- Date : 24/04/2023
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ChatGPT Vs GigaChat: अमेरिकी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट द्वारा समर्थित स्टार्टअप ओपनआई (OpenAI) के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबोट चैटजीपीटी (ChatGPT) से मुकाबले को रूस का चैटबोट गीगा चैट आ गया है।

ChatGPT Vs GigaChat: रूस के सबसे बड़े ऋणदाता (Lender) Sberbank ने चैटजीपीटी से मुकाबला करने के लिए अपना नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबोट गीगाचैट रिलीज कर दिया है। हालांकि, गीगाचैट फिलहाल इनवाइट ऑनली टेस्टिंग मोड में है और यह जल्द ही एआई चैटबॉट मार्केट में बाकियों के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। माइक्रोसॉफ्ट समर्थित स्टार्टअप ओपनआई द्वारा पिछले साल चैटजीपीटी लॉन्च किया गया था और इसने ज्यादा सुलभ और सहज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नॉलजी विकसित कर टेक इंडस्ट्री में धूम मचा दिया है। इस इंडस्ट्री में सेर्बैंक की एंट्री ऐसे समय में हुई है, जब रूसी व्यवसाय विदेशी प्रौद्योगिकी पर अपनी निर्भरता कम करना चाह रहे हैं।
Sberbank की मानें तो गीगाचैट अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग है और अन्य फॉरेन न्यूरल नेटवर्क की तुलना में रूसी भाषा में ज्यादा बुद्धिमानी से बात करने में सक्षम है। यह रूस जैसे देश के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रूसी भाषा में बात करना पसंद करता है। एआई टेक्नॉलजी में सर्बैंक का कदम बैंक द्वारा आयात पर रूस की निर्भरता को कम करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। दरअसल, पश्चिमी देशों ने यूक्रेन के साथ वॉर को लेकर रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। बैंक ने हाल के वर्षों में टेक्नॉलजी में भारी निवेश किया है और उम्मीद में है कि गीगाचैट इनोवेशन को चलाने और लोगों के काम करने और रूस में बिजनेस करने के तरीके को बदलने में मदद करेगा।
चीन भी कतार में
आपको बता दें कि दुनिया के पावरफुल देशों ने एआई की क्षमता को महसूस किया है और शक्तिशाली उपकरणों के अपने-अपने वर्जन पेश किए हैं। चीन भी एक नहीं, बल्कि दो दावेदारों के साथ रेस में उतर गया है। बायडु की एर्नी चैटबॉट और अलीबाबा की टोंगी कियानवेन प्रमुख एआई चैटबोट हैं। चैटजीपीटी के रूसी विकल्प के समान, ये चीनी एआई उपकरण भी देश की मूल भाषाओं में बात करने में सक्षम होंगे।
ChatGPT Vs GigaChat: रूस के सबसे बड़े ऋणदाता (Lender) Sberbank ने चैटजीपीटी से मुकाबला करने के लिए अपना नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबोट गीगाचैट रिलीज कर दिया है। हालांकि, गीगाचैट फिलहाल इनवाइट ऑनली टेस्टिंग मोड में है और यह जल्द ही एआई चैटबॉट मार्केट में बाकियों के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। माइक्रोसॉफ्ट समर्थित स्टार्टअप ओपनआई द्वारा पिछले साल चैटजीपीटी लॉन्च किया गया था और इसने ज्यादा सुलभ और सहज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नॉलजी विकसित कर टेक इंडस्ट्री में धूम मचा दिया है। इस इंडस्ट्री में सेर्बैंक की एंट्री ऐसे समय में हुई है, जब रूसी व्यवसाय विदेशी प्रौद्योगिकी पर अपनी निर्भरता कम करना चाह रहे हैं।
Sberbank की मानें तो गीगाचैट अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग है और अन्य फॉरेन न्यूरल नेटवर्क की तुलना में रूसी भाषा में ज्यादा बुद्धिमानी से बात करने में सक्षम है। यह रूस जैसे देश के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रूसी भाषा में बात करना पसंद करता है। एआई टेक्नॉलजी में सर्बैंक का कदम बैंक द्वारा आयात पर रूस की निर्भरता को कम करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। दरअसल, पश्चिमी देशों ने यूक्रेन के साथ वॉर को लेकर रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। बैंक ने हाल के वर्षों में टेक्नॉलजी में भारी निवेश किया है और उम्मीद में है कि गीगाचैट इनोवेशन को चलाने और लोगों के काम करने और रूस में बिजनेस करने के तरीके को बदलने में मदद करेगा।
चीन भी कतार में
आपको बता दें कि दुनिया के पावरफुल देशों ने एआई की क्षमता को महसूस किया है और शक्तिशाली उपकरणों के अपने-अपने वर्जन पेश किए हैं। चीन भी एक नहीं, बल्कि दो दावेदारों के साथ रेस में उतर गया है। बायडु की एर्नी चैटबॉट और अलीबाबा की टोंगी कियानवेन प्रमुख एआई चैटबोट हैं। चैटजीपीटी के रूसी विकल्प के समान, ये चीनी एआई उपकरण भी देश की मूल भाषाओं में बात करने में सक्षम होंगे।