1994 से संयुक्त अरब अमीरात 1996 में आस्ट्रेलिया में निर्यात शुरू किया गया। 2006 में कंपनी की सभी शाखाएँ बीकाजी फूड्स, बीकाजी मार्केटिंग, दीपू फूड्स, शिवदीप फूड प्रोडक्ट्स आदि सभी का एक इकाई में विलय कर दिया गया। शिव रतन का संबंध हल्दीराम के संस्थापक गंगाबिशन अग्रवाल के परिवार से है। परंपरागत स्नैक्स बनाने वाली कंपनी में बीकाजी तीसरे नंबर पर आती है।
ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के अनुसार बीकाजी फूड्स का वित्तीय वर्ष 2022 में उत्पादन था 29,380 टन जो बीकानेर भुजिया का सबसे अधिक उत्पादन था। साथ ही 9,000 टन के वार्षिक उत्पादन के साथ हाथों से बने हुए पापड़ों के लिए बीकाजी दूसरा सबसे बड़ा निर्माता बना।
कंपनी के प्रमुख उत्पाद
कंपनी के प्रमुख उत्पादों की 6 श्रेणियाँ हैं जिनमें भुजिया, नमकीन, पैकेज्ड मिठाई, पापड़, पाश्चात्य स्नैकस के साथ अन्य स्नैक्स जिसमें उपहार पैक, फ़्रोज़न फूड्स, मठरी और कुकीज़ आते हैं। 30 जून, 2022 तक बीकाजी फूड्स द्वारा 300 से अधिक उत्पाद बेचे गए।
डीआरएचपी के अनुसार बीकाजी फूड्स का सर्वाधिक बिकने वाले उत्पादों में नमकीन 35.6% के साथ भुजिया 34.9%, मिठाई 12.7%, पापड़ 6.7%, और अन्य उत्पाद 10% हिस्सेदार हैं।
कंपनी के सात विनिर्माण यूनिट हैं जो बीकानेर, गुवाहाटी, मुजफ्फरपुर और तुमकुरु में स्थित हैं। तुमकुरु का यूनिट सहायक पेटेंट फूड प्रोसेसर के रूप में संचालित किया जाता है।
कंपनी का वितरण नेटवर्क 6 डिपो, सुपर स्टॉकिस्ट, 416 प्रत्यक्ष और 1956 अप्रत्यक्ष वितरकों से मिलकर बना है। इस नेटवर्क द्वारा 23 राज्य और चार केंद्रशासित प्रदेशों में वितरण किया जाता है।
यह भी पढ़ें: जीवन बीमा के महत्व और प्रकार
बीकाजी की वित्तीय स्थिति
डीआरएचपी द्वारा घोषित किया गया है कि बीकाजी का राजस्व वित्त वर्ष 2022 के लिए 30% से बढ़ा है और ₹1611 करोड़ हो गया। 2021 में यह राजस्व ₹1,311 करोड़ था। वित्त वर्ष 2022 में इसका शुद्ध लाभ ₹76 करोड़ रहा। 30 जून, 2022 को समाप्त तिमाही के लिये राजस्व ₹419.16 करोड़ और शुद्ध लाभ ₹15.7 करोड़ रहा।
कंपनी के अनुसार बिक्री का एक बहुत बड़ा हिस्सा फैमिली पैक है जो उनका स्टॉक कीपिंग यूनिट है। इसकी कीमत ₹10 से अधिक है। यह वित्त वर्ष 20 से लेकर वित्त वर्ष 22 के बीच बीकाजी फूड्स की बिक्री का 54-60% हिस्सा रहा।
कंपनी की स्पर्धा
बीकाजी के पारंपरिक नमकीन और स्नैकस के बाजार में प्रतिस्पर्धी कंपनी है हल्दीराम। दोनों ही कंपनियों के संस्थापक रिश्तेदार हैं। इसके अलावा बीकाजी की स्पर्धा बीकानेरवाला फूड्स, बालाजी वेफर्स, प्रताप स्नैक, डीएफएम फूड्स, पेप्सी और आईटीसी आदि बड़ी कंपनियों से भी है।
डीआरएचपी से जानकारी मिली है कि वर्तमान में नमकीन और पारंपरिक स्नैकस का बाजार ₹11,400 का है। आगामी 4-5 वर्षों में इस बाजार में 16% की वृद्धि की संभावना जताई जा रही है।
यह भी पढ़ें: पहले क्या? पीपीएफ या जीवन बीमा